Class 11 Political Science 1. सविंधान क्यों और कैसे?

Class 11 Political Science 1. सविंधान क्यों और कैसे?

 Class 11 Political Science 1. सविंधान क्यों और कैसे?

प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

Class - 11

राजनीति विज्ञान (Political Science)

1. सविंधान क्यों और कैसे? 

स्मरणीय तथ्य

संविधान का आशय उन लिखित व अलिखित नियमों के संग्रह से है जिनके अनुसार शासन का गठन होता है, वह कार्य करता है तथा राज्य व नागरिकों के बीच सम्बन्धों का निर्धारण होता है।

स्वतन्त्रता से पूर्व ब्रिटिश संसद द्वारा बनाये गये कानूनों के अनुसार भारत का शासन चलता था।

1919 व 1935 के भारत सरकार अधिनियमों का विशेष महत्व है जिन्हें संविधान भी कहा जाता था लेकिन अब भारत का अपना संविधान है जिसे हमारी संविधान सभा ने बनाया।

संविधान सभा का गठन केबिनेट मिशन योजना (1946) के तहत हुई थी। इसमें कुल 389 सदस्यगण थे।

9 दिसम्बर, 1946 को संविधान सभा ने अपना काम शुरू किया जो 26 नवम्बर, 1949 को पूरा हो गया। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हो गया और भारत गणतन्त्र हो गया।

संविधान की प्रस्तावना के अनुसार, भारत को प्रभुता सम्पन्न, लोकतांत्रिक गणतन्त्र घोषित किया गया तथा उसके सभी नागरिकों को न्याय, स्वतन्त्रता, समानता व बन्धुता के वरदान सुनिश्चित किये गये।

देश की शासन व्यवस्था के मूलाधार संविधान के अंतर्गत शासन व्यवस्था से संबंधित समस्त प्रावधान उल्लेखित होते हैं। चाहे किसी भी प्रकार की शासन व्यवस्था हो उसके सफल संचालन हेतु संविधान परमावश्यक है जिसके अभाव में अव्यवस्था एवं अराजकता की स्थिति पैदा हो सकती है।

निर्णय लेने की शक्ति किसके पास होगी तथा सरकार किस प्रकार गठित की जाएगी यह व्यवस्था संविधान द्वारा ही निर्धारित की जाती है।

सर्वप्रथम संविधान सभा की मांग 1922 में महात्मा गांधी ने की थी तथा तदुपरांत 1934 में कांग्रेस ने भी इस मांग को दोहराया।

1942 में क्रिप्स ने अपने सुझावों में उन सिद्धांतों का उल्लेख किया जिन के अनुरूप संविधान सभा की स्थापना होनी थी।

संविधान सभा की रचना का विस्तृत वर्णन 1940 में केबिनेट मिशन द्वारा किया गया।

संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई।

डॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष चुना गया।

भारतीय संविधान के निर्माण में 2 वर्ष 11 माह तथा 18 दिन का समय लगा।

भारत के संविधान में अंतिम रूप में 395 अनुच्छेद तथा 8 अनुसूचियां थी।

भारतीय संविधान को 26 नवंबर 1949 को अंगीकृत अधिनियमित तथा आत्मार्पित किया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू कर दिया गया।

42वें संविधान संशोधन (1976) ने प्रस्तावना में संशोधन करके भारत को प्रभुता सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणतन्त्र बना दिया तथा राष्ट्र की एकता के साथ उसकी अखण्डता के शब्द जोड़ दिये।

देश के विभाजन का संविधान निर्माण पर विशेष प्रभाव पड़ा। नागरिकता की समस्या का समाधान किया गया। जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा दिया गया, सबल केन्द्र की स्थापना की गयी, व्यक्ति की गरिमा व राष्ट्रीय एकता को सुनिश्चित करने हेतु बन्धुता के तत्व को प्रस्तावना में स्थान दिया गया आदि ।

हमारे संविधान निर्माताओं ने विदेशी संविधानों से अनेक व्यवस्थाएँ लीं। इस बारे में अंधाधुंध अनुकरण नहीं किया। गया, बल्कि देश की परिस्थितियों तथा जनता की आकांक्षाओं व आवश्यकताओं को ध्यान में रखा गया। इसीलिए ब्रिटेन से संसदीय प्रणाली, अमेरिका से सर्वोच्च न्यायालय व न्यायिक समीक्षा की शक्ति, कनाडा से सबल केन्द्र की स्थिति आदि को अपनाया गया। 1935 के भारत सरकार अधिनियम में से भी उपयोगी सामग्री ली गयी।

