Class-XI Hindi Antra 13. सुमित्रानंदन पंत- औरै भाँति कुंजन में गुंजरत, गोकुल के कुल के गली के गोप, भौंरन को गुंजन बिहार

Class-XI Hindi Antra 13. सुमित्रानंदन पंत- औरै भाँति कुंजन में गुंजरत, गोकुल के कुल के गली के गोप, भौंरन को गुंजन बिहार
Class-XI Hindi Antra 13. सुमित्रानंदन पंत- औरै भाँति कुंजन में गुंजरत, गोकुल के कुल के गली के गोप, भौंरन को गुंजन बिहार
पाठ्यपुस्तक आधारित प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. पहले छंद में कवि ने किस ऋतु का वर्णन किया है? उत्तर : कवि पद्माकर ने इस पाठ के पहले छंद में बसन्त-ऋतु का चित्रात्मक एवं मनोहारी वर्णन किया है। बसन्त को छः ऋतुओं ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमन्त, शिशिर और बसन्त को ऋतुराज कहा जाता है। अतः इसका वर्णन भी अद्भुत होता है। प्रश्न 2. इस ऋतु में प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं? उत्तर : कवि पद्माकर ने ऋतुराज वसन्त का वर्णन करते हुए कहा है कि इस ऋतु में भ्रमरों का कुंजों में गुंजार करना भी अद्भुत प्रकार का हो जाता है। वृक्षों की शाखाओं पर पत्तों के समूहों की शोभा अत्यन्त ही अलग हो जाती है। गाँवों की गली-गली में छल-छबीले युवक शोभा बढ़ाकर भ्रमण करते घूमते हैं। पक्षी अद्भुत कलरव करते हैं। इस प्रकार ऋतुराज वसन्त के आने पर तन-मन और वन की शोभा के साथ-साथ रस, रीति और राग-रंग भी परिवर्तित हो जाते हैं। प्रश्न 3. 'और' की बार-बार आवृत्ति से अर्थ में क्या विशिष्टता उत्पन्न हुई है? उत्तर : कवि पद्माकर रीतिकाल के विशिष्ट कवि हैं। शब्द और अर्थ में चमत्कार उत्पन्न कर दरबार को चकित करके अपने आश्रयदाता को प्रसन्न…