JPSC_Land, Forest and Environmental Issues in Jharkhand(झारखंड में भूमि, वन और पर्यावरणीय मुद्दे)

Land, Forest and Environmental Issues in Jharkhand(झारखंड में भूमि, वन और पर्यावरणीय मुद्दे)
JPSC_Land, Forest and Environmental Issues in Jharkhand(झारखंड में भूमि, वन और पर्यावरणीय मुद्दे)
(भूमि सुधार, विस्थापन : प्रभाव और पहलें, वनों से संबंधित मुद्दे, पर्यावरणीय निम्नीकरण और इससे निपटने हेतु राज्य की नीति ) भूमि संसाधन भारत के कुल क्षेत्रफल के 2.24 प्रतिशत भाग पर अवस्थित झारखंड राज्य भूमि की मिश्रित सतहों से ढका हुआ है। इस राज्य की कुल जनसंख्या की लगभग 76 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल 79,714 वर्ग कि.मी. में कृषि योग्य भूमि लगभग 26 लाख हेक्टेयर है। राज्य के इस कृषि कार्य में कुल 22.68 प्रतिशत में ही भूमि का उपयोग हो रहा है। यहां खाद्यान्न उत्पादन 30 लाख मीट्रिक टन है, जबकि आवश्यकता 50 लाख मीट्रिक टन की है। यहां की अम्लीय मिट्टी और भूमि विषमता से सिंचाई का अभाव कृषि में सबसे बड़ी बाधाएँ हैं । राज्य में वन क्षेत्रफल 29.61 प्रतिशत है और इस क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि की उपलब्धता कम है। राज्य का लगभग 72 प्रतिशत भूमि पथरीली, पठारी और ऊसर है, जो कृषि योग्य नहीं है। वन कटाव से पैदावार योग्य मिट्टी नष्ट होने से भी इस बंजर भूमि में वृद्धि हुई है। भूमि के 79,714 वर्ग कि.मी. क्षेत्रफल में 23.22 लाख हेक्टेयर जंगल, 5.66 लाख हेक्टेयर बंजर …