झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची
PROJECT RAIL GENERAL SCHOOL (12.06.2025)
(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING) GENERAL SCHOOL
Subject
- Hindi Elective समय-1
घण्टा
कक्षा
– 12 पूर्णांक
-20
सामान्य
निर्देश :
1.
इस प्रश्न-पत्र में कुल 12 प्रश्न हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
2.
प्रश्न के प्रकार एवं अंक :
प्रश्न
1 से 6 - वस्तुनिष्ठ प्रश्न 6x1=6.
प्रश्न
7 से 10 - लघु उत्तरीय प्रश्न 4x2 = 8
प्रश्न
11 एवं 12 - दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 2x3=6
3.
प्रश्न संख्या 1 से 6 बहुविकल्पीय प्रकार के हैं। 6 बहुविकल्पीय प्रश्नों में से 2
प्रश्न योग्यता आधारित प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है। बहुविकल्पीय प्रकार
के प्रश्न 1 से 6 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर
उत्तर पुस्तिका में लिखना हैं।
4.
परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति
नहीं होगी।
SECTION - A (1x6=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
1- रामचन्द्र शुक्ल का जन्म स्थान है ?
(a)
बलिया, उत्तरप्रदेश
(b) अगोना, उत्तरप्रदेश
(c)
लमही, उत्तरप्रदेश
(d)
कोई नहीं
2- 'प्रेमघन की छायास्मृति' किस विधा की रचना है ?
(a)
कहानी
(b)
उपन्यास
(c)
नाटक
(d) संस्मरणात्मक निबंध
3- रामचंद्र शुक्ल के पिताजी अपने परिवार के सदस्यों को प्रायः रात्रि
में किस पुस्तक को पढ़कर सुनाया करते है ?
(a) रामचरित्रमानस
(b)
रामचंद्रिका
(c)
सत्य हरिश्चंद्र नाटक
(d)
सभी को
4- जयशंकर प्रसाद जी विद्यालयी शिक्षा किस कक्षा तक प्राप्त कर सके?
(a)
दसवी कक्षा तक
(b) आठवी कक्षा तक
(c)
इंटरमीडिएट तक
(d)
पढ़े लिखे नहीं थे
5- 'सूरदास की झोपड़ी' प्रेमचंद के किस उपन्यास का
अंश है ?
(a)
गोदान
(b) रंगभूमि
(c)
गबन
(d)
कायाकल्प
6- सुमिरिनी के मनके कितने भाग में है ?
(a)
एक भाग
(b)
दो भाग
(c) तिन भाग
(d)
चार भाग
SECTION - B (4x2=8) (लघु उत्तरीय प्रश्न)
7- बचपन में रामचंद्र शुक्ल के मन में भारतेंदु जी के सम्बन्ध में कैसी
भावना जमी रहती थी ?
उत्तर- बचपन में लेखक के पिता उन्हें भारतेंदु जी के नाटक
पढ़कर सुनाया करते थे। इस कारण लेखक के बाल मन में मधुर भावना भारतेंदु के प्रति
जगी रहती थी। वे राजा हरिश्चंद्र तथा कवि भारतेंदु हरिश्चंद्र में अंतर नहीं कर
पाते थे। इसलिए लेखक के मन में बचपन से ही भारतेंद जी के संबंध में एक अपूर्व मधुर
भावना जगी रहती थी।
8- 'निस्संदेह' शब्द को लेकर लेखक ने किस प्रसंग का जिक्र किया है
?
उत्तर- मिर्जापुर में लेखक के साथ हिंदी प्रेमियों की मंडली
थी। वे हिंदी के नए पुराने लेखकों की चर्चा करते रहते थे। वे प्रायः बातचीत में
शुद्ध हिंदी का प्रयोग करते थे, इसमें निस्संदेह इत्यादि शब्द का प्रयोग अधिक होता
था। लेखक के आसपास में उर्दू भाषा का अधिक प्रभाव था उनके लिए शुद्ध हिंदी अनोखी
भाषा भी थी। अतः उन्होंने लेखक मंडली का नाम निस्संदेह रखा हुआ था।
9- कवि ने आशा को बावली क्यों कहा है ?
