Class 11 Sanskrit 2. परोपकाराय सतां विभूतयः

Class 11 Sanskrit 2. परोपकाराय सतां विभूतयः
Class 11 Sanskrit 2. परोपकाराय सतां विभूतयः
प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book) Class - 11 संस्कृत  (Sanskrit) 2. परोपकाराय सतां विभूतयः स्मरणीयः तथ्यः संस्कृत साहित्य में जातक कथाओं का अपना विशेष महत्त्व है। ये कथाएँ मूलतः पालि में हैं, जिनकी संख्या 547 है। बोधिसत्त्व के कर्म दिव्य और अद्भुत हैं। उनका जीवन अलौकिक और आदर्श है। इसी से प्रेरणा लेकर आर्यशूर ने जातकमाला ग्रन्थ की रचना की। यह ग्रन्थ गद्य-पद्य मिश्रित संस्कृत में है। प्रस्तुत पाठ इसी ग्रन्थ के पन्द्रहवें जातक 'मत्स्यजातकम्' का संक्षेप है। इसमें बताया गया है कि सत्य तपोबल के आधार पर किस प्रकार मत्स्याधिपति के रूप में बोधिसत्त्व अपने साथी मत्स्यों की प्राण रक्षा करने में समर्थ होते हैं। वस्तुतः सत्त्वगुण से परिपूर्ण आचरण देवताओं को भी वश में कर सकता है। बहुविकल्पीयाः प्रश्नाः 1. जातकमालायाः लेखकः कः? क. आर्यशूरः ख. कालिदासः ग. श्रीहर्षः घ. माघः 2. कथायां वर्णिते जन्मनि बोधिसत्त्वः कः बभूव?