12th 6. खुली अर्थव्यवस्था - समष्टि अर्थशास्त्र Macro Economics JCERT/JAC Reference Book परिचय - खुली अर्थव्यवस्था एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जिसमें अन्य
राष्ट्रों के साथ वस्तुओं और सेवाओं तथा वित्तीय परिसंपत्तियों का भी व्यापार किया
जाता है। विश्व के दूसरे अर्थव्यवस्थाओं के संपर्क में आने से तीन
प्रकार से चयन का विस्तार हुआ है 1. उपभोक्ताओं
और फर्मों को घरेलू एवं विदेशी वस्तुओं के बीच चयन का अवसर मिलता है । 2. निवेशकों को भी घरेलू और विदेशी परिसंपत्तियों के बीच
चयन का अवसर प्राप्त होता है । 3. फर्मों को उत्पादन के स्थान का चयन करने तथा श्रमिकों
को चयन करने की स्वतंत्रता होती है । अंतरराष्ट्रीय व्यापार में प्रयोग की जाने वाली मुख्य
धारणाएं 1. भुगतान शेष अथवा संतुलन 2. व्यापार शेष अथवा संतुलन 1. भुगतान शेष अथवा संतुलन - • भुगतान संतुलन में किसी एक देश के निवासियों और शेष विश्व
के बीच वस्तुओं, सेवाओं और परिसंपत्तियों की लेनदेन का विवरण होता है। • यह
मौद्रिक लेन-देन वस्तुओं के आयात एवं निर्यात को जिन्हें दृश्य मदें कहते हैं । • सेवाओं
के आयात एवं निर्यात जिन्हें अदृश्य मदें कहते हैं • वित्तीय परिसंपत्तियों जैसे स्टॉक एंड बांड्स की अंतरराष्ट्रीय
बिक्री एवं खरीद तथा वास्तविक परिसंपत्तियों जैसे…