JPSC_Agriculture_and_Rural_Economy(कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था)
JPSC_Agriculture_and_Rural_Economy(कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था) ( राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्व, भारत में कृषि उत्पादन में
वृद्धि-उत्पादन और उत्पादकता, निम्न उत्पादकता के कारण और कृषि उत्पादन में सुधार
हेतु सरकार द्वारा उठाए गए कदम, हरित क्रांति, सदाबहार क्रांति, इंद्रधनुषी क्रांति,
डब्लू. टी.ओ. और कृषि, निर्गम और आगामों का विपणन और मूल्यन । ) कृषि क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था
का आधार है। भारतीय अर्थव्यवस्था के निवासियों के अस्तित्व और विकास का सम्बन्ध कृषि
क्षेत्र से आदि काल से जुड़ा है। आधारिक व्यवसाय एवं अनिवार्य आवश्यकता पूर्ति का क्षेत्र
होने के कारण सभी अर्थव्यवस्थाओं अथवा यह कहा जाए कि विश्व अर्थव्यवस्था के लिए यह
अपरिहार्य है। यह समस्त मानव जाति के लिए जीवन का आधार है। विश्व में विभिन्न राष्ट्रों
के मध्य पारस्परिक निर्भरता के कारण कुछ विकसित अर्थव्यवस्थाओं में कृषि का राष्ट्रीय
आय, रोजगार एवं उत्पादन में सापेक्षिक योगदान अपेक्षाकृत कम है, परन्तु विकासशील एवं
अर्द्धविकसित अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक विकास का आधार कृषि ही है। इसी अनुरूप भारतीय
अर्थव्यवस्था में कृषि आर्थिक क्रियाओं का मुख्य आधार है। औपनिवेशिक काल
में कृषि स्वतंत्रता से पू…