6. भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास (Landforms and their Evolution)
Class 11 Geography 6. भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास (Landforms and their Evolution) प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book) Class - 11 भूगोल (Geography) 6.
भू-आकृतियाँ तथा
उनका विकास ( Landforms and their Evolution ) पाठ के मुख्य बिंदु ☞ प्रवाहित जल, भूमिगत जल, वायु, हिमनद तथा तरंग अपरदन के कारक
माने जाते हैं। ☞ भू-आकृति का सामान्य अर्थ छोटे से मध्यम आकार के भूखंड से
होता है । ☞ भू- दृश्य भूतल के विस्तृत भाग
है, जो बहुत सी सम्बंधित भू-आकृितयों से मिलकर बनते है। ☞ कोई स्थलरुप विकास की अवस्थाओं
से गुजरता है, जिसकी तुलना जीवन की अवस्थाओं- युवावस्था, प्रौढ़ावस्था तथा
वृद्धावस्था से की जा सकती हैं। ☞ भू-आकृतिक कारकों के अपरदन व
निक्षेपण के फलस्वरूप धरातल पर दो प्रकार के स्थलरुपों का निर्माण होता है। ☞ कुछ अन्य स्वतंत्र नियंत्रक
जैसे- समुद्रतल का स्थायित्व, भूतल का विवर्तनिक स्वरुप तथा जलवायु आदि स्थलरुपों
के विकास को नियंत्रित करता है। ☞ अपरदन के मुख्य कारक एवं उनसे
निर्मित कलाकृतियाँ-