प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 11
राजनीति विज्ञान (Political Science)
7. राष्ट्रवाद
स्मरणीय तथ्य
☞ राज्य
एक राजनीतिक संकल्पना है। राष्ट्र एक सांस्कृतिक संकल्पना।
☞ सांस्कृतिक चरण ही राष्ट्रवाद का उदय करता है।
☞ प्रजाति के स्तर पर अगर एक भी सांस्कृतिक तत्व अगर जनता को
जोड़ती है तो राष्ट्रवाद सशक्त हो जाती है।
☞ किसी भी देश में राष्ट्रवाद तीन चरण में आता है।
1. सांस्कृतिक चरण चरण
2. आर्थिक चरण
3. राजनीतिक
☞ भारत में राष्ट्रवाद के उदय में सांस्कृतिक चरण के प्रणेता
राजा राममोहन राय, आर्थिक चरण के दादाभाई नौरोजी और राजनीतिक चरण के गांधी जी थे।
☞ राष्ट्र बहुत हद तक एक काल्पनिक समुदाय है जो अपने सदस्यों
को सामूहिक विश्वास आकांक्षाओं और कल्पनाओं के सहारे एक सूत्र में बंधा होता है।
☞ एक राष्ट्र का अस्तित्व तभी कायम रहता है जब उसके सदस्यों
को यह विश्वास हो कि वह एक दूसरे के साथ हैं।
☞ भारतीय राष्ट्र की पहचान भारतीय उपमहाद्वीप की नदियों पर्वतों
एवं अंचलों से है।
☞ लोकतंत्र में कुछ राजनीतिक मूल्यों और आदर्शों के लिए रखी
प्रतिबद्धता ही किसी राजनीतिक समुदाय या राष्ट्र का सर्वाधिक वांछित आधार होता है।
☞ भारतीय संविधान में धार्मिक, भाषायी और सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों
की सुरक्षा के लिए विस्तृत प्रावधान है।
☞ विभिन्न देशों में कुछ मामलों में इन समूहों को विधायी संस्थाओं
और उन राजकीय संस्थानों में प्रतिनिधित्व का अधिकार भी होता है।
☞ जी. पी. गूच के अनुसार राष्ट्रवाद का विचार फ्रांस की क्रांति
का शिशु है।
☞ राष्ट्रवाद का उदय यूरोप से हुआ और विश्व में उसके कई रूप
देखने को मिलते हैं। जैसे उदारवादी राष्ट्रवाद, रूढ़िवादी राष्ट्रवाद, विस्तारवादी
राष्ट्रवाद और उपनिवेशवाद विरोधी राष्ट्रवाद आदि।
☞
प्रत्येक राष्ट्र राज्य की सीमाओं
का रेखांकन होता है ताकि सीमा से संबंधित कोई विवाद उत्पन्न ना हो। यदि किसी राष्ट्र
राज्य के द्वारा दूसरे राष्ट्र राज्य की सीमाओं का अतिक्रमण किया जाता है तो युद्ध
होता है और युद्ध के बाद पुनः पुरानी सीमाएं प्रायः प्राप्त हो जाती है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. किस क्रांति ने राष्ट्रवाद की भावना को प्रेरित किया?
a.
1688 ई. की गौरवपूर्ण क्रांति
b.
औद्योगिक क्रांति
c. 1789 ई. की फ्रांसीसी क्रांति
d.
इनमें से कोई नहीं
2. फ्रांसीसी क्रांति का क्या नारा था?
a.
स्वतंत्रता
b.
सामानता
c.
बंधुत्व
d. इनमें से सभी
3. किसने कहा कि राष्ट्रवाद पूंजीवादी अवधारणा है?
a.
हिटलर
b. कार्ल मार्क्स
c.
बी एंडरसन
d. कार्ल डाइश
4. राष्ट्रीयता का निर्माण किन तत्वों के आधार पर होता है?
a.
भौगोलिक एकता
b.
प्रजाति शुद्धता
c.
आर्थिक हितों की समानता
d. इनमें से सभी
5. भारत में राष्ट्रवाद का उदय कब हुआ?
a.
18वीं शताब्दी
b. 19वीं शताब्दी
c.
21वीं शताब्दी
d.
20वीं शताब्दी
6. एक संस्कृति एक राज्य की मांग सबसे पहले कहां उठा?
a.
