11th 1. स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर भारतीय अर्थव्यवस्था Indian Economy JCERT/JAC Reference Book
11th 1. स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर भारतीय अर्थव्यवस्था Indian Economy JCERT/JAC Reference Book
ब्रिटिश इंडिया के वायसराय विक्टर एलेक्जेंडर व्रूस के
अनुसार, "भारत हमारे सम राज्य की दूरी है यदि हमारे साम्राज्य का कोई राज्य
अलग हो जाता है तो हम जीवित रह सकते हैं यदि हम भारत को खो देते हैं तो हमारे
साम्राज्य का सूर्य अस्त हो जाएगा। 1.1. परिचय : भारत
आजादी के लगभग 200 वर्ष पूर्व ब्रिटिश शासन के अधीन था। ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का
मुख्य उद्देश्य इंग्लैंड में तेजी से विकसित हो रहे औद्योगिक आधार के लिए भारतीय
अर्थव्यवस्था को केवल एक कच्चा माल प्रदायक तक ही सीमित रखना था। उस शासन की
अधीनता के शोषक स्वरूप को समझे बिना स्वतंत्रता के बाद के पिछले छह दशकों में,
भारत में हुए विकास का सही मूल्यांकन कर पाना संभव नहीं। औपनिवेशिक शासन के अंतर्गत निम्न स्तरीय आर्थिक विकास- ☞ अंग्रेजी शासन की स्थापना से पूर्व भारत की अपनी स्वतंत्र
अर्थव्यवस्था थी। ☞ जन सामान्य की आजीविका और सरकार की आय का मुख्य स्रोत कृषि
था। ☞ सूती और रेशमी वस्त्रों, धातु आधारित तथा बहुमूल्य मणिरत्न
आदि से जुड़े शिल्पकलाओं के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में भारत विश्व भर में सुविख्यात
हो चुका था। ☞ औपनिवेशिक शासकों द्वारा रची गई आर्थिक नीत…