खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
1. निम्नलिखित में से कौन सामाजिक भूगोल का उपक्षेत्र नहीं है?
(1)
व्यवहारवादी भूगोल
(2)
सांस्कृतिक भूगोल
(3)
चिकित्सा भूगोल
(4) सैन्य भूगोल
2.
इनमें से कौन राजनीतिक भूगोल का उपक्षेत्र है-
(1) निर्वाचन भूगोल
(2)
पर्यटन भूगोल
(3)
भौतिक भूगोल
(4)
चिकित्सा भूगोल
3.
इनमें से कौन आर्थिक भूगोल का उपक्षेत्र नहीं है-
(1)
संसाधन भूगोल
(2)
कृषि भूगोल
(3)
उद्योग भूगोल
(4) ऐतिहासिक भूगोल
4.
विश्व के दस सर्वाधिक आबाद देशों में विश्व की लगभग कितने प्रतिशत जनसंख्या निवास करती
है?
(1)
40 प्रतिशत
(2)
50 प्रतिशत
(3) 60 प्रतिशत
(4)
70 प्रतिशत
5.
किसी भी देश का वास्तविक धन क्या होता है?
(1) देश के निवासी
(2)
देश के अन्य संसाधन
(3)
देश की अर्थव्यवस्था
(4)
देश के उद्योग
6.
'एशिया में बहुत अधिक स्थानों पर कम लोग और कम स्थानों पर बहुत अधिक लोग रहते हैं।'
यह किसका कथन है?
(1)
रैटजल
(2)
हम्बोल्ट
(3) जॉर्ज बी. केसी
(4)
एलन सेंपल
7.
इनमें से कौन विश्य का सबसे सघन बसा हुआ क्षेत्र है?
(1) नदी घाटी क्षेत्र
(2)
मरुस्थलीय क्षेत्र
(3)
टुन्ड्रा क्षेत्र
(4)
विषुवतीय क्षेत्र
8.
इनमें से कौन जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारक है?
(1)
भू आकृति
(2)
जल की उपलब्धता
(3) जलवायु
(4)
मृदाएँ
9.
किस प्रकार की मिट्टी वाले प्रदेशों में अधिक लोग निवास करते हैं?
(1)
लाल मिट्टी
(2)
लैटेराइट मिट्टी
(3) दोमट मिट्टी
(4)
मरुस्थलीय मिट्टी
10.
जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत के किस अवस्था में जन्म-दर और मृत्यु-दर दोनों उच्च होता
है?
(1) प्रथम अवस्था
(2)
द्वितीय अवस्था
(3)
तृतीय अवस्था
(4)
चतुर्थ अवस्था
11.
विकसित राष्ट्र सामान्यतः जनांकिकीय संक्रमण के किस अवस्था में होते हैं?
(1)
प्रथम अवस्था
(2)
द्वितीय अवस्था
(3) तृतीय अवस्था
(4)
चतुर्थ अवस्था
12.
प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या को क्या कहते हैं?
(1)
जनसंख्या घनत्व
(2) लिंगानुपात
(3)
जनसंख्या वृद्धि दर
(4)
जनसंख्या संघटन
13.
इनमें से कौन गुणात्मक परिवर्तन है जो मूल्य सापेक्ष होता है?
(1)
वृद्धि
(2)
विकास
(3) (1) एवं (2) दोनों
(4)
इनमें से कोई नहीं
14.
इनमें से किस देश का जीवन प्रत्याशा सर्वाधिक है?
(1)
ऑस्ट्रेलिया
(2) जापान
(3)
भारत
(4)
पाकिस्तान
15.
मानव विकास के आधारभूत आवश्यकता उपागम को मूलरूप से किस संगठन ने प्रस्तावित किया था?
(1)
यूनेस्को
(2) अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन
(3)
विश्व स्वास्थ्य संगठन
(4)
अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक संगठन
16.
इनमें से किस देश का मानव विकास सूचकांक भारत से ऊँचा है?
(1) श्रीलंका
(2)
त्रिनिदाद
(3)
टोबैगो
(4)
सोमालिया
17.
किस क्षेत्र में कार्यकलाप करने वाले लोग लाल कॉलर श्रमिक कहलाते हैं?