एशिया
b.
ऑस्ट्रेलिया
c.
अफ्रीका
d. यूरोप
7. एक संस्कृति एक राज्य की मांग के विचार से क्या परिणाम निकले?
a
राज्य की सीमाओं में बदलाव आए
b
सांप्रदायिक हिंसा हुई
c.
लोगों का विस्थापन हुआ
d उपर्युक्त सभी
8. ब्रिटेन राष्ट्र में कितने राष्ट्रीयता सम्मिलित है?
a
तीन
b दो
c चार
d
सात
9. "राज्य अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक व्यक्तियों का ऐसा समुदाय है
जो किसी प्रदेश के निश्चित भाग में स्थाई रूप से रहता है जिसकी एक सरकार होती है सभी
नियंत्रण से मुक्त होते हैं" यह परिभाषा किसके द्वारा दिया गया है?
a गारनर
b
लास्की
c
वुड्रो विल्सन
d
उपर्युक्त में से कोई नहीं
10. सोवियत संघ का विघटन किस वर्ष हुआ?
a
1992 ई.
b 1991 ई.
c
1999 ई.
d
2001 ई.
11. एशिया और अफ्रीका में सामाज्यवाद का पतन किस शताब्दी में हुआ?
a
19वीं शताब्दी
b 20वीं शताब्दी
c
18 वीं शताब्दी
d
21वीं शताब्दी
12. गार्नर ने राज्य के कितने मुख्य तत्व बताए हैं?
a
3
b 4
c
6
d
9
13. उग्र राष्ट्रवाद किसका समर्थन करता है?
a
आतंकवाद
b विश्व शांति
c सैनिकबाद
d
अहिंसा
14. अंतराष्ट्रीयता के मार्ग में कौन सा तत्व बाधक है?
a
वैज्ञानिक प्रगति
b उग्र राष्ट्रवाद
c
अंतरराष्ट्रीय कानून
d
विश्व बंधुत्व
15. सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रवाद
कौन सा है
a
उग्र राष्ट्रवाद
b
अंध राष्ट्रवाद
c.
विस्तारवादी राष्ट्रवाद
d. उदारवादी राष्ट्रवाद
16. राष्ट्र को कल्पित समुदाय किसने कहा है ?
a एंडरसन ने
b.
कोहिन ने
c.
चार्ल्स हेज ने
d.
कार्ल डायस् ने
17. राष्ट्रवाद एक बड़ा खतरा है किसका कथन है?
a
ऑनेस्ट गैलेनर
b
बेंडिक्ट एंडरसन
c रवींद्रनाथ टैगोर
d
एरिक हब्सबाम
18. किसने राष्ट्रीय आत्म निर्धारण के सूत्र पर विशेष बल दिया?
a विल्सन
b
गांधी
c
लेनिन
d
नेहरू
19. किस राष्ट्रवाद में यह आग्रह किया कि राष्ट्र राज्य के ऊपर है?
a
ब्रिटिश राष्ट्रवाद
b
रोमन राष्ट्रवाद
c फ्रेंच राष्ट्रवाद
d जर्मन राष्ट्रवाद
20. मैजिनी को किस राष्ट्रवाद का पैगंबर कहा जाता है?
a
जर्मन
b
यहूदियों
c
रूसियों
d रोमनों
21. रवींद्रनाथ टैगोर के अनुसार राष्ट्रवाद एक बड़ा संकट है क्योंकि-
a
यह साम्राज्यवाद को जन्म देता है
b यह विश्व के लोगों को बांट देता है।
c वह युद्ध को प्रेरित करता
है।
d
यह लोकतंत्र का शत्रु है।
22. उपनिवेशवाद विरोधी राष्ट्रवाद का लक्ष्य होता है?
a विदेशी सत्ता को उखाड़ दिया जाए।
b
औपनिवेशिक विस्तार किया जाए।
c
अन्य साम्राज्यवादी शक्तियों से युद्ध किया जाए।
d
गुलाम प्रजा का कल्याण किया जाए।
23. राष्ट्रीय आत्म निर्धारण के सिद्धांत का अर्थ है कि हर राष्ट्र
a
स्वतंत्र राष्ट्रों के संघ में शामिल हो
b
लोकतांत्रिक व्यवस्था अपनाय
c को स्वतंत्रता मिले ताकि अपना राज्य हो
d
अपना प्रदेशिक विस्तार कर सके
24. झारखंड क्या है?
