कूर्नो का मॉडल (Cournot's Model)

कूर्नो का मॉडल (Cournot's Model)
कूर्नो का मॉडल (Cournot's Model)
प्रश्न- कूर्नो द्वारा प्रतिपादित अल्पाधिकार मॉडल की व्याख्या करे उत्तर - ऑगस्टीन कूर्नो ने जो एक फ्रेंच अर्थशास्त्री थे, 1838 में अपने द्वि-अधिकार के सिद्धांत को प्रकाशित किया। परन्तु 1880 तक यह अनदेखा रहा। फिर उसी वर्ष (1880) वालरस ने अर्थशास्त्रियों का ध्यान कूर्नो के मॉडल की ओर आकर्षित किया। कूर्नो ने द्वि -अधिकार की स्थिति का वर्णन किया। कूर्नो ने दो खनिज झरनों का उदाहरण लिया जो कि समान है, जिनको दो व्यक्ति चला रहे और खनिज जल को एक ही बाजार में बेच रहे है। कूर्नो ने सरलता के लिये यह भी माना कि उत्पादक बिना किसी उत्पादन लागत के ख निज झरनों को चलाकर पानी बेच रहे है। इस प्रकार कूर्नो के मॉडल में उत्पादन लागत को शून्य मानकर बाजार के केवल माँग पक्ष का विश्लेषण किया गया है। द्वि- अधिकारियों को खनिज जल की बाजार माँग का पूरा ज्ञान है- वे माँग वक्र के प्रत्येक बिन्दु का अनुमान लगा सकते है। इसके अतिरिक्त पदार्थ की बाजार मांग को रेखीय वक्र से व्यक्त किया गया है अर्थात् दोनों उत्पादक एक सरल रेखा प्रकार के माँग वक्र का सामना करते हैं। कूर्नो अपने विश्लेषण का प्रारम्भ इस आधारभूत मान्यता से करते हैं …