Class 12th Hindi (Elective) PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 19.09.2024

Class 12th Hindi (Elective) PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 19.09.2024

Class 12th Hindi (Elective) PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 19.09.2024

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची

PROJECT RAIL (REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)

CM SOE/MODEL SCHOOL/GENERAL (19.09.24)

विषय - हिदी (ऐच्छिक) समय 90 मिनट

कक्षा 12 पूर्णांक - 40

सामान्य निर्देश :-

1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।

2 इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न है।

3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है।

4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।

5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d,) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12, लघु उत्तरीय प्रश्न 13 से 14, और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

7. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।

SECTION - A (2 X 10 = 20 ) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1 संचार शब्द की उत्पत्ति' चर' धातु से हुई है जिसका अर्थ होता है -

(क) चरना

(ख) चढ़ना

(ग) चलना

(घ) इनमें से सभी

2. संचार प्रक्रिया में आने वाली बाधा को कहा जाता है

(क) फीडबैक

(ख) संचारक

(ग) प्राप्तकर्ता

(घ) शोर

3 जब किसी तकनीकी या यांत्रिक माध्यम से समाज के एक विशाल वर्ग से संवाद करने की कोशिश की जाती है तब वह संचार का प्रकार कहलाता है

(क) व्यक्तिक संचार

(ख) अतः व्यक्तिक संचार

(ग) अंतर व्यक्तिक संचार

(घ) जनसंचार

4 किसी भी अखबार की आवाज मानी जाती है

(क) संपादकीय

(ख) फीचर

(ग) आलेख

(घ) विशेष रिपोर्ट

5 जनसंचार माध्यम है

(क) रेडियो

(ख) टीवी

(ग) इंटरनेट

(घ) इनमें से सभी

6 'तोड़ो' शीर्षक कविता कैसी कविता है

(क) शोक गीत

(ख) उद्बोधन गीत

(ग) हास्य गीत

(घ) व्यंग गीत

7 'तोड़ो' कविता में 'तोड़ो' शब्द किसका प्रतीक है

(क) विध्वंस का

(ख) बाधाओं का

(ग) बाधाओं को हटाने का

(घ) इनमें से कोई नहीं

8 'तोड़ो' कविता में धरती किसका प्रतीक है

(क) मन का

(ख) शरीर का

(ग) पंचतत्व का

(घ) उपज का

9 वसंत आने की सूचना कवि को किसे पता चलता था?

(क) कैलेंडर से

(ख) दफ्तर की छुट्टी से

(ग) कविता पढ़ने से

(घ) इनमें से सभी

10 फिरकी- सी आई, चली गई। पंक्ति में कौन-सा अलंकार है ?

(क) उत्प्रेक्षा

(ख) अनुप्रास

(ग) उपमा

(घ) पुनरुक्ति प्रकाश

0SECTION-B (2X2=4) (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)

11 रघुवीर सहाय की किन्हीं दो रचनाओं के नाम लिखें।

उत्तर - सीढ़ीयों पर धूप में आत्महत्या के विरुद्ध, हंसो हंसो जल्दी हंसो लोग भूल गए हैं

12 जनसंचार के प्रमुख कार्यों को लिखें।

उत्तर - सूचना देना

शिक्षित करना

मनोरंजन करना

एजेंडा तय करना

निगरानी करना

विचार विमर्श के लिए मंच

SECTION-C (2X3=6) (लघु उत्तरीय प्रश्न)

13 आलेख से आप क्या समझते हैं?

उत्तर - आलेख गद्य लेखन की एक विधा है। आलेख शब्दों- आ+ लेख से मिलकर बना है। आ उपसर्ग यह प्रकट करता है कि लेख सर्वागपूर्ण और सम्यक हो और लेख अर्थात् किसी एक विषय पर उससे संबंधित विचार। आलेख गद्य लेखन की वह विधा है जिसमें किसी एक विषय पर सर्वांगपूर्ण एवं सम्यक विचार होते हैं।

14 नीचे दी गई पंक्तियों में अलंकार बताएं

पियराए पत्ते

दहर - दहर

जैसे गर्म पानी से नहाई हो

उत्तर - अनुप्रास अलंकार

पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार

उपमा अलंकार

SECTION-D (2X5 = 10) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

15 'बसंत आया' शीर्षक कविता में कवि की क्या चिंता है?

उत्तर - मनुष्य ने भौतिक प्रगति के लिए प्रकृति को बहुत नुकसान पहुंचा है। कवि ने कहा है कि आज मनुष्य का प्रकृति से रिश्ता टूट गया है। ऋतुएं पहले की तरह अपनी व्यवस्था से चलती है परंतु मनुष्य उनसे दूर हो गया है। प्रकृति को जो कभी मानव जाति का साथी था आज उससे दूर है। मनुष्य के पास अत्यधिक आधुनिक सुविधाएं हैं लेकिन प्राकृतिक सुंदरता को देखने और महसूस करने की संवेदना नहीं बची है।

16 "ये झूठे बंधन टूटे

तो धरती को हम जाने"

यहां पर झूठे बंधनों और धरती को जानने से क्या अभिप्राय है?

उत्तर - प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने झूठे बंधन का अर्थ बताया है कि झूठे बंधन मनुष्य को उसके रास्ते से विचलित करते हैं जिस प्रकार पृथ्वी में पत्थर और चट्टानें उसे बंजार बनती हैं उसी प्रकार उसके मन में व्याप्त बंधन उसकी सृजन शक्ति को विकसित नहीं होने देती।

धरती को जानने से कवि का तात्पर्य है की धरती में पूरे संसार का पोषण करने की शक्ति है। लेकिन इसमें मौजूद पत्थर और चट्टान इसे बंजार बना देती है। मनुष्य का मन भी पृथ्वी की तरह है। यदि वह झूठे बंधन के जाल में फंस जाता है तो वह सृजन शक्ति खो देता है अतः मनुष्य को आत्मावलोकन करके अपनी सृजन शक्ति का विकास करना चाहिए।

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