(1) प्राथमिक
(2)
द्वितीयक
(3)
तृतीयक
(4)
चतुर्थक
18.
मानव की कौन-सी आर्थिक क्रियाएँ प्राचीनतम हैं?
(1)
कृषि
(2) भोजन संग्रहण एवं आखेट
(3)
उद्योग धंधे
(4)
व्यापार
19.
जर्मनी में आधुनिक भूगोल के किस विचारधारा का विकास हुआ है?
(1)
प्रकृतिवाद
(2)
नियतिवाद
(3)
निश्चयवाद
(4) सभी
20.
'अर्द्धकुंडे' के लेखक कौन हैं?
(1)
फ्रेडरिक रैटजल
(2) कार्ल रिटर
(3)
बेरेनियस
(4)
डी. ला. व्लांश
21.
'संभववाद' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसके द्वारा किया गया था?
(1)
फ्रेडरिक रैटजल
(2)
कार्ल रिटर
(3) फेब्रे
(4)
बेरेनियस
22.
ओरिजिन ऑफ स्पीशीज सिद्धांत का संबंध निम्नलिखित में से किस विद्वान से है।
(1) डार्विन
(2)
कार्ल रिटर
(3)
बेरेनियस
(4)
डी. ला. व्लांश
23.
"फ्रांसीसी भूगोल के जनक जिन्हें संभववादी विचारधारा का चैम्पियन भी कहा जाता
है।" यह कथन किस भूगोलवेत्ता से संबन्धित है?
(1)
फ्रेडरिक रैटजल
(2)
कार्ल रिटर
(3)
बेरेनियस
(4) डी. ला. लांश
24.
पर्यावरणीय निश्चयवादी विचारधारा की शुरुआत जर्मनी के किस विद्वान द्वारा की गयी थी?
(1) हम्बोल्ट
(2)
कार्ल रिटर
(3)
बेरेनियस
(4)
डी. ला. ब्लांश
25.
ज्योग्राफिया नेचुरेलिस के लेखक कौन हैं?
(1)
इरेटास्थनीज
(2)
डार्विन
(3)
कार्ल रिटर
(4) बेरेनियस ।
26.
आधुनिक भूगोल का संस्थापक किसे कहा जाता है?
(1) हम्बोल्ट
(2)
कार्ल रिटर
(3)
बेरेनियस
(4)
डी. ला. ब्लांश
27.
पर्यावरणीय निश्चयवादी विचारधारा के समर्थक विद्वान एलेन सेंपुल किस देश की थी?
(1)
जर्मनी
(2)
फ्रांस
(3) स. रा. अमेरिका
(4)
ब्रिटेन
28.
'ज्योग्राफिया' पुस्तक, जिसे भूगोल का वेद भी कहा जाता है, के लेखक कौन हैं?
(1) इरेटास्थनीज
(2)
कार्ल रिटर
(3)
इमैनुअल कान्ट
(4)
फेब्रे
29.
विश्व की कुल जनसंख्या का कितना प्रतिशत भाग भारत में है?
(1)
12.5
(2)
14.5
(3) 17.5
(4)
20
30.
सबसे कम जनसंख्या निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में स्थित है?
(1)
द. अमेरिका
(2)
यूरोप
(3) ऑस्ट्रेलिया
(4)
अफ्रीका
31.
अफ्रीका महाद्वीप में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश कौन है?
(1)
सूडान
(2) नाइजीरिया
(3)
द. अफ्रीका
(4)
केन्या
32.
विषम जलवायु के कारण निम्नलिखित में से सबसे विरल जनसंख्या वाला प्रदेश कौन है?
(1)
एशिया
(2)
यूरोप
(3)
उत्तरी-पूर्वी अमेरिका
(4) विषुवतीय क्षेत्र
33.
जनांकिकीय संक्रमण की किस अवस्था में जनसंख्या विस्फोट होता है?
(1)
प्रथम
(2) द्वितीय
(3)
तृतीय
(4)
चतुर्थ
34.
जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक जलवायु है। निम्नलिखित में
से कौन-सी जलवायु सघन जनसंख्या के लिए उत्तरदायी है?
(1)
उष्ण
(2) शीतोष्ण
(3)
अति उष्ण
(4)
शीत
35.
