Class 11 Economics अध्याय 3. उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण: एक समीक्षा Question Bank-Cum-Answer Book

Class 11 Economics अध्याय 3. उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण: एक समीक्षा Question Bank-Cum-Answer Book
Class 11 Economics अध्याय 3. उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण: एक समीक्षा Question Bank-Cum-Answer Book
प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book) Class - 11 अर्थशास्त्र (Economics) 3. उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण: एक समीक्षा पाठ के मुख्य बिन्दु * स्वतंत्रता के बाद भारत ने मिश्रित अर्थव्यवस्था के ढांचे को अपनाया। * 1991 में भारत को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। * विदेशी मुद्रा रिजर्व 15 दिनों के लिए आवश्यक आयात का भुगतान करने योग्य भी नहीं बचा था। * आर्थिक संकट की स्थिति में भारत ने विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का दरवाजा खटखटाया। * उन दोनों अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से भारत को 7 बिलियन डॉलर का ऋण आर्थिक संकट से सामना करने के लिए मिला। * ऋणों को पाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने भारत पर शर्त रखी सरकार उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की नीति लायेगी। * भारत सरकार ने 1991 में नई आर्थिक नीति की घोषणा की। * भारत सरकार ने नई आर्थिक नीति में छः उत्पाद श्रेणियां को छोड़ सभी उद्योगों से लाइसेंस व्यवस्था समाप्त की। * भारत सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के तीन उद्योगों को अपने पास आरक्षित रखा है। * भारत में वित्तीय क्षेत्र का नियमन आरबीआई का दायित्व है। * प्रत्यक्ष कर व्यक्तियों …