a
राज्य
b
देश
c
राष्ट्र
d भारतीय संघ की इकाई
25. 19वीं शताब्दी में भारत की में किस वाद का जन्म हुआ?
a राष्ट्रवाद
b
आतंकवाद
c हिंदू बाद
d
जातिवाद
26. भारत कैसा राष्ट्र है?
a
धार्मिक
b धर्मनिरपेक्ष (पंथनिरपेक्ष)
c उपर्युक्त दोनों
d
उपयुक्त में से कोई नहीं
27. राष्ट्रवाद को किसने संस्कृतिवाद का नाम दिया?
a
गेलनर
b हर्डर्
c
एंडरसन
d
एरिक हब्सबाम
28. किस विद्वान ने राष्ट्रवाद को आधुनिकीकरण की प्रक्रिया से जोड़ा
है?
a गेलनर
b
हर्डर
c
एंडरसन
d
एरिक हब्सबाम
29. रवींद्रनाथ टैगोर व महात्मा गांधी के अनुसार राष्ट्रवाद किसका शत्रु
है?
a
समानता
b स्वतंत्रता
c
विश्व बंधुत्व वाद
d
इनमें से कोई नहीं
30. 1992 ईस्वी में यूगोस्लाविया के विघटन के बाद कितने राष्ट्र राज्य
अस्तित्व में आए?
a
2
b 5
c
3
d
4
31. किसने आज के विश्व को 'भूमंडलीय गांव' की संज्ञा दी?
a
डेविड हेल्ड
b
बिल किमालिका
c
हैबरमास
d मार्शल मैकलुहान
32. जर्मनी का एकीकरण किस वर्ष हुआ?
a 1990 ई
b
1989 ई
c
1991
d
1993
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. राष्ट्र किसे कहते हैं
उत्तर- किसी निश्चित क्षेत्र में रहने वाले लोगों के बीच
सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक, धार्मिक भाषिक आधार पर एकता का भाव हो तो उसे राष्ट्र
कहते हैं।
2. राष्ट्रवाद को किस क्रांति का शिशु माना
जाता है?
उत्तर- फ्रांसीसी क्रांति 1789 ई.।
3. राष्ट्रवाद किसे कहते हैं?
उत्तर- सामान्यतया देशभक्ति को राष्ट्रवाद कहा जाता है समान
संस्कृति वाले लोग जो निश्चित भूभाग में रहते हैं का समूह।
4. राष्ट्रवाद कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर- सामान्यतः राष्ट्रवाद चार प्रकार के होते हैं उदारवादी
राष्ट्रवाद, रुढ़िवादी राष्ट्रवाद, विस्तारवादी राष्ट्रवाद उपनिवेशवादी राष्ट्रवाद
5. किसने कहा राष्ट्रवाद पूंजीवादी अवधारणा
है?
उत्तर- कार्ल मार्क्स
6. इटली में राष्ट्रवाद के जनक कौन थे?
उत्तर- मैजिनी
7. किसने कहा कि राष्ट्रवाद दुनिया को संकीर्ण
घरेलू दीवारों में बांटता है
उत्तर- रविंद्रनाथ टैगोर
8. प्रथम विश्व युद्ध के बाद राज्यों की पुनर्व्यवस्था
में किस विचार
को अपनाया गया?
उत्तर- एक संस्कृति, एक राज्य के विचार को।
9. वास्क क्या है?
उत्तर- स्पेन का एक पहाड़ी और समृद्धि क्षेत्र जो अपना एक
स्वतंत्र अस्तित्व चाहते हैं।
10. भारत में राष्ट्रवाद का जनक किसे माना
जाता है?
उत्तर- राजा राममोहन राय।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. रविंद्र नाथ टैगोर ने देशभक्ति की अपेक्षा
मानवता को प्राथमिकता क्यों दी?
उत्तर- टैगोर जी का कथन था कि देशभक्ति अंतिम आध्यात्मिक
आश्रय नहीं हो सकती। उन्होंने घोषणा की कि वह हीरे की कीमत पर कांच नहीं खरीदेंगे और
जब तक जीवित रहेंगे तब तक मानवता पर देशभक्ति की जीत नहीं होने देंगे।
2. उपराष्ट्र वाद का क्या अर्थ है?