जनांकिकीय संक्रमण की प्रथम अवस्था की प्रमुख विशेषता की पहचान नीचे दिये गए विकल्प
से करें।
(1)
जन्म दर उच्च तथा मृत्यु दर निम्न
(2)
जन्म दर निम्न तथा मृत्यु दर उच्च
(3)
जन्म दर तथा मृत्यु दर दोनों ही निम्न
(4) जन्म दर और मृत्यु दर दोनों ही उच्च
36.
जनांकिकीय संक्रमण का सिद्धांत पहली बार किनके द्वारा दिया गया था।
(1)
अरस्तू
(2)
ब्लांश
(3)
फ्रेडरिक रैटजल
(4) थॉम्पसन
37.
कुल क्षेत्रफल तथा कुल जनसंख्या के आधार पर क्या निर्धारित किया जाता है?
(1)
साक्षरता दर
(2)
जन्म दर
(3)
वृद्धि दर
(4) घनत्व
38.
आयु-लिंग पिरामिड से जनसंख्या के किस विशेषता को प्रदर्शित किया जाता है?
(1)
आयु संरचना
(2)
लिंग संघटन
(3)
ग्रामीण-नगरीय संघटन
(4) (1) एवं (2) दोनों
39.
जनसंख्या पिरामिड में बायाँ भाग की चौड़ाई दायाँ भाग से अधिक होना क्या प्रदर्शित करता
है?
(1)
स्त्री जनसंख्या की अधिकता
(2) पुरुष जनसंख्या की अधिकता
(3)
विस्तारित जनसंख्या
(4)
स्थिर जनसंख्या
40.
जन्म-दर और मृत्यु-दर दोनों का समान होना क्या प्रदर्शित करता है?
(1)
विस्तारित होती जनसंख्या
(2) स्थिर जनसंख्या
(3)
घटती जनसंख्या
(4)
इनमें सभी
खण्ड-ब (विषयनिष्ठ प्रश्न)
भूगोल (GEOGRAPHY)-XII
> प्रश्न 1 से प्रश्न 7 तक अतिलघूत्तरीय प्रश्न है। इनमें
से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर अधिकतम एक वाक्य में दीजिए ।
प्रत्येक प्रश्न का मान 2 अंक निर्धारित है।
>
प्रश्न 8 से प्रश्न 14 तक लघूत्तरीय प्रश्न है। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के
उत्तर अधिकतम 50 शब्दों में दीजिए । प्रत्येक प्रश्न का मान 3
अंक निर्धारित है।
>
प्रश्न 15 से प्रश्न 19 तक दीर्घउत्तरीय प्रश्न है। इनमें से
किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 100 शब्दों में दीजिए । प्रत्येक प्रश्न का
मान 5 अंक का निर्धारित है ।
1.जनसंख्या घनत्व से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-प्रति
इकाई क्षेत्र पर निवास करने वाली व्यक्तियों की संख्या को जनसंख्या घनत्व कहा जाता
है। दूसरे शब्दों में किसी क्षेत्र में कुल आबादी और कुल क्षेत्रफल के अनुपात को
जनसंख्या घनत्व कहा जाता है।
2. जनसंख्या प्रवास से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर-व्यक्तियों
के एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर बसने की क्रिया को प्रवास कहते हैं। स्थायी प्रवास में आए हुए व्यक्ति बसावट करने के बाद वापस अपने मूल स्थान
नहीं जाते हैं। इसका सबसे सुन्दर एवं सरल उदाहरण ग्रामीण जनसंख्या का अपने-अपने
गांवों से उजागर की तलाश में पलायन करके शहरों में आकर स्थाई रूप से बसना।
3. हरित क्रांति क्या है?
