22. पैरवी

22. पैरवी
22. पैरवी

Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1. पैरवी क्या है? पैरवी कितने प्रकार की होती है?

उत्तर : पैरवी से आशय-'पैरवी' किसी विशेष समस्या, विचार, व्यक्ति या पशु के पक्ष में समझाने तथा मना लेने' की क्रिया है। इस प्रकार सामाजिक संदर्भ में पैरवी का अर्थ है-सामाजिक प्रयोजनों के लिए किसी मुद्दे या समस्या को उभारना तथा सभी संबद्ध व्यक्तियों के साथ बहस करके जागरूकता उत्पन्न करना। जिन व्यक्तियों को समझाना या मनवाना है, वे प्रत्येक स्थिति या संदर्भ में भिन्न हो सकते हैं। ये राजनैतिक नेता, प्रशासक, नीति-निर्माता और सामान्य जनता या सह नागरिक हो सकते हैं।

इस प्रकार पैरवी सामाजिक परिवर्तन के लिए संचार की एक विधि है। यह एक ऐसा योजनाबद्ध क्रियाकलाप है, जिसे व्यक्तियों या संस्थाओं द्वारा किसी सामूहिक उद्देश्य से तथा सामान्य निर्देश के आधार पर, किन्हीं विशिष्ट विषयों या समस्याओं से संबंधित नीतियों को प्रभावित करने के लिए किया जाता है।

उद्देश्य-पैरवी का उद्देश्य है-

(1) कानून, कार्यक्रम, संसाधनों का बंटवारा करने या सामाजिक-सांस्कृतिक मानदण्डों को सुदढ़ करने अथवा बढ़ावा देने के लिए नीति में बदलाव के प्रयास करना अर्थात् अनुकूल परिवेश प्रस्तुत करने हेतु प्रयास करना।

(2) किसी दी गई कार्य सची के लिए प्रभावशाली तथा प्रभावी समहों का समर्थन प्राप्त करना तथा मतै कल्पना दृष्टि को कार्यान्वित करना।

पैरवी वैश्विक, क्षेत्रीय तथा स्थानीय स्तर पर व्यक्तियों के जीवन तथा क्रियाकलापों को प्रभावित करने वाली समस्याओं तथा कानूनों के आधार पर की जा सकती है। उदाहरण के लिए-मादा भ्रूण हत्या एक समस्या है। इसे रोका जाना चाहिए। मादा भ्रूण हत्या की कुप्रथा के विरुद्ध स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर सहमति का वातावरण उत्पन्न करने के लिए पैरवी द्वारा व्यक्तियों को जागरूक करने की आवश्यकता है। इस प्रकार मादा भ्रूण हत्या को रोकने की समस्या के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाने के लिए पैरवी को सुनियोजित रूप दिया जा सकता है।

पैरवी में उपयोग की जाने वाली प्रमुख विधियां हैं-रैलियां निकालना, प्रदर्शन, जन माध्यम तथा व्यक्तिगत सम्पर्क द्वारा अभियानों को लाना है।

पैरवी के प्रकार

पैरवी के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं-

  • समस्या केन्द्रित पैरवी-समस्या केन्द्रित पैरवी का उद्देश्य कुछ चुनी हुई समस्याओं पर जागरूकता उत्पन्न करना, आवश्यकता के अनुसार नीतियां बनाना, प्रभावहीन तथा नुकसानदेह नीतियों में सुधार लाना तथा नीतियां लागू करने में सुधार करना है है।
  • कार्यक्रम केन्द्रित पैरवी-कार्यक्रम केन्द्रित पैरवी का उद्देश्य कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने के लिए अनुकूल वातावरण विकसित करना है।
  • संगठनात्मक पैरवी-इसका उद्देश्य है-संगठन की छवि को ऊँचा उठाना तथा इसको सौंपे गए कार्यों, आदेशों का प्रचार करना या कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने के लिए संसाधनों को जुटाना।

