12th Hindi Elective यथास्मै रोचते विश्वम JCERT/JAC Reference Book

12th Hindi Elective यथास्मै रोचते विश्वम JCERT/JAC Reference Book
12th Hindi Elective यथास्मै रोचते विश्वम JCERT/JAC Reference Book
19. यथास्मै रोचते विश्वम रामविलास शर्मा (सन् 1912-2000) जीवन-परिचय जन्म- रामविलास शर्मा का जन्म उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के ऊँचगाँव-सानी गाँव में हुआ था। शिक्षा- लखनऊ विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी साहित्य में एम.ए. तथा पीएच. डी. की उपाधि प्राप्त की। कैरियर- पीएच. डी. करने के उपरांत उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय में ही कुछ समय तक अंग्रेज़ी विभाग में अध्यापन कार्य किया। सन् 1943 से 1971 तक वे आगरा के बलवंत राजपूत कालेज में अंग्रेजी के प्राध्यापक रहे। 1971 के बाद कुछ समय तक वे आगरा के ही के. एम. मुंशी विद्यापीठ के निदेशक रहे। जीवन के आखिरी वर्षों में वे दिल्ली में रहकर साहित्य समाज और इतिहास से संबंधित चिंतन और लेखन करते रहे और यहीं उनका देहावसान हुआ। रामविलास शर्मा आलोचक, भाषाशास्त्री, समाजचिंतक और इतिहासवेत्ता रहे हैं। साहित्यिक-परिचय I. साहित्य के क्षेत्र में उन्होंने कवि और आलोचक के रूप में पदार्पण किया। उनकी कुछ कविताएँ अज्ञेय द्वारा संपादित तार सप्तक में संकलित हैं। हिंदी की प्रगतिशील आलोचना को सुव्यवस्थित करने और उसे नयी दिशा देने का महत्त्वपूर्ण काम उन्होंने किया। ॥. उनके साहित्य-चिंतन के कें…