उत्तर- भारत और स्विट्जरलैंड जैसे राज्य हैं जहां कई राष्ट्रीयताओं
के लोग पिछली कई शताब्दियों से एक साथ रहते हैं यानि आजादी से पहले भारत में मुस्लिम
उपराष्ट्रवाद था अर्थात् देश के अंदर कई संस्कृतियों के लोग रहते हैं।
3. उग्रवादी राष्ट्रवाद क्या है?
उत्तर-
संघर्ष द्वारा स्वतंत्रता प्राप्त करने की जिस भावना का जन्म हुआ उसे ही उग्र राष्ट्रवाद
की भावना कहते हैं।
4. आत्मनिर्णय का सिद्धांत क्या है?
उत्तर-
आत्मनिर्णय का सिद्धांत राष्ट्रवाद के उप उत्पाद के रूप में विकसित हुआ, जिसके अंतर्गत
व्यक्ति के समूह के द्वारा एक निश्चित राष्ट्रीय चेतना रखते हुए राज्य का निर्माण करते
हैं और अपनी सरकार चुनैते हैं। प्रथम विश्व युद्ध के बाद एक राष्ट्र एक राज्य की भावना
सर्वत्र फैल गई।
5. पश्चिमी और पूर्वी राष्ट्रवाद में क्या अंतर है?
उत्तर-
1648 ई की बेस्ट फेलिया सम्मेलन के बाद यूरोप में स्वतंत्र एवं प्रभुता संपन्न राज्य
स्थापित हुए। परंतु औद्योगिक क्रांति की सफलता ने साम्राज्यवाद को जन्म दिया, यूरोप
के देशों ने एशिया और अफ्रीका के कई देशों में अपना उपनिवेश कायम कर उनका आर्थिक शोषण
किया। अतः गुलाम देश में भी राष्ट्रीय भावना जागृत हुई और वे स्वतंत्र राष्ट्र बन गए।
पाश्चात्य राष्ट्रवाद ने साम्राज्यवाद को जन्म दिया। जिसने इसके उपनिवेश में पूर्व
में राष्ट्रवाद को जन्म दिया।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. राष्ट्रवादी भावनाओं को प्रेरित करने वाले कारकों पर प्रकाश डालें।
उत्तर-
राष्ट्रवाद मूलतः एक भावनात्मक मनः स्थित है। इसके निर्माण में कई तत्वों की महत्वपूर्ण
भूमिका होती है।
इतिहासः-
जो लोग अपने आप को राष्ट्र मानते हैं उन लोगों के अपना एक ऐतिहासिक पहचान होती है और
इस आधार पर उनमें एकता की भावना पनपती है और इसी अतीत को हुए भविष्य में भी समेटना
चाहते हैं।
भौगोलिक
क्षेत्रः- विश्व के बहुत सारे राष्ट्रों की पहचान एक खास भौगोलिक
क्षेत्र से जुड़ी हुई है। किसी खास भूक्षेत्र पर लंबे समय तक साथ-साथै रहना और उससे
जुड़ी साझे अतीत की यादें लोगों को एक सामूहिक पहचान का बोध देती है और यह उन्हें एक
होने का एहसास कराती है।
साझा
राजनीतिक आदर्शः अपना-भू-क्षेत्र और साझी ऐतिहासिक पहचान लोगों
में एक होने का बोध पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लोकतंत्र में कुछ राजनीतिक
मूल्य और मूल्य आदर्शों के लिए साझी प्रतिबद्धता ही किसी राजनीतिक समुदाय या राष्ट्र
का सबसे अधिक मजबूत आधार होता है। इसके अंतर्गत राजनीतिक समुदाय के सदस्य कुछ कर्तव्यों
से बंधे होते हैं।
साझा
विश्वास : राष्ट्र एक मानसिक स्थिति है, जिसे हम मूर्त रूप में देख
नहीं सकते हैं सिर्फ अनुभव कर सकते हैं महशूस कर सकते हैं और यह बनता है विश्वास के
जरिए।
भारत
के राष्ट्रीय नेताओं ने साझे देश का आह्वान करके लोगों को जोड़ा। देश को मातृभूमि कहा
गया और देशभक्ति ने राष्ट्रीय आंदोलन के माध्यम से स्वतंत्रता प्राप्त की।
2. परस्पर विरोधी राष्ट्रवादी आकांक्षाओं से
निपटने में लोकतंत्र सत्तावादी सरकार से अधिक प्रभावी कैसे हैं?
