Class 11 Hindi Core वितान पाठ 3. आलो - आंधारी प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book) Class - 11 Hindi Core वितान पाठ 3 . आलो - आंधारी - बेबी हालदार जीवन-सह-साहित्यिक परिचय बेबी हालदार का जन्म 1973 ई. में हुआ। परिवार की आर्थिक दशा
कमजोर होने के कारण तेरह वर्ष की आयु में इनका विवाह दुगुनी उम्र के व्यक्ति से
हुआ। इस कारण वह सातवीं कक्षा तक ही पढ़ पायीं। 12-13 वर्षों के बाद पति की
ज्यादतियों से परेशान होकर वे तीन बच्चों सहित पति का घर छोड़कर दुर्गापुर से
फरीदाबाद आ गई। कुछ समय बाद वे गुडगाँव चली आई और घरेलू नौकरानी के रूप में काम
करने लगीं। इनकी एकमात्र रचना है-आलो-ऑधारि जो एक आत्मकथा है। यह मूल रूप से
बांग्ला भाषा में लिखी गई है, तथा बाद में इसका हिंदी अनुवाद किया गया। पाठ-परिचय आलो-आँधारि रचना कठिनाईयों से भरी संघर्ष पूर्ण जीवन की
आत्मकथा है। यह उन सैकड़ों महिलाओं की कहानी है जिसमें झाँकना भी भद्रता के तकाजे
से बाहर है। यह साहित्य में उनके लिए चुनौती है जो साहित्य को वस्तु में देखने के
आदी हैं। इस आत्मकथा में एक ऐसी आपबीती है जो मूलतः बांग्ला में लिखी गई, लेकिन
पहली ऐसी रचना जो छपकर बाज़ार में आने से पहले ही अनूदित…