भारत में नियोजन-अर्थ(PLANNING IN INDIA : MEANING)

भारत में नियोजन-अर्थ (PLANNING IN INDIA : MEANING)
भारत में नियोजन-अर्थ(PLANNING IN INDIA : MEANING)
आर्थिक नियोजन का प्रारम्भ मुख्यत: 20वीं शताब्दी में हुआ। सर्वप्रथम नार्वे के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. क्रिस्ट्रियन शोन्हेयडर ने सन् 1910 में आर्थिक विकास की गति को तीव्र करने के लिए नियोजन की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रथम विश्वयुद्ध के समय जर्मनी ने अस्थायी तौर पर युद्ध प्रशासन में नियोजन को अपनाया परन्तु आर्थिक विकास के लिए नियोजन का प्रयोग सर्वप्रथम रूस ने किया। आज का युग आर्थिक नियोजन का युग है। इसीलिए आज प्रत्येक राष्ट्र-चाहे विकसित हो या अर्द्ध-विकसित, पूँजीवादी हो या समाजवादी-आर्थिक नियोजन को अपना रहा है। वास्तव में, नियोजन वर्तमान समय का महत्वपूर्ण आर्थिक नारा और सभी आर्थिक बुराइयों की औषधि बन गया है। श्री टी. टी. कृष्णमाचारी के शब्दों में, "आध्यात्मिक क्षेत्र में जो महत्व ईश्वर का है, आर्थिक क्षेत्र में वही महत्व नियोजन का है।" आर्थिक नियोजन की परिभाषाएँ (DEFINITIONS OF ECONOMIC PLANNING) विभिन्न देशों में वहाँ की आवश्यकतानुसार भिन्न-भिन्न उद्देश्यों से आर्थिक नियोजन को अपनाया गया है। अत: इसकी परिभाषाओं में भी काफी भिन्नता पाई जाती है। आर्थिक नियोजन की कुछ परिभाषाएँ नि…