भारत में विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं के प्रमुख लक्ष्य व उद्देश्य (MAJOR AIMS AND OBJECTIVES OF ECONOMIC DEVELOPMENT UNDER DIFFERENT FIVE YEAR PLANS IN INDIA)

भारत में विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं के प्रमुख लक्ष्य व उद्देश्य (MAJOR AIMS AND OBJECTIVES OF ECONOMIC DEVELOPMENT UNDER DIFFERENT FIVE YEAR PLANS IN I

निश्चित लक्ष्यों (या उद्देश्यों) को सम्मुख रखते हुए भारत में नियोजन के कार्यक्रम को आरम्भ किया गया था। मोटे तौर पर इन्हें दो भागों में बाँटा गया है-I. अल्पकालीन एवं II. दीर्घकालीन लक्ष्यों (या उद्देश्यों)।

I. भारतीय नियोजन के अल्पकालीन उद्देश्य (SHORT PERIOD OBJECTIVES OF INDIAN PLANNING)

भारतीय नियोजन के अल्पकालीन उद्देश्य देश की बदलती आवश्यकताओं को समाज की माँग के अनुसार प्रत्येक योजना के साथ-साथ बदलते रहते हैं। विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं के मुख्य उद्देश्यों की विवेचना निम्नवत् की जा रही है-

पहली पंचवर्षीय योजना (First Five Year Plan)

1. अवधि (Period) 1 अप्रैल, 1951 से 31 मार्च, 1956 तक।

2. सैद्धान्तिक मॉडल 'Theoretical Model) हेरॉड-डोमर मॉडल के परिवर्द्धित मॉडल पर आधारित।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives) कृषि क्षेत्र का विकास करना।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives) (i) शरणार्थियों का पुनर्वास करना, (ii) द्वितीय विश्व युद्ध और विभाजन से क्षतिग्रस्त अर्थव्यवस्था का पुनरुत्थान करना, (iii) खाद्य समस्याओं का समाधान करना, (iv) मुद्रास्फीति का नियन्त्रण करना, (v) लघु व कुटीर उद्योगों का पुनरुद्धार और औद्योगीकरण की पृष्ठभूमि तैयार करना।

दूसरी पंचवर्षीय योजना (Second Five Year Plan)

1. अवधि (Period)–1 अप्रैल, 1956 से 31 मार्च, 1961 तक।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model)—पी.सी, महालनोबिस के असन्तुलित विकास के मॉडल पर आधारित (आगत निर्गत विकास मॉडल)।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives) तीव्र औद्योगीकरण करना।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives) (i) राष्ट्रीय आय में पर्याप्त वृद्धि करना, (ii) तीव्र  औद्योगीकरण जिसमें आधारभूत व भारी उद्योगों पर विशेष बल देना, (iii) आय व सम्पत्ति की असमानता को कम करना, (iv) आर्थिक विकास का समान वितरण करना, (v) रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना।

तीसरी पंचवर्षीय योजना (Third Five Year Plan)

1.अवधि (Period)-1 अप्रैल, 1961 से 31 मार्च, 1966 तक।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model)—जॉन सैण्डी एस. चक्रवर्ती के मॉडल पर आधारित।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives)—अर्थव्यवस्था को स्वावलम्बी व स्वस्फूर्त बनाना।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives) (i) कृषि क्षेत्र का विकास करना, (ii) खाद्यान्नों के क्षेत्र में आत्म-निर्भरता प्राप्त करना, (iii) कृषि व उद्योगों का समन्वित विकास करना, (iv) द्रुत औद्योगीकरण के लिए आधारभूत उद्योगों का तीव्र गति से विकास करना, (v) अवसर की समानता सुनिश्चित करना, (vi) आय व सम्पत्ति की असमानता में कमी करना, (vii) रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना।

तीन वार्षिक योजनाएँ (Three Annual Plans) )

1. अवधि (Period) 1 अप्रैल, 1966 से 31 मार्च, 1969 तक।

2. उद्देश्य (Objectives) (1) युद्ध से उत्पन्न स्थितियों का निराकरण करना, (ii) खाद्यान्न संकट का समाधान करना, (iii) मुद्रा-स्फीति पर नियन्त्रण करना, fiv} चौथा पंचवर्षीय योजना के लिए आधार तैयार करना।

चौथी पंचवर्षीय योजना (Fourth Five Year Plan)

1. अवधि ( Period) 1 अप्रैल, 1969 से 31 मार्च, 1974 तक।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model) एलन एस. मान्ने और अशोक रुद्र मॉडल।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives) स्थिरता के साथ आर्थिक विकास और आत्म-निर्भरता की प्राप्ति करना।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives) (i) कृषि और उद्योग के क्षेत्र में उत्तरोत्तर आत्म-निर्भरता प्राप्त करना, (ii) न्यायपूर्ण विकास करना, (iii) अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों का सन्तुलित विकास करना, (iv) द्रुत गति से औद्योगिक विकास जिसमें आधारभूत और भारी उद्योगों पर विशेष बल देना, (v) आय व सम्पत्ति की असमानता में कमी करना. (vi) रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना, (vii) राष्ट्रीय आय में तीव्र वृद्धि करना।

पाँचवीं पंचवर्षीय योजना (Fifth Five Year Plan)

1. अवधि (Period)-1 अप्रैल, 1971 से 31 मार्च, 1978 तक ।

पाँचवीं पंचवर्षीय योजना को जनता पार्टी की सरकार द्वारा अपने निर्धारित समय से एक वर्ष पूर्व ही समाप्त घोषित करके छठी पंचवर्षीय योजना (1978-83) लागू की गयी जिसे अनवरत योजना (Rolling Plan) का नाम दिया गया था।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model) योजना आयोग के दृष्टि योजना विभाग द्वारा तैयार प्रारूप पर आधारित है। जिसमें तीन मॉडलों को शामिल किया गया था-

(अ) समविष्ट भावी मॉडल, (ब) आगत-निर्गत मॉडल, (स) उपयोग के मॉडल।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives)-गरीबी निवारण व आत्म-निर्भरता प्राप्त करना।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives) (i) रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना, (ii) न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम को क्रियान्वित करना, (i) कृषि, आधारभूत एवं मूल उद्योगों पर विशेष बल देना, (iv) उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन पर बल देना, (v) आर्थिक, सामाजिक तथा क्षेत्रीय असमानता को कम करना, (vi) आयात प्रतिस्थापन और निर्यात प्रोत्साहन की नीति अपनाना, (vii) खाद्यान्नों का भण्डारण तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली का विस्तार।

छठी पंचवर्षीय योजना (Sixth Five Year Plan)

1.छठी योजना दो बार तैयार की गई । जनता पार्टी द्वारा ( 1978-1983 की अवधि हेतु) " अनवरत योजना " बनाई गई । परंतु 1980 में बनी इंदिरा की नई सरकार ने इस योजना को समाप्त कर नई छठी पंचवर्षीय योजना (1980-1985) को लांच की।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model,—कई विकास युक्तियों को ध्यान में रखते हुए संरचनात्मक परिवर्तन एवं संवृद्धि पर बल।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives) रोजगार सृजन ।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives)–(i) आर्थिक संवृद्धि दर में पर्याप्त वृद्धि करना, (ii) आर्थिक व तकनीको आत्म-निर्भरता के उद्देश्य से आधुनिकीकरण पर बल दिया गया, (iii) गरीबी और बेरोजगारों में कमी करना, (iv) ऊर्जा क्षेत्र में तीव्र विकास जिसमें घरेलू संसाधनों के उपयोग पर बल दिया गया, (v) न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम के विस्तार द्वारा सामान्य जीवन-स्तर में सुधार करना, (vi) आय व सम्पत्ति की असमानता में कमी करना, (vii) पयावरण संरक्षण करना, (viii) क्षेत्रीय असमानता में क्रमिक कमी करना, (ix) संचार व संस्थागत नीतियाँ।

सातवीं पंचवर्षीय योजना (Seventh Five Year Plan)

1. अवधि (Period)-1 अप्रैल, 1985 से 31 मार्च, 1990 तक।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model) 'दीर्घकालीन विकास युक्तियों' पर जोर देते हुए उदारीकरण की ओर अग्रसर।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives) अर्थव्यवस्था का आधुनिकीकरण करना।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives) (i) समानता और सामाजिक न्याय पर आधारित व्यवस्था की स्थापना करना, (ii) खाद्यान्न के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि करना, (iii) मुद्रा स्फीति को दर पर नियन्त्रण रखते हुए रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना, (iv) आधारभूत औद्योगिक क्षेत्र में वृद्धि और स्थापित क्षमता का पूर्ण प्रयोग करना, (v) कृषि और उद्योग के क्षेत्र में घरेलू तकनीकी का विकास करना, (vi) मानव संसाधन विकास करना, (vii) ऊर्जा संरक्षण और गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोतों का विकास करना, (vii) पर्यावरण और परिवेश की रक्षा करना, (ix) जनसंख्या वृद्धि-दर में कमी करना, (x) सामाजिक उपभोग (शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आवास आदि) का ऊंचा स्तर प्राप्त करना, (xi) गरीबी और बेरोजगारी उन्मूलन के कार्यक्रमों पर विशेष बल देना।

आठवीं पंचवर्षीय योजना (Eighth Five Year Plan)

1. अवधि (Period) 1 अप्रैल, 1992 से 31 मार्च, 1997 तक।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model) उदारीकृत अर्थव्यवस्था के रूप में परिणित 'जॉन डब्ल्यू, मिलर मॉडल' पर आधारित।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives) मानव संसाधन विकास करना।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives)–(i) रोजगार के पर्याप्त अवसरों का सृजन करके शताब्दी के अन्त तक पूर्ण रोजगार का लक्ष्य प्राप्त करना, (ii) समस्त जनसंख्या के लिए सुरक्षित पेयजल, पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाएँ तथा सिर पर मैला ढोने की प्रथा का अन्त करना, (iii) जनता के सक्रिय सहयोग से जनसंख्या वृद्धि पर नियन्त्रण करना, (iv) प्राथमिक शिक्ष का सर्वव्यापीकरण तथा 15 - 35 आयु वर्ग को पूर्ण साक्षर करना, (v) कृषि क्षेत्र में संवृद्धि और विविधीकरण जिससे खाद्यान्न में आत्म निर्भरता के साथ ही निर्यात के लिए अतिरेक प्राप्त हो सके।

नौवीं पंचवर्षीय योजना (Ninth Five Year Plan)

1. अवधि (Period)-1 अप्रैल, 1997 से 31 मार्च, 2002 तक।

2. सैद्धान्तिक मॉडल (Theoretical Model) हैरॉड-डोमर मॉडल।

3. प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives) न्यायपूर्ण वितरण और समानता के साथ विकास।

4. अन्य उद्देश्य (Other