प्रश्न 2. पैरवी के लिए आवश्यक कौशलों का वर्णन कीजिए।

उत्तर : पैरवी के लिए आवश्यक कौशल

पैरवी के लिए आवश्यक कौशल निम्नलिखित हैं-

(1) पैरवी के लिए शिक्षा, पैरवी की समझ तथा रिपोर्ट लिखने के अनुभव की व्यावसायिक योग्यताएँ होनी चाहिए।

(2) पैरवी के व्यावसायिकों में अनुसंधान करने, सूचना एकत्रित करने तथा व्यक्तियों की आवश्यकताओं के लिए संवेदनशील होने की क्षमता होनी चाहिए।

(3) पैरवीकारों में, जिस समस्या के समर्थन के लिए वे खड़े हैं, उसके पक्ष में जनता के मत को बनाने की क्षमता होनी चाहिए। सूचना के अधिकार अधिनियम के लिए पैरवीकार नागरिकों का एक बड़ा समूह बनाते हैं तथा समस्या को जन माध्यम के द्वारा रोशनी में लाते हैं तथा राजनैतिक नेताओं तथा नीति-निर्माताओं पर दबाव डालते हैं।

(4) पैरवीकारों में अनुभव कौशल तर्क तथा समस्या के समर्थन के लिए श्रोताओं/दर्शकों को प्रभावित करने का कौशल भी होना आवश्यक है।

जानवरों को क्रूरता से बचाने, बाघों की रक्षा, नेत्र तथा अंगदान अभियानों के पैरवीकारों में यह कौशल होना आवश्यक है।

प्रश्न 3. पैरवी तथा व्यवहार परिवर्तन संचार में क्या अन्तर है?

उत्तर : पैरवी तथा व्यवहार परिवर्तन संचार में अन्तर

पैरवी तथा व्यवहार परिवर्तन संचार के अन्तर को अग्र सारणी के अन्तर्गत दर्शाया गया है-

सारणी-व्यवहार परिवर्तन संचार तथा पैरवी के बीच अन्तर

क्र.सं.

मानदंड

व्यवहार परिवर्तन संचार

पैरवी

1.

उद्देश्य के आधार पर अन्तर

व्यक्ति के ज्ञान, अभिवृत्ति तथा व्यवहार में परिवर्तन लाना, जिससे किसी समुदाय के विश्वास, मान्यताएँ तथा समाज-सांस्कृतिक मानदंडों में परिवर्तन आ सके

जनन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक परिवेश को सुधारने के लिए कानूनों तथा नीतियों में परिवर्तन के प्रयास करना

2.

परिणाम के आधार पर अन्तर

समुदाय के सदस्यों के व्यवहार में परिवर्तन

किसी विशिष्ट कानून, नीति या कार्यक्रम में परिवर्तन

3.

लक्ष्य समूह के आधार पर अन्तर

अलग-अलग समुदाय तथा परिवार के सदस्य

नीति निर्माता/पदाधिकारी, अग्रणी । समाज के प्रभावशाली सदस्य, विधायक

4.

अभिविन्यास के आधार पर अन्तर

ऐसे व्यक्तिगत परिवर्तन, जो सामुदायिक कार्रवाई के लिए उन्मुख करें

जननीति उन्मुख

5.

जोखिम उठाने के आधार पर अन्तर

कोई भी व्यक्ति किसी भी समय उसे छोड़ सकता है, इसलिए अधिक जोखिम नहीं है।

जब विवादास्पद मुद्दे लिए जाते हैं तो अधिक जोखिम उठाना पड़ता है।

6.

केन्द्र बिन्दु के आधार पर अन्तर

व्यक्ति (यों) द्वारा संकल्पनाओं को आत्मसात करने पर केन्द्रित, ताकि बेहतर समझ हो और परिवर्तन हो सके

समर्थन के आधार को व्यापक बनाने के लिए संबंध तंत्र तथा मेलजोल बढ़ाने पर बल

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