12th Sanskrit 8. भू-विभागाः JCERT/JAC Reference Book
12th Sanskrit 8. भू-विभागाः JCERT/JAC Reference Book 8.
भू-विभागाः अधिगम प्रतिफलानि - 1. संस्कृतश्लोकान् उचितबलाघातपूर्वकं छन्दोऽनुगुणम् उच्चारयति। (श्लोकों का छन्दानुसार उचित लय के साथ सस्वर वाचन करते हैं।) 2. श्लोके प्रयुक्तानां सन्धियुक्तपदानां विच्छेदं करोति।
(श्लोक में प्रयुक्त संधियुक्त पदों का विच्छेद करते हैं।) 3. श्लोकान्वयं कर्तुं समर्थः अस्ति । (श्लोक का अन्वय करने में समर्थ होते हैं।) पाठपरिचयः - प्रस्तुत पाठ मुगलसम्राट् शाहजहाँ के विद्वान पुत्र दाराशिकोह
द्वारा विरचित ग्रन्थ 'समुद्रसङ्गमः' से संकलित किया गया है। दाराशिकोह संस्कृत तथा
अरबी भाषा के तत्कालीन विद्वानों में अग्रगण्य थे। 'समुद्रसङ्गमः' ग्रन्थ में 'पृथिवी
निरूपण' के अन्तर्गत उन्होंने पर्वतों, द्वीपों, समुद्रों आदि का विशिष्ट शैली में
वर्णन किया है। उसी वर्णन के अंश यहाँ "भू-विभागाः" शीर्षक के अन्तर्गत प्रस्तुत किये गये हैं। दाराशिकोह मुगलसम्राट् शाहजहाँ के सबसे बड़े पुत्र थे। उनका
जीवनकाल 1615 ई० से 1659 ई० तक है। शाहजहाँ उनको राजपद देना चाहते थे पर उत्तराधिकार
के संघर्ष में उनके भाई औरंगजेब ने निर्ममता से उनकी हत्या कर दी। दाराशिकोह ने अपन…