उत्तर-
☞ विश्व में सरकार का सबसे स्वीकार्य रूप लोकतांत्रिक सरकार
का है जबकि वर्तमान समय में सत्तावादी सरकारें स्वीकार नहीं की जाती है।
☞ एक राष्ट्र साथी सदस्यों के माध्यम से दायित्वों की स्वीकृति
पर मजबूत होता है जो की एक सत्तावादी सरकारों की तुलना में लोकतांत्रिक सरकार है अधिक
संभव है।
☞ लोकतंत्र में सत्तावादी सरकारों की तुलना में सरकार को पर्याप्त
अवसर मिलता है साथ ही साथ आपसी सम्मान और सहयोग राष्ट्र को और अधिक मजबूत बनाती है।
☞ भाषा और धर्म व्यक्ति को एक राष्ट्र के रूप में बांधने में
मदद करती है लेकिन यह लोकतंत्र के लिए खतरा भी पैदा करती है।
☞ दो समाज सांस्कृतिक रूप से विविध है, जहां अलग- अलग भाषा
और धर्म के लोग रहते हैं तथा एक दूसरे पर अपनी पहचान ठोकने का प्रयास करते हैं इससे
उन लोगों की स्वतंत्रता सीमित हो जाती है जो इसे पालन नहीं करते हैं।
☞ इसलिए यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि सभी के लिए समान
व्यवहार और स्वतंत्रता के अवसर सीमित होंगे। राष्ट्र की कल्पना सांस्कृतिक के बजाय
राजनीतिक दृष्टि से करना अत्यधिक फलदाई होगा। लोकतंत्र में संविधान महत्वपूर्ण है लोगों
की निष्ठा संविधान के प्रति होनी चाहिए।
3. राष्ट्रवाद के समक्ष उत्पन्न प्रमुख चुनौतियों
का वर्णन करें।
उत्तर- राष्ट्रवाद के समक्ष प्रमुख चुनौतियां निम्नलिखित
हैं:-
क्षेत्रवादः क्षेत्रवाद के अंतर्गत लोगों की भावना क्षेत्र विशेष के साथ जुड़ी होती है जो राष्ट्रवाद के मार्ग में बाधा उत्पन्न करती है।
धार्मिक विभिन्नताः विभिन्न धार्मिक समुदायों के हित आपस में टकराते रहते हैं
जिसके कारण राष्ट्रवाद की भावना कमजोर होती है।
आर्थिक और असमानता असमान आर्थिक विकास भी राष्ट्रवाद के मार्ग में अवरोध उत्पन्न
करती है। अगर किसी क्षेत्र विशेष का विकास अधिक हो, दूसरे क्षेत्र का कम हो तो दोनों
में प्रतिद्वंदिता उत्पन्न हो जाती है जो कहीं न कहीं राष्ट्रवाद के मार्ग में बाधा
उत्पन्न करती है।
भाषा की समस्याः क्षेत्र विशेष में रहने वाले लोगों के बीच भाषाई अंतर के
कारण एकता की भावना नहीं पनपती है। जैसे भारत में हिंदी भाषी और गैर हिंदी भाषी के
बीच प्रतिद्वंदिता कहीं न कहीं राष्ट्रवाद के मार्ग में बाधा उत्पन्न करती है।
उचित शिक्षा प्रणाली का अभावः उचित शिक्षा के अभाव में लोग राष्ट्र के महत्व को समझ नहीं पाते हैं, उनमें भाईचारा और बंधुत्व की भावना का विकास नहीं हो पाता है। अपने अधिकार और कर्तव्य के प्रति सजग नहीं हो पाते हैं जो कहीं न कहीं राष्ट्रवाद के मार्ग में बाधा उत्पन्न करती है।
अध्याय सं. | अध्याय का नाम |
भारत का संविधान : सिद्धांत और व्यवहार | |
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2 | |
3 | |
4 | |
5 | |
6 | |
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8 | |
9 | |
10 | |
राजनीतिक सिद्धांत | |
1 | |
2 | |
3 | |
4 | |
5 | |
6 | |
7 | |
8 | |