परिवहन (यातायात)-सड़क, रेलवे, वायु व जल (TRANSPORT : ROAD, RAILWAY, AIR AND WATER)

परिवहन (यातायात)-सड़क, रेलवे, वायु व जल (TRANSPORT : ROAD, RAILWAY, AIR AND WATER)
परिवहन (यातायात)-सड़क, रेलवे, वायु व जल (TRANSPORT : ROAD, RAILWAY, AIR AND WATER)
परिवहन (TRANSPORT) किसी भी देश के आर्थिक विकास में परिवहन के साधनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कृषि और उद्योग को किसी देश की अर्थव्यवस्था का शरीर माना जाये तो परिवहन इसकी नसें हैं। वास्तव में, कोई भी अर्थव्यवस्था एक कुशल यातायात प्रणाली के बिना नहीं चल सकती परिवहन का वर्गीकरण (Classification of Transport) परिवहन का वर्गीकरण मुख्यतः तीन वर्गों में किया जा सकता है जैसाकि नीचे चार्ट में दर्शाया गया है- I. थल परिवहन (LAND TRANSPORT) 1. सड़क परिवहन (Road Transport) भूतल पर सड़क परिवहन सबसे प्राचीन एवं निरन्तर विकासमान साधन रहा है। इसे मानव, पशुओं, पशुवाहनों एवं यन्त्रचालित वाहनों ने सड़कों के माध्यम से गतिशीलता की ओर निरन्तर विकसित किया है। (1) मनुष्य- मनुष्य ही पहला भार ढोने वाला प्राणी रहा है। आज भी स्टेशनों, भूमध्यरेखीय वनों एवं पहाड़ी में मनुष्य बोझा ढोने का प्रमुख साधन है। एक मनुष्य केवल 18 किलो से 40 किलो तक बोझ लादकर ले जा सकता है किन्तु आज मनुष्य का उपयोग वही होता है जहाँ अन्य साधन उपलब्ध नहीं होते हैं। (2) पशु- मानव ने विकास के साथ-साथ पशुओं को भार ढोने का माध्यम बनाया जो कि बीसी सदी के …