उत्तर-भारत
की नई कृषि नीति सन् 1967-68 में लागू की गई, जिसमें अधिक उपज देने वाले बीजों को
बोया गया तथा कृषि की नई तकनीकों का प्रयोग किया गया, जिससे फसल उत्पादन में तीन
वृद्धि हुई, इसे ही हरित कहा जाता है।
4. जल प्रदूषण से होने वाले किन्हीं दो बीमारियों के नाम लिखें।
उत्तर-जल
प्रदूषण से होने वाले बीमारियों के नाम-
(1)
डायरिया, (ii) कब्ज, (ii) लिवर में संक्रमण, (iv) पीलिया आदि।
5. जल संभर प्रबंधन के कोई दो उद्देश्य लिखिए।
उत्तर-जल-भारण
अथवा जल संभर (वाटरशेड) प्रबंधन के उद्देश्य-
(i)
वाटरशेड प्रबंधन द्वारा प्राकृतिक संसाधनों जैसे भूमि, जल और कृषि-संपदा का संरक्षण
और विकास किया जा सकता है।
(ii)
वाटरशेड प्रबंधन द्वारा भूमि पर बहने वाले वर्षा जल का पुनर्भरण का कार्य किया जा सकता
है।
6. धात्विक खनिज के दो उदाहरण लिखें।
उत्तर-जिन
खनिजों से धातु प्राप्त होती है उन्हें धात्विक खनिज कहते हैं, जैसे लौह अयस्क, बॉक्साइट,
आदि। इस अवस्था में खनिज दरारों से होते हुए भूमि की ऊपरी सतह तक पहुँच जाते हैं। उदाहरण-टिन,
जस्ता, लेड आदि।
7. आधारभूत उद्योग क्या है?
उत्तर-आधारभूत
उद्योग वह उद्योग है, जिन उद्योगों पर सभी उद्योग निर्भर होते हैं, उन्हें आधारभूत
उद्योग कहा जाता है जैसे लोहा इस्पात उद्योग, तांबा प्रगलन उद्योग आदि।
8. जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दें।
उत्तर-कृषि
और उद्योगों में बेकार पानी के पुनरुपयोग को बढ़ावा देना उद्योगों की स्थापना के लिए
स्थान के विवेकपूर्ण चयन से प्रदूषण नियंत्रण की आवश्यकताओं में कमी लाना। जल संरक्षण
के उद्देश्य से पानी के प्रयोग और दूषित जल की निकासी के सम्बन्ध में कड़ा अनुशासन
के बहाव पर निगरानी रखना।
9. भारत में सड़क परिवहन को परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में अधिक
उपयोगी क्यों माना जाता है?
उत्तर-भारत
के सड़क परिवहन को परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में अधिक उपयोगी निम्नलिखित कारणों
से माना जाता है-
(क)
रेल की तुलना में सड़कें बनाने की लागत कम पड़ती है और कम लोगों तथा कम सामान को छोटी
दूरी तक पहुंचाने के लिये सड़क मार्ग से जाने में कम खर्चा पड़ता है।
(खा)
घर-घर तक सामान और सेवाएँ पहुँचाना सड़कों के कारण संभव हो पाता है। सड़क परिवहन से
परिवहण के अन्य साधनों तक कड़ी का काम किया जा सकता है।
(ग)
सड़क ऊबड़-खाबड़ धरातल और पर्वतों पर बनाई जा सकती और भारत में सड़क परिवहन का उपयोग
सभी स्थानों पर किया जाता है। जैसे-गली मोहल्ले, एक राज्य से दूसरे राज्य को जोड़ने
में, एक देश से दूसरे देश ले जाने में सुविधा होती है।
10. आकार के आधार पर विनिर्माण उद्योग को वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर-आकार
के आधार पर विनिर्माण-उद्योग को निम्नलिखित भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है-
(क)
वृहत उद्योग-वे उद्योग जो बड़ी मात्रा में लोगों को रोजगार देकर और बड़ी मशीनों का
प्रयोग कर बड़े स्तर पर वस्तुओं का निर्माण करते हैं, वह वृहद् उद्योग कहे जाते हैं।
शक्कर, सीमेंट, वाहन निर्माण, रेडियो टी.वी निर्माण आदि वृहद् उद्योग के अंतर्गत आते
हैं।
(ख)
मध्यम उद्योग-ये उद्योग हैं जिनमें काम करने वालों की संख्या एक सीमा से कम होती है
