12th Hindi Core 18. श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा, मेरी कल्पना का आदर्श समाज JCERT/JAC Reference Book

12th Hindi Core 18. श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा, मेरी कल्पना का आदर्श समाज JCERT/JAC Reference Book
12th Hindi Core 18. श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा, मेरी कल्पना का आदर्श समाज JCERT/JAC Reference Book
18. श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा, मेरी कल्पना का आदर्श समाज जीवन-परिचय मानव-मुक्ति के पुरोधा बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 ई० को मध्य प्रदेश के महू नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीराम जी तथा माता का नाम भीमाबाई था। 1907 ई० में हाई स्कूल की परीक्षा पास करने के बाद इनका विवाह रमाबाई के साथ हुआ। प्राथमिक शिक्षा के बाद बड़ौदा नरेश के प्रोत्साहन पर उच्चतर शिक्षा के लिए न्यूयार्क और फिर वहाँ से लंदन गए। हिंदू पंथ में व्याप्त कुरूतियों और छुआछूत की प्रथा से तंग आकार सन 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था। सम्मान - सन 1990 में, उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। इन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय से पी-एच०डी० की उपाधि प्राप्त की। 1923 ई० में इन्होंने मुंबई के उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की। 1924 ई० में इन्होंने बहिष्कृत हितकारिणी सभा की स्थापना की। ये संविधान की प्रारूप समिति के सदस्य थे। निधन - 6 दिसंबर, 1956 ई० में दिल्ली में इनका देहावसान हो गया। रचनाएँ :- पुस्तकें व भाषण - दे कास्ट्स इन इंडिया, देयर मेकेनिज़्म, जेनेसिस एंड ड…