उत्तर- प्रायः हर व्यक्ति किसी भी विशेष आशा के सहारे जीवन
बिताता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ सपने देखता है। प्रेम की आशा में व्यक्ति
अपने मोहक सपनों को बुनता है। भले ही उसे असफलता क्यों ना मिले। यहां तक कि
व्यक्ति धुन का पक्का होने की हालत में पागलपन की स्थिति तक पहुँच जाता है। आशा ही
व्यक्ति को बावला बनाए रखती है।
10-कार्नोलिया का गीत कविता में जयशंकर प्रसाद ने भारत की किन विशेषताओ
की ओर संकेत किया है ?
उत्तर- कार्नेलिया का गीत के माध्यम से कवि जयशंकर प्रसाद
ने भारत की विशेषताओं की ओर संकेत किया है। इस गीत में उन्होंने भारत के प्राकृतिक
सौंदर्य का वर्णन करते हुए कहा है कि भारत ही ऐसा देश है जहां पर सूर्य की किरण
सबसे पहले पहुंचती है। भारत के कण-कण में प्राकृतिक सौंदर्य की भरमार है।
SECTION - C (2x3=6) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
11-काव्य सोंदर्य स्पष्ट कीजिये ।
“
हमें कुम्भ ले उषा सवेरे-भरती दुलकाती सुख मेरे।
अदिर
उँधते रहते जब-जगकर रजनी भार तारा ।।”
उत्तर - प्रस्तुत काव्यांश में उषा का मानवीकरण कर उसे पानी
भरने वाली स्त्री के रूप में चित्रित किया गया है। इन पंक्तियों में भोर का
सौंदर्य सर्वत्र दिखाई देता है। कवि के अनुसार भोर रूपी स्त्री अपने सूर्य रूपी
सुनहरे घड़े से आकाश रूपी कुएँ से मंगल पानी भरकर लोगों के जीवन में सुख के रूप
में लुढ़का जाती है। तारें ऊँघने लगते हैं। भाव यह है कि चारों तरफ भोर हो चुकी है
और सूर्य की सुनहरी किरणें लोगों को उठा रही हैं। तारे भी छुप गए हैं।
1. उषा तथा तारे
का मानवीकरण करने के कारण मानवीय अंलकार है।
2. काव्यांश में
गेयता का गुण विद्यमान है। अर्थात इसे गाया जा सकता है।
3. जब-जगकर में
अनुप्रास अलंकार है।
4. हेम कुंभ में
रूपक अलंकार है।
12-सुरदास जगधर से अपनी आर्थिक हानि गुप्त क्यों रखना चाहता था ?
उत्तरः- सूरदास एक अंधा भिखारी था। वह लोगों के दान पर ही
जीता था। एक अंधे भिखारी के पास इतना धन होना लोगों के लिए हैरानी की बात हो सकती
थी। इस धन का पता चलने पर लोग उसपर संदेह कर सकते थे कि इसके पास इतना धन कहाँ से
आया? लोग उसके प्रति तरह-तरह की बात कर सकते थे। अतः जब जगधर ने उससे उन रुपयों के
बारे में पूछा जो अब भैरों के पास थे तो सूरदास सकपका गया और उन रुपयों को अपना
मानने से इंकार कर दिया। वह स्वयं को समाज के आगे लज्जित नहीं करना चाहता था। अतः
वह जगधर से अपनी आर्थिक हानि को गुप्त रखना चाहता था।
झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची
PROJECT RAIL CM SOE & Model School (12.06.2025)
(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING) GENERAL SCHOOL
SECTION - A (1x6=6) (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
1. 'संवदिया' शब्द का क्या अर्थ है ?
(क)
वाहन चालक
(ख) संदेश वाहक
(ग)
लोगों की समस्या का समाधान करने वाला
(घ)
पत्र बाँटने वाला
2. लेखक सेवाग्राम कब गए थे? लेखक ने सेवाग्राम में किनके आने का जिक्र
नहीं किया?
(क)
1948 के आसपास, महादेव देसाई
(ख)
1936 के आसपास, सुशीला नय्यर
(ग) 1938 के आसपास, नेपाली भाई
(घ)
1942 के आसपास, जापानी भिक्षु
3. 'दुःख ही जीवन की कथा रही, क्या कहूँ आज, जो नहीं कही!' पंक्तियों
में निराला के किस व्यक्तित्व के दर्शन होते हैं-
(क)
जिजीविषा हीन
(ख) जीवन संघर्ष
(ग)
भाग्यहीन
(घ)
अर्थहीन
4. 'यह दीप अकेला' कविता में 'दीप' किसका प्रतीक है? 'यह दीप अकेला'
कविता में 'पंक्ति' किसका प्रतीक
है?
(क)
देश का, व्यक्ति का
(ख)
समाज का, देश का
(ग) व्यक्ति का (व्यष्टि), समाज का (समष्टि)
(घ)
गांव और शहर का, राज्य का
5. प्रत्येक सप्तक में कितने कवियों की कविताएं संग्रहित है ?
(क)
पाँच कवियों
(ख)
दो कवियों
(ग)
सत्रह कवियों
(घ) सात कवियों
6. भारत में इंटरनेट पत्रकारिता का अभी कौन सा दौर चल रहा है?
(क)
पहला दौर
(ख)
तीसरा दौर
(ग) दूसरा दौर
(घ)
चौथा दौर
खण्ड 'ख' (4 x 2 = 8) (लघुउत्तर प्रश्नः)
7. हरगोबिन बड़ी बहुरिया के पैर पकड कर क्यों रोने लगा ?
उत्तर - हरगोबिन, बड़ी बहुरिया के मायके में संवाद न सुना
सका, इसलिए वह उसके पैर पकड़कर रोने लगा।
8. 'वह लता वही कि, जहां कली तू खिली पंक्ति के द्वारा किस प्रसंग को
उद्घाटित किया गया है?
उत्तर - इस पंक्ति के द्वारा कवि सरोज के पालन की ओर संकेत
करते हैं। यहां लता का माध्यम सरोज की माँ यानी मनोहारी जी हैं जो सरोज को जन्म
देते ही चल बसी थी।
9. कवि ने व्यक्ति को गर्व भरा मदमाता क्यों कहा है?
उत्तर - दीप अकेला’ कविता में ‘दीप’ व्यक्ति का प्रतीक है
और ‘पंक्ति’ समाज की प्रतीक है। दीप का पंक्ति में शामिल होना व्यक्ति का समाज का
अंग बन जाना है। कवि ने दीप को स्नेह भरा, गर्व भरा एवं मदमाता कहा है। दीप में
स्नेह (तेल) भरा होता है, उसमें गर्व की भावना भी होती है क्योंकि उसकी लौ ऊपर की
ओर ही जाती है। वह मदमाता भी है क्योंकि वह इधर-उधर झाँकता भी प्रतीत होता है। यही
स्थिति व्यक्ति की भी है। उसमें प्रेम भावना भी होती है, गर्व की भावना भी होती है
और वह मस्ती में भी रहता है। दोनों में काफी समानता है।
10. जनसंचार के प्रमुख माध्यम कौन-कौन से हैं?
उत्तर - जनसंचार के प्रमुख माध्यम समाचार पत्र, रेडियो,
टेलीविजन, इंटरनेट, पुस्तक, पत्रिका, फिल्म और सोशल मीडिया हैं।
खण्ड 'ग' (2 x 3 = 6) (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
11. बड़ी हेवली से बुलावा आने पर हरगोबिन के मन में किस प्रकार की आशंका
हुई?
उत्तर - बडी हवेली से बुलावा आने पर हरगोबिन के मन में
आशंका हुई कि आज के युग में संदेश भेजने के अनेक साधन उपलब्ध है। बड़ी बहुरिया को
अवश्य कोई गुप्त संदेश देना होगा। इस संदेश की खबर चांद सूरज, परेवा- पक्षी तक को
नहीं होनी चाहिए।
12. लेखक सेवाग्राम कब और क्यों गया था?
उत्तर - लेखक (भीष्म साहनी) 1938 ई. के आसपास अपने बड़े भाई
बलराज साहनी के पास कुछ दिनों तक रहने के लिए सेवाग्राम गए थे, जो उस समय वहाँ से
प्रकाशित होने वाली पत्रिका नयी तालीम के सह-सम्पादन के रूप में काम कर रहे थे।