हमारी संवैधानिक व्यवस्था अनेक स्रोतों पर आधारित है। जैसे- ब्रिटिश संसद द्वारा बनाये गये अधिनियम, संविधान सभा में हई चर्चाएँ, न्यायालयों द्वारा दी गयी व्यवस्थाएँ, प्रशासनिक आदेश, सुस्थापित रीति-रिवाज आदि ।

भारतीय संविधान की भी अपनी विशेषताएँ हैं। जैसे- इसने भारत को प्रभुता सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणतन्त्र बनाया है, केन्द्र पर व राज्यों में संसदीय शासन प्रणाली स्थापित की गयी है, सहयोगी संघवाद है, नागरिकों के मौलिक अधिकार व कर्तव्य तथा राज्य-नीति के निदेशक सिद्धान्त दिये गये हैं, लचीलेपन व कठोरता का विचित्र मिश्रण है तथा राष्ट्रपति को संकटकालीन शक्तियाँ दी गयी ।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. 1946 में बनी हमारे संविधान सभा में देशी रियासतों को कुल कितने स्थान दिए गए थे?

a. 92

b. 292

c. 389

d. 93

2. संविधान सभा का अध्यक्ष कौन थे?

a केएम मुंशी

b. डॉ राजेंद्र प्रसाद

c. डॉ बी आर अंबेडकर

d. जवाहरलाल नेहरू

3. भारत एक गणतंत्र देश है क्योंकि

a. वास्तविक सत्ता प्रधानमंत्री के पास है।

b. देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था है।

c. राष्ट्रपति का पद पैतृक है।

d. राष्ट्रपति राज्य अध्यक्ष है जिसका पद निर्वाचित है।

4. संविधान सभा का गठन किस योजना की सिफारिश पर किया गया?

a. केबिनेट मिशन योजना (1946)

b. वेवेल योजना (1945)

c. माउंटबेटन योजना (1947)

d. क्रिप्स योजना (1942)

5. संविधान सभा के सत्रों में किसने यह मांग कि भारत को समाजवादी संघ घोषित किया जाए?

a. डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद

b. प्रो.के.टी. शाह.

c. सरदार पटेल

d. टी.टी. कृष्णमाचारी

6. किस देश के संविधान से राष्ट्रपति की संकटकालीन शक्तियां ली गई हैं?

a. अमेरिका

b. ब्रिटेन

c. कनाडा

d. वाइमर जर्मन संविधान

7. संघात्मक शासन किस स्थापना सर्वप्रथम किस देश में हुई?

a. भारत

b. कनाडा

c. संयुक्त राज्य अमेरिका

d. सोवियत संघ

8. भारतीय संविधान की विशेषता बताइए ?

a. दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान

b. ना अधिक लचीला ना ही अधिक कठोर

c. दुनिया का सफलतम संविधान

d. उपरोक्त सभी

9. भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार का प्रावधान कहां से लिया गया है?

a. अमेरिका

b. सोवियत संघ

c. फ्रांस

d. जर्मनी

10. इनमें कौन सा संविधान का कार्य नहीं है ?

a. यह नागरिकों के अधिकार की गारंटी देता है

b. यह शासन की विभिन्न शाखाओं की शक्तियों के अलग-अलग क्षेत्र का रेखांकन करता है

c. यह सुनिश्चित करता है कि सत्ता में अच्छे लोग आए

d. यह कुछ साझे मूल्यों की अभिव्यक्ति करता है

11. भारत का संविधान कब लागू हुआ?

a. 20 नवंबर 1949

b. 26 जनवरी 1950

c. 26 दिसंबर 1949

d. इनमें से कोई नहीं

12. भारतीय संविधान को बनाने में कितना समय लगा?

a. 2 साल 11 महीने 24 दिन

b. 2 साल 8 महीने 24 दिन

c. 2 साल 11 महीने 18 दिन

d. 3 साल 17 महीने 24 दिन

13. भारतीय मूल संविधान में कितने भाग थे?

a. 20

b. 22

c. 25

d. 27

14. भारतीय मूल संविधान में कुल कितने अनुच्छेद थे?

a. 390

b. 395

c. 405

d. 450

15. संविधान की कुंजी किसे कहा जाता है?

