Class-XI Hindi Aroh 13. रामनरेश त्रिपाठी : पथिक पाठ्यपुस्तक आधारित प्रश्नोत्तर कविता
के साथ प्रश्न 1. पथिक का मन कहाँ विचरना चाहता है ? . उत्तर
: पथिक समुद्र-तट पर खड़ा है। नीचे नीला सागर तथा ऊपर नीला आकाश है। कवि इस दृश्य पर
मुग्ध है। उसका मन चाहता है कि वह बादलों पर बैठकर इन दोनों के बीच अंतरिक्ष में विचरण
करे। प्रश्न 2. सूर्योदय-वर्णन के लिए किस तरह के बिम्बों का प्रयोग हुआ
है ? उत्तर
: कवि ने सूर्योदय-वर्णन के लिए काल्पनिक बिंबों का प्रयोग किया है। समुद्र के जल की
सतह उदय होते सूर्य को लक्ष्मीजी के सोने से निर्मित महल का कँगूरा कहा है। सूर्य की
किरणों से स्वर्णिम हुए जल को 'कमला का कंचन मंदिर' बताया है तथा जल के तल पर फैले
प्रकाश को 'स्वर्ण-सड़क' कहा है। आधे उदित हुए सूर्य के यह सभी बिंब की कल्पना की सृष्टि
है। प्रश्न 3. आशय स्पष्ट करें - (क)
सस्मित-वदन जगत का स्वामी मृदु गति से आता है। तट
पर खड़ा गगन-गंगा के मधुर गीत गाता है। (ख)
कैसी मधुर मनोहर उज्ज्वल है यह प्रेम कहानी। जी
में है अक्षर बन इसके बनें विश्व की बानी॥ उत्तर
: (क)
सायंकाल के पश्चात् सर्वत्र अँधेरा छा जाता है, तारे आकाश में चमक उठते हैं। तब अस्त
होता ह…