Class 12th History PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 28.09.2024

Class 12th History PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 28.09.2024

Class 12th  History PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 28.09.2024

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची

PROJECT RAIL

(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)

GENERAL SCHOOL

28.09.2024

विषय - इतिहास ; समय 90 मिनट

कक्षा-12 ; पूर्णांक -40

सामान्य निर्देश :-

1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।

2. इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न हैं।

3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है।

4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।

5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

6. अति लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12, लघु उत्तरीय प्रश्न 13 से 14, और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

7. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।

Section -A (Multiple Choice Question) 10*2=20

प्रश्नः 1. इब्न बतूता कौन थे?

a) एक चीनी यात्री

b) एक अरब यात्री

c) एक यूरोपीय यात्री

d) एक भारती यात्री

प्रश्नः 2. किस यात्री ने 'रिहला' नामक पुस्तक लिखी ?

a) अल-बिरूनी

b) इब्न बतूता

c) मार्को पोलो

d) फ्रांस्वा बर्नियर

प्रश्नः 3. अल-बिरूनी ने भारत का दौरा किस शासक के शासनकाल में किया था?

a) अकबर

b) अशोक

c) महमूद गजनवी

d) अलाउद्दीन खिलजी

प्रश्नः 4. मार्को पोलो किस देश से थे?

a) फ्रांस

b) इटली

c) स्पेन

d) पुर्तगाल

प्रश्नः 5. इब्न बतूता की यात्राओं का मुख्य उद्देश्य क्या था?

a) व्यापार

b) शिक्षा

c) धार्मिक तीर्थयात्रा

d) अन्वेषण

प्रश्नः 6 अलवार संत मुख्यतः किस देवता की पूजा करते थे?

a) शिव

b) विष्णु

c) ब्रह्मा

d) गणेश

प्रश्नः 7 कबीर किस धार्मिक परंपरा में एक प्रमुख व्यक्ति थे?

a) हिन्दू धर्म

b) इस्लाम

c) सिख धर्म

d) भक्ति आंदोलन

प्रश्न 8. कौन सा विचार भक्ति और सूफी परंपरा में साझा है?

a) एकेश्वरवाद

b) कर्मकांड

c) सामाजिक असमानता

d) जाति व्यवस्था

प्रश्न 9. सूफीवाद में 'खानकाह' क्या होता है

a) एक धार्मिक स्थल

b) एक प्रमुख संत

c) एक शिक्षण संस्थान

d) एक शिष्य

प्रश्नः 10 किताब उल हिन्द किस की रचना है?

a) अबल फजल

b) अल-बीरूनी

c) इब्नबतूता

d) फिरोज शाह तुगलक

Section -B (Very short Answer Question) 2*2=4

11) अल्बीरुनी ने किस पुस्तक को अपनी सबसे महत्वपूर्ण कृति माना और इसमें उन्होंने किस विषय पर विस्तार से लिखा है?

उत्तर - अल-बेरूनी ने "किताब-उल-हिंद को अपनी सबसे महत्वपूर्ण कृति माना, जिसमें उन्होंने भारतीय समाज, धर्म, दर्शन, और विज्ञान पर विस्तार से लिखा है।

12) सूफीवाद की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?

उत्तर- सूफीवाद की मुख्य विशेषताएँ हैंः ईश्वर से प्रेम, एकेश्वरवाद, गुरु-शिष्य परंपरा, आंतरिक शांति की खोज, और धार्मिक सहिष्णुता।

Section-C (Short Answer Question) 2*3=6

13) सत्ती प्रथा के बारे में बर्नियर ने क्या जानकारी दी?

उत्तर- बर्नियर ने सती प्रथा को एक क्रूर और अमानवीय प्रथा के रूप में वर्णित किया, जिसमें विधवा महिलाएं अपने पति की चिता पर जीवित जल जाती थीं। उन्होंने इस प्रथा की आलोचना की और इसे भारतीय समाज की एक नकारात्मक परंपरा बताया।

14) बाबा गुरु नानक के मुख्य उपदेशों का वर्णन कीजिए। इन उपदेशों का किस तरह प्रचारण हुआ?

उत्तर- बाबा गुरु नानक के मुख्य उपदेश थेः एकेश्वरवाद, जाति-पाति का विरोध, धार्मिक सहिष्णुता, और मानवता की सेवा। उन्होंने अपने उपदेशों का प्रचारण यात्राओं (उदासियों) के माध्यम से किया, जहां उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को अपने विचार सुनाए। उनके शिष्यों ने भी इन उपदेशों को आगे बढ़ाया

Section-D (Long Question Answer) 2*5=10

15) जाति व्यवस्था के संबंध में अल-बीरुनी की व्याख्या पर चर्चा कीजिए।

उत्तर- अल-बीरुनी ने जाति व्यवस्था को भारतीय समाज की एक महत्वपूर्ण संरचना के रूप में देखा, जिसमें उन्होंने विभिन्न जातियों के विभाजन, उनके कर्तव्यों, और सामाजिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इस व्यवस्था को भारतीय समाज की विशेषता के रूप में देखा, जो उनके दृ ष्टिकोण से धार्मिक और सामाजिक असमानता को जन्म देती थी। अल-बीरुनी ने इसे एक कठोर और स्थिर सामाजिक व्यवस्था के रूप में वर्णित किया, जिसमें जन्म के आधार पर लोगों की स्थिति निर्धारित होती थी।

16) सूफी धर्म के मुख्य धार्मिक विश्वासों और आचारों की व्याख्या कीजिए।

उत्तर- सूफी धर्म के मुख्य धार्मिक विश्वासों में एकेश्वरवाद, ईश्वर के साथ व्यक्तिगत अनुभव और प्रेम, तथा गुरु-शिष्य परंपरा का महत्व शामिल है। सूफी संत ध्यान, संगीत, और नृत्य के माध्यम से ईश्वर के निकट जाने का प्रयास करते हैं। सूफीवाद में खानकाहों का भी विशेष महत्व है, जहां संत और उनके अनुयायी आध्यात्मिक शिक्षा प्राप्त करते हैं। धार्मिक आचरण में सद्भाव, विनम्रता, और दान प्रमुख हैं।

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