a. प्रस्तवाना

b. अनुच्छेद

c. भाग

d. इनमें से कोई नहीं

16. हमे संविधान की आवश्यकता क्यों होती है ?

a. देश में शासन व्यवस्था चलाने के लिए

b. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए

c. सरकार की शक्तियों का दुरुपयोग रोकने के लिए

d. उपरोक्त सभी

17. भारतीय संविधान किसने बनाया था ?

a. भारत की जनता ने

b. संविधान सभा ने

c. अंग्रेजों ने

d. अधिकारियों ने

18. संविधान में न्यायिक समीक्षा की व्यवस्था किस संविधान से ली गई है?

a. ब्रिटेन

b. अमेरिका

c. आयरलैंड

d. कनाडा

19. "संविधान के बिना कोई राज्य नहीं हो सकता" यह कथन किसका है?

a. बार्कर

b. लास्की

c. गार्नर

d. जेलिनेक

20. संविधान सभा ने अपना काम किस तारीख को शुरू किया था ?

a. 15 अगस्त 1947

b. 26 जनवरी 1950

c. 9 दिसंबर 1945

d. 26 फरवरी 1948

21. डॉ अंबेडकर किस समिति के अध्यक्ष थे?

a. संघ की शक्तियों की समिति

b. प्रांतीय संविधान समिति

c. प्रारूप समिति

d. संविधान समिति

22. संविधान की प्रस्तावना को भारत की राजनीतिक जन्म कुंडली किसने कहा?

a. आचार्य कृपलानी

b. जवाहरलाल नेहरू

c. डॉ अंबेडकर

d. के.एम. मुंशी

23. किसने कहा कि 'भारतीय संविधान वकीलों का स्वर्ग है'?

a. प्रो. आईवर जेनिंग्स

b. महात्मा गांधी

c. प्रो. के. बी. राव

d. जवाहर लाल नेहरू

24. संविधान सभा का चुनाव निम्नलिखित में से किस आधार पर हुआ?

a. समान मताधिकार

b. सीमित मताधिकार

c. वर्गीय मताधिकार

d. संवर्गीय मताधिकार

25. सर्वोच्च न्यायालय ने किस केस में संविधान के अमूल ढांचे का सूत्र निर्धारित किया?

a. 1980 का मिनर्वा मिल्स केस

b. 1992 का मंडल केस

c. 1973 का केशवानंद भारती केस

d. 1967 का गोलकनाथ भारती केस

26. संविधान वाद का अर्थ क्या होता है?

a. लोगों को कानून का शासन प्राप्त हो

b. प्रत्येक राज्य का अपना संविधान है

c. शासन का गठन संविधान के नियमों के अनुसार हो

d. उपर्युक्त सभी

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

1. सविंधान को परिभाषित करें।

उत्तर- संविधान किस देश की शासन प्रणाली को विवेचित करने वाला कानून होता है। यह देश का सबसे महत्वपूर्ण अभिलेख होता है।

2. किस देश का संविधान अलिखित है?

उत्तर- ब्रिटेन ।

3. संविधान सभा के लिए चुनाव कब संपन्न हुआ?

उत्तर- 1946 में।

4. क्रिप्स मिशन का कोई एक सुझाव लिखें ।

उत्तर- डोमिनियन राज्य के दर्जे के साथ एक भारतीय संघ की स्थापना।

5. किस दल ने संविधान सभा की बैठक का बहिष्कार किया था?

उत्तर- मुस्लिम लीग ।

6. भारतीय संविधान में राज्य के नीति निदेशक तत्व किस देश के संविधान से लिया गया है?

उत्तर- आयरलैंड।

7. संविधान जनता की आशा और आकांक्षाओं का केंद्र है कैसे?

उत्तर- संविधान जनता की आशा और आकांक्षाओं का केंद्र है यह निम्न कारणों से है।

1. राज्य के नीति निर्देशक

2. मौलिक अधिकार

8. संविधान सभा के कल सदस्य कितने थे और इसमें देशी रियासतों और प्रांतों के प्रतिनिधि कितने थे ?

उत्तर- संविधान सभा की कुल सदस्य संख्या 389 थी। इनमें से 93 सदस्य भारतौय देशी रियासतों द्वारा, 4 सदस्य चीफ़ कमिश्नर प्रांतों द्वारा और 292 सदस्य ब्रिटिश प्रांतों द्वारा भेजे जाते थे।

9. संविधान की सर्वोच्चता से क्या आशय है?

