श्रम बाजार (Labour Market)
मोटे तौर
पर श्रम बाजार का अर्थ उस स्थान या क्षेत्र से लगाया जाता है जहाँ विभिन्न प्रकार के
कारखानों, उद्योगों ,
व्यवसायों आदि के लिए सापेक्षिक मजदूरी स्तर निर्धारित होती है। संयुक्त
राज्य के रोजगार सेवा संगठन ने " M ethod
of Area Labour M arket
Analysis मे जो United S tate
Employment Serivices में प्रकाशित हुआ, में कहा, "श्रम का बाजार वह स्थान है
जिसके अंदर रोजगार की क्रियाओं को प्रभावित करने वाली शक्तियां कार्य करती है। इस
स्थान से उद्योगपति अपने कर्मचारियों
को भर्ती करते हैं और कर्मचारी काम तलाशते हैं। यह एक
सामान्य क्षेत्र है जिसमे श्रम की मांग, पूर्ति, मजदूरी के अंतर, काम के घंटों के परिवर्तन, भर्ती और
कार्य की दशा, उद्योगपति और श्रमिक के संबंधों का निर्माण होता है।" 'श्रम
के बाजार ' शब्द का कुछ लोग
विरोध करते हैं, क्योंकि इस शब्द
में यह ध्वनि निकलती है कि श्रम भी एक वस्तु है। यो डर ने इन आपत्तियों का उत्तर
दिया है, "इस प्रकार की आपत्तियां बौद्धिक क्षमता की अपेक्षा भावुकता और
राजनैतिक पक्षपात को ही प्रभावित करती है। सच बात तो यह है कि श्रम का क्रय-विक्रय
होता है। …