तथा उनका वार्षिक उत्पादन भी एक सीमा के अन्दर रहता है। किसी भी देश के विकास में इनका
महत्वपूर्ण स्थान है।
(ग)
लघु उद्योग-वे इकाइयां हैं जो मध्यम स्तर के विनियोग की सहातया से उत्पादन प्रारम्भ
करती है। इन इकाइयों में श्रम शक्ति की मात्रा भी कम होती है और सापेक्षिक रूप से वस्तुओं
एवं सेवाओं का उत्पादन किया जाता है।
(घ)
कुटीर उद्योग-कुटीर उद्योग सामूहक रूप से उन उद्योगों को कहते हैं जिनमें उत्पाद एवं
सेवाओं का सृजन अपने घर में ही किया जाता है न कि किसी कारखाने में। कुटीर उद्योगों
में कुशल कारीगरों द्वारा कम पूंजी एवं अधिक कुशलता से अपने हाथों के माध्यम से अपने
घरों में वस्तुओं का निर्माण किया जाता है।
11. गैरपरंपरागत ऊर्जा स्रोतों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-गैर
पारंपरिक स्रोत वे हैं, जो हाल ही में प्रयोग में आए हैं। इन स्रोतों का प्रयोग करने
का उपाय तथा तकनीक, पहले दोनों ही नहीं थे। पारंपरिक स्रोतों की तुलना में ये सस्ते
संसाधन हैं। इसके कुछ उदाहरण हैं-सौर ऊर्जा, वायु ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा,
बायोमास आदि।
12 वर्षा जल संरक्षण क्या है? इसके चार उद्देश्य बताइए।
उत्तर-जल
संरक्षण-वर्षा जल संग्रहण विभिन्न उपयोगों के लिए वर्षा जल रोकने और एकत्र करने की
विधि है। इसका उपयोग भूजल भंडार को भरने के लिए भी किया जाता है। यह कम मूल्य और पारिस्थितिकी
अनुकूल विधि है जिसके द्वारा पानी के प्रतयेक बूंद संरक्षित करने के लिए वर्षा जल को
नलकूपों, गड्ढों और कुओं में एकत्र किया जाता है। इसके चार विशेषताएं निम्नलिखित हैं-
(i)
पानी के उपलब्धता को बढ़ाता है जिसे सिंचाई तथा पशुओं के लिए उपयोग किया जाता है।
(ii)
भूमिगत जल स्तर को नीचा होने से रोकता है।
(iii)
मृदा अपरदन और बाढ़ को रोकता है।
(iv)
लोगों में सामूहिकता की भावना को बढ़ाता है।
(v)
भौम जल को पम्प करके निकालने में लगने वाली ऊर्जा की बचत करता है।
13. भारत में कृषि की प्रमुख समस्याओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर-(i)
ग्रामीण-शहरी विभाजन
(ii)
कृषि में निवेश का अभाव
(iii)
प्रभावी नीतियों का अभाव
(iv)
प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग का अभावा
(v)
विमुद्रीकरण का प्रभाव
(vi)
कीमतों पर अत्यधिक हस्तक्षेप।
(vii)
सिंचाई सुविधाएं
(viii)
सुस्त उर्वरक उद्योग
(ix)
मानसून पर निर्भरता
(x)
किसान उत्पादक संगठनों ।
14. जनसंख्या प्रवास को प्रभावित करने वाले अपकर्ष कारकों को लिखिए।
उत्तर-जनसंख्या
प्रवास को प्रभावित करने वाले कारक-
(क)
ये गंतव्य स्थान के वे कारक है जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, लोग ग्रामों
से नगरों को ओर आकर्षिक होते हैं।
(ख)
गाँवों को छोड़कर लोग दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता जैसे महानगरों में रोजगार के बेहतर अवसर,
नियमित काम का मिलना, ऊँचा वेतन, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, मनोरंजन इत्यादि की सुविधाओं
के उपलब्ध होने के कारण प्रवास करते हैं।
15. भारत में जनसंख्या वितरण घनत्व को प्रभावित करने वाले किन्हीं पांच
कारकों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-(i)
घरातल-समतल मैदानी भागों में जनसंख्या घनत्व अधिक पाया जाता है। जहां उपजाऊ भूमि होने
से खाद्यान्न की पूर्ति होती है तथा परिवहन के साधनों का विकास होता है। पर्वतीय और
पठारी भागों में मानव-निवास की सुविधाएं नहीं होने से जनसंख्या कम पाई जाती है।
(ii)
जलवायू-स्वास्थ्यप्रद जलवायु और सम तापमान में जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है जबकि
अत्यधिक गर्म और ठण्डी जलवायु में कम जनसंख्या रहती है।
(iii)
वर्षा- पर्याप्त वर्षा के कारण कृषि विकास और पेयजल सुविधा होने से जनसंख्या अधिक पायी
जाती है जबकि कम वर्षा के कारण मरुस्थल होने से वहां जनसंख्या का घनत्व कम पाया जाता
है।
(iv)
कृषि का विकास-जिन क्षेत्रों में कृषि का विकास हुआ है वहाँ खाद्यान पूर्ति हो भरण-पोषण
के साधन पर्याप्त होने से अधिक जनसंख्या घनत्व पाया जाता है।
(v)
उद्योगों का विकास-औद्योगिक क्षेत्रों में रोजी-रोटी कमाने के लिए दूर-दूर आकर बस जाते
हैं। उद्योगों के विकास से जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है।
(vi)
खनिज पदार्थ-लोहा, कोयला, मैंगनीज आदि खनिज उत्पादक क्षेत्रों में रोजगार उपलब्धता
होने से धनी जनसंख्या पायी जाती है।
16. भारत में गेहूं के उत्पादन एवं वितरण का वर्णन कीजिए।
उत्तर-(i)
भारत का दूसरा मुख्य फसल गेहूँ।
(ii)
भारत विश्व का 12.3% गेहूँ उत्पादन करता है (2016)।
(ii)
गेहूं एक रबी फसल का उदाहरण है। तापमान कम हो।
(iv)
शीतोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में शीत ऋतु में अक्टूबर से मार्च।
(v)
भारत में 75% उत्पादन
•
पंजाब, हरियाणा 4000 किलोग्रा/प्रति हेक्टेयर उत्पादन अधिक।
•
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश।
(vi)
देश के कुल बोये क्षेत्र के लगभग 14 प्रतिशत भाग पर गेहूँ की कृषि
17. मृदा प्रदूषण से आप क्या समझते हैं? मृदा प्रदूषण के कारणों को
लिखें।
उत्तर-मृदा
प्रदूषण मृदा में होने वाले प्रदूषण को कहते हैं। यह मुख्यत: कृषि में अत्यधिक कीटनाशक
का उपयोग करने या ऐसे पदार्थ जिसे मृदा में नहीं होना चाहिए, उसके मिलने पर होता है।
जिससे मृदा की उपज क्षमता में भी बहुत प्रभाव पड़ता है। इसी के साथ उसको जल प्रदूषण
भी कहा जाता है।
मृदा
प्रदूषण के कारण-मृदा प्रदूषण के स्रोतों में विभिन्न तत्व होते हैं जो प्रदूषकों का
उत्पादन करते हैं, जैसे कि पेट्रोलियम, भूमिगत भंडारण टैंकों के टूटने से हाईड्रोकार्बन,
शुष्क सफाई रसायनों का रिसाव, कचरा भराव क्षेत्र से प्रदूषकों की निक्षालन, सतही जल
अपवाह, जो प्रदूषकों को ढोते हैं का खुले स्रोत से मिट्टी में रिसाव और कीटनाशक।
(i)
भूतल खनन-कोयला और धात्विक अयस्कों के खनन से भारी मात्रा में मृदा प्रदूषक उत्पन्न
होते हैं। उद्योग जो अयस्कों को खोदते और उन पर प्रक्रिया करते हैं, तेल और गैस के
लिए ड्रिल करते हैं या कोयले को हिलाते हैं, बड़ी मात्रा में नमक युक्त कचरे का उत्पादन
करते हैं। खनन से सोडियम, कैल्शियम, सल्फेट, क्लोराइड और कानेट आदि अपशिष्ट उत्पन्न
होते हैं जो मिट्टी के कारण बन गए हैं।
(ii)
वनों की कटाई-बनों की कटाई से तात्पर्य पेड़ों के गिरने और कटाई और वन क्षेत्रों का
दूसरे भूमि उपयोग में रूपांतरण से होता है। वनों की कटाई की प्रक्रिया से मिट्टी की
स्थिरता और मिट्टी की गुणवता पर कई अवांछनीय पर्यावरणीय प्रभाव पड़ते हैं। यह मिट्टी
में अस्थिरता भी बढ़ाता है, क्षरण बढ़ाता है और जैव विविधता में कमी लाता है। वों की
कटाई की प्रक्रिया से मिट्टी में जल धारण करने को क्षमता घट जाती है, मिट्टी के कण
ढीले पड़ जाते हैं और मिट्टी को हटाने की क्षमता बढ़ जाती है।
(iii)
लवणता-मिट्टी में अम्ल स्वाभाविक रूप से पाए जाते हैं लेकिन यह एसिड बढ़ाने वाले उर्वरकों
के उपयोग से बढ़ रहा है। बढ़ी हुई मिट्टी की लवणता संरचना, सूक्ष्मजीवीय विविधता और
पौधों के लिए उपयोगी मिट्टी पर नकारात्मक प्रदूषण का प्रभाव डालती है। मिट्टी को लवणता
को संतृप्त मिट्टी की विद्युत चालकता से भाग जाता है। नमक प्रभावित मिट्टी न केवल पर्यावरण
प्रदूषण को बढ़ाती है, बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता और उत्पादकता को भी कम करती है।
(iv)
कीटनाशक-आजकल कृषि उत्पादन बढाने के लिए आमतौर पर सिंथेटिक कीटनाशकों का व्यापक उपयोग
किया जाता है। यद्यपि उत्पादकता बढ़ती है लेकिन मिट्टी की गुणवत्ता और संरचना बदल जाती
है।
(v)
घरेलू सध्या औद्योगिक अपशिष्ट-परेलू तथा औद्योगिक संस्थानों से निकले अपशिष्ट पदार्थ,
जैसे सीसा, तांबा, पारा, प्लास्टिक, कागज आदि मृदा में मिलकर इसे दूषित करते है।
(vi)
मरुस्थलीयकरण-मरुस्थलों की रेत हवा के साथ उड़ जाती है और दूर तक उर्वरक भूमि पर बिछ
जाता है। इस प्रकार बलुई धूल के फैलाव से मरूस्थलों का विस्तार होता है। इस प्रकार
धूल उवरा भूमि का विनाश कर उसकी उत्पादकता को घटाती है।
18. उद्योग की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारकों की व्याख्या करें।
उत्तर-उद्योगों
की स्थिति-(प्रभावित करने वाले कारक)
कच्चा
माल-सामान्यतया उद्योग वहीं स्थापित होते हैं जहां कच्चा माल उपलब्ध होता है। जिन उद्योगों
में निर्मित वस्तुओं का भार कच्चे माल के समीप लगाए जाते हैं।
शक्ति/
ऊर्जा-किसी भी उद्योग की स्थापना से पहले उसकी शक्ति की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली जाती
है। एल्युमिनियम उद्योग शक्ति के साधन के नजदीक जाते हैं। क्योंकि इसमें बिजली का बहुत
अधिक उपयोग किया जाता है।
बाजार-उद्योगों
का सारा विकास निर्मित माल की खपत के बाजार पर निर्भर करता है। बाजार की निकटता से
उपभोक्ता की औद्योगिक उत्पाद सस्ते दाम पर मिल जाते हैं।
परिवहन-कच्चे
माल को उद्योग केन्द्र तक लाने तथा निर्मित माल को बाजार तक ले जाने के लिए सस्ते तथा
कुशल यातायात का प्रचुर मात्रा में होना आवश्यक है।
श्रम-सस्ते
तथा कुशल श्रम की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता औद्योगिक विकास का मुख्य कारण है। कुछ
उद्योग तो श्रम प्रधान ही होते हैं। इन्हें विशेष दक्षता वाले श्रमिकों की आवश्यकता
होती है जैसे फिरोजाबाद का चूड़ी उद्योग श्रम प्रधान उद्योग है।
ऐतिहासिक
कारक-मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे केन्द्रों का औपनिवेशिक काल में ही विकास हो गया
था मुर्शिदाबाद, भदोही, सूरत, बड़ौदा।
प्राचीन
समय से ही औद्योगिक केन्द्र के रूप में उभर आये थे।
19. दिए गए भारत के मानचित्र के आधार पर 801 से अधिक व्यक्ति प्रति
वर्ग किमी. जनसंख्या घनत्व वाले राज्यों के नाम लिखें।
उत्तर- केरल, यूपी., हरियाणा, पंजाब, पश्चिम बंगाल, बिहार ।
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