उत्तर- संविधान की सर्वोच्चता से अभिप्राय यह है कि कोई संस्था या सरकार का कोई भी अंग जैसे विधानपालिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका संविधान से ऊपर नहीं हैं। ये सभी अपनी शक्तियों व क्षेत्राधिकार के लिए संविधान पर निर्भर रहती हैं।

10. लचीला व कठोर संविधान से क्या आशय है?

उत्तर- लचीला संविधान से अभिप्राय यह है कि जिस संविधान में सरल प्रक्रिया से परिवर्तन किया जा सकता है उसे लचीला संविधान कहते है। तथा कठोर संविधान से अभिप्राय यह है कि जिस संविधान में सरल प्रक्रिया से परिवर्तन नहीं किया जा सकता है उसे कठोर संविधान कहते है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. केबिनेट मिशन योजना की किन्हीं तीन विशेषताओं को लिखिए।

उत्तर- कैबिनेट मिशन योजना की तीन प्रमुख विशेषताएं निम्न प्रकार हैं-

(1) ब्रिटिश भारत के प्रत्येक प्रांत एवं देसी रियासतों को re उनकी जनसंख्या के अनुपात मॅ स्थान आवंटित किए गए।

(2) प्रत्येक प्रांत के स्थानों को मुस्लिम, सिख तथा सामान्य अर्थात हिंदू इत्यादि समुदायों में विभक्त किया गया था।

(3) प्रांतीय व्यवस्थापिका के प्रतिनिधियों का चुनाव प्रत्येक समुदाय के सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर एकल संक्रमणीय मत प्रणाली द्वारा किया जाना था ।

2. संविधान के प्रारूप समिति के सदस्यों के नाम लिखिए।

उत्तर- संविधान सभा की प्रारूप समिति में अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर, एन. गोपाल स्वामी अय्यर, मुंशी टी.टी. कृष्णामाचारी, मोहम्मद सादुल्ला सदस्य थे। जबकि डॉ भीमराव अम्बेडकर इसके अध्यक्ष थे।

3. नेहरू जी के द्वारा 1946 में प्रस्तुत 'उद्देश्य प्रस्ताव' के दो उद्देश्यो को लिखिए।

उत्तर- नेहरू जी के द्वारा प्रस्तुत उद्देश्य प्रस्ताव के दो उद्देश्य निम्नलिखित था।

a. भारत एक स्वतंत्र सम्प्रभु गणराज्य होगा ।

b. भारत के सभी लोगों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, कानून के समक्ष समानता जैसे मौलिक अधिकारों की गारंटी दी जायेगी।

4. भारतीय संविधान का महत्त्व लिखें ।

उत्तर- संविधान का महत्त्व निम्नलिखित है।

a. संविधान सीमित शासन की स्थापना करता है और निरंकुश सत्ता पर प्रतिबंध लगाता है।

b. संविधान कानून के शासन की स्थापना करता है।

c. संविधान नागरिकों के अधिकारों तथा स्वतंत्रता की रक्षा करता है।

d. संविधान के द्वारा ही राज्य की सत्ता तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता में सामंजस्य स्थापित किया जाता है।

5. भारतीय संविधान के दो संघात्मक एवम दो एकात्मक तत्त्व लिखिए।

उत्तर- भारतीय संविधान के दो संघात्मक तत्त्व निम्नलिखित हैं

a. संविधान को सर्वोच्चता प्रदान की गयी है।

b. केन्द्र तथा राज्य सरकारों के बीच अधिकारों तथा कार्यों को स्पष्ट विभाजन किया गया है।

भारतीय संविधान के दो एकात्मक तत्त्व निम्नलिखित हैं-

a. संविधान में इकहरी नागरिकता का प्रावधान किया गया है।

b. संविधान द्वारा एक ही न्याय-व्यवस्था की स्थापना की गयी है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. संविधान निर्माण की क्या आवश्यकता है?

उत्तर- किसी भी राज्य के लिए संविधान की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से है।

(1) शासन के स्वरूप एवं संगठन का निर्धारण- विश्व का प्रत्येक देश अपनी परिस्थितियों, भौगोलिक दशाओं तथा इतिहास के आधार पर अपने लिए विशिष्ट शासन प्रणाली का चयन करता है । शासन के इस स्वरूप एवं संगठन का निर्धारण करने हेतु उसको एक संविधान की आवश्यकता पड़ती है।

(2) अधिकार एवं कर्तव्य का ज्ञान- संविधान में जनसाधारण तथा शासक वर्ग के प्रत्येक सदस्य को अपने अधिकार एवं कर्तव्य का ज्ञान होता है।

(3) शासकीय अंगों का नियंत्रण- संविधान निर्माण की आवश्यकता इस वजह से भी है। क्योंकि यह सरकार के विभिन्न अंगों पर नियंत्रण स्थापित करता है तथा उन्हें निरंकुश होने से रोकता है।

(4) सरकार का दिशा निर्देशक- किसी भी देश का संविधान एक अटल नक्षत्र के समान है, क्योंकि यह सरकार को लगातार दिशा निर्देश देता है तथा उसका मार्गदर्शन भी करता है।

(5) राज्य की संपूर्ण परिस्थितियों की झलक- प्रत्येक देश का संविधान एक ऐसे दर्पण की तरह है, जिसमें संबंधित देश की संपूर्ण परिस्थितियों की झलक स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।

प्रश्न 2. किसी देश के लिए संविधान में शक्तियों और जिम्मेदारियों का साफ-साफ निर्धारण क्यों जरूरी है?

उत्तर- किसी भी संवैधानिक व्यवस्था के अंतर्गत सरकार के विभिन्न अंगों के बीच शक्तियों और कार्यों का स्पष्ट और संतुलित विभाजन बहुत आवश्यक है क्योंकि इसके अभाव में इन संस्थाओं के बीच परस्पर टकराहट और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। संविधान में सरकार के तीनों अंगों के बीच शक्ति का निर्धारण इस प्रकार किया गया है कि उनमें शक्ति संतुलन बना रहे और उनका आचरण संविधान की मर्यादाओं के विरुद्ध न हो; जैसे यदि विधायिका द्वारा अपने अधिकार का दुरुपयोग किया जाता है अथवा किसी प्रकार संवैधानिक सौमाओं का अतिक्रमण किया जाता है, तो न्यायपालिका को यह अधिकार प्राप्त है कि वह इसके द्वारा बनाए कानून को ही असंवैधानिक घोषित कर सकती है।

उसी प्रकार, विधायिका कार्यपालिका के कार्यों को जैसे प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, निन्दा प्रस्ताव, अविश्वास प्रस्ताव आदि के द्वारा नियंत्रण रख सकती है। इस प्रकार ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, निन्दा प्रस्ताव, अविश्वास प्रस्ताव आदि के द्वारा नियंत्रण रख सकती है। इस प्रकार वह सभी संस्थाएँ स्वतंत्र एवं सूचारु रूप से अपना कार्य कर सकती हैं, परन्तु अपने-अपने अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण नहीं कर सकती हैं। यदि इनके द्वारा अतिक्रमण का प्रयास किया जाता है तो दूसरी संस्थाओं द्वारा उस पर संविधान द्वारा नियंत्रण का पर्याप्त प्रावधान किया गया है। इस प्रकार स्पष्ट है कि हमारे संविधान निर्माताओं ने अत्यंत सूझबूझ एवं दूरदर्शिता के साथ विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं के उत्तरदायित्वों का निर्धारण किया है। इसके अतिरिक्त यह भी स्पष्ट है कि यदि ऐसा नहीं किया जाता, तो इन संवैधानिक संस्थाओं द्वारा परस्पर अतिक्रमण की संभावनाएँ हो सकती थी जिसके परिणामस्वरूप अराजकता एवं अव्यवस्था की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसी स्थिति में जनता के अधिकार एवं स्वतंत्रताएँ भी असुरक्षित हो सकती हैं। अतः संविधान में शक्तियों और जिम्मेदारियों का साफ- साफ निर्धारण नहीं होने से संवैधानिक ढाँचा असफलता की ओर अग्रसर हो सकता है।

प्रश्न 3. भारतीय संविधान के प्रमुख विशेषताएं लिखें।

उत्तर- भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं।

1. लिखित संविधान- भारत का संविधान लिखित है इसमें सरकार के संगठन के आधारभूत सिद्धांत औपचारिक रूप से लिख दिए गए हैं कार्यपालिका, विधायिका और आदि को स्पष्ट कर दिया गया है।

2. संघात्मक एवं एकात्मक- भारतीय संविधान का बाहरी ढांचा संघात्मक है, परंतु इसका आंतरिक स्वरूप एकात्मक है। संघात्मक स्वरूप में केंद्र तथा राज्यों की शक्तियों का बंटवारा किया गया है। आपातकाल में यही संविधान एकात्मक रूप धारण कर लेता है और शासन की शक्ति केंद्र सरकार में निहित हो जाती है।

3. विशाल संविधान- यह संसार का विशालतम संविधान है।

4. लोक कल्याणकारी राज्य भारत का संविधान राज्य को एक लोक कल्याणकारी राज्य घोषित करता है।

5. एकल नागरिकता- सारे भारत में एक नागरिकता भारतीय नागरिकता है, भारतीय संपूर्ण देश का नागरिक है। पृथक से किसी राज्य का नहीं । संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे संघात्मक संविधान में नागरिकों को दोहरी नागरिकता प्राप्त है, अपने राज्य की और संघ की परंतु, भारत में एक ही नागरिकता है।

6. लचीला संविधान- भारत का संविधान लचीला है, कठोर नहीं, क्योंकि संविधान में संशोधन आसानी से की जा सकती है।

7. संसदीय शासन प्रणाली- भारतीय संविधान में संसदीय शासन प्रणाली का प्रावधान है। इसमें दो प्रकार की कार्यपालिका है। पहली नाममात्र की (राष्ट्रपति) और दूसरी वास्तविक (मंत्रिमंडल) ।

8. मूल अधिकारों की व्यवस्था भारतीय संविधान मैं नागरिकों के लिए कुछ मूल अधिकारों की व्यवस्था की गई है। यहां तक कि कार्यपालिका और विधायिका इन में हस्तक्षेप नहीं कर सकती हैं। हस्तक्षेप करने पर न्यायपालिका इनकी रक्षा करती है।

9. धर्मनिरपेक्ष राज्य भारत को एक धर्मनिरपेक्ष- धर्मनिरपेक्ष राज्य का दर्जा संविधान ने दिया है। राज्य किसी विशेष धर्म के साथ पक्ष या विरोध नहीं करेगा धर्म के विषय में संविधान तटस्थ रहेगा।

10. एक राष्ट्रभाषा भारतीय संविधान में वैसे 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है। परंतु हिंदी को राष्ट्रभाषा स्वीकार किया गया है, संविधान में प्रांतीय भाषाओं की भी उपेक्षा की गई है।

11. नीति निदेशक तत्व भारतीय संविधान में कुछ नीति निदेशक तत्वों का भी प्रावधान किया गया है। इनके द्वारा केंद्र तथा राज्य सरकारों को यह आदेश दिया गया है कि जनता के जीवन को सुखी बनाने की दिशा में काम करें।

12. स्वतंत्र सर्वोच्च न्यायालय- सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना संघीय संविधान की एक विशेषता है। केंद्र और राज्यों के विवादों को तय करने तथा नागरिकों के मूल अधिकारों की रक्षा करने में सर्वोच्च न्यायालय की अहम भूमिका होती है।

13. अनुसूचित तथा जनजातियों को विशेष संरक्षण- अनुसूचित जन जातियों के उत्थान के लिए संविधान में विशेष व्यवस्था की गई है।


JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

विषय सूची

अध्याय सं.

अध्याय का नाम

भारत का संविधान सिद्धांत और व्यवहार

1

संविधान क्यों और कैसे?

2

भारतीय संविधान में अधिकार

3

चुनाव और प्रतिनिधित्व

4

कार्यपालिका

5

विधायिका

6

न्यायपालिका

7

संघवाद

8

स्थानीय स्वशासन

9

संविधान एक जीवंत दस्तावेज

10

संविधान का राजनीतिक दर्शन

राजनीतिक सिद्धांत

1

राजनीतिक सिद्धांत : एक परिचय

2

स्वतंत्रता

3

समानता

4

सामाजिक न्याय

5

अधिकार

6

नागरिकता

7

राष्ट्रवाद

8

धर्मनिरपेक्षता

JAC वार्षिक परीक्षा, 2023 प्रश्नोत्तर

Post a Comment

Hello Friends Please Post Kesi Lagi Jarur Bataye or Share Jurur Kare
Cookie Consent
We serve cookies on this site to analyze traffic, remember your preferences, and optimize your experience.
Oops!
It seems there is something wrong with your internet connection. Please connect to the internet and start browsing again.
AdBlock Detected!
We have detected that you are using adblocking plugin in your browser.
The revenue we earn by the advertisements is used to manage this website, we request you to whitelist our website in your adblocking plugin.
Site is Blocked
Sorry! This site is not available in your country.