भारतीय नियोजन का मूल्यांकन (ASSESSMENT OF INDIAN PLANNING)

भारतीय नियोजन का मूल्यांकन (ASSESSMENT OF INDIAN PLANNING)
भारतीय नियोजन का मूल्यांकन (ASSESSMENT OF INDIAN PLANNING)
भारत में नियोजन की प्रक्रिया 1951 में शुरू की गयी थी, जबकि पहली पंचवर्षीय योजना का शुभारम्भ किया गया था। अब तक हम ग्यारह पंचवर्षीय योजनाएँ पूरी कर चुके हैं और बारहवीं पंचवर्षीय योजना जो 1 अप्रैल, 2012 में शुरू हुई थी। इसकी अवधि मार्च 2017 तक है। इस प्रकार योजनाबद्ध विकास के लगभग 65 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इसलिए हमारे लिए आवश्यक है कि भारतीय नियोजन का मूल्यांकन निम्नलिखित बिन्दुओं के आधार पर करें- 1. भारतीय नियोजन की उपलब्धियाँ 2. भारतीय नियोजन की विफलताएँ 3. योजनाओं को सफल बनाने के सुझाव अब हम उपर्युक्त बिन्दुओं पर विषद विवेचना करेंगे। भारतीय नियोजन की उपलब्धियाँ (ACHIEVEMENTS OF INDIAN PLANNING) भारत में आयोजन की उपलब्धियाँ अनेक एवं विविध हैं। मुख्य उपलब्धियों का वर्णन निम्न प्रकार है- 1. विकास दर में वृद्धि- प्रत्येक योजना के अनुसार वृद्धि दर आगे की सारणी में दी गयी है। इन आँकड़ों से स्पष्ट होता है कि पाँचीं पंचवर्षीय योजना तक वृद्धि दर 2.8 से 4.8 प्रतिशत के बीच घटती- बढ़ती रही है, परन्तु छठी पंचवर्षीय योजना और इसके बाद वृद्धि-दर में लगातार उन्नति हुई है। यह छठी पंचवर्षीय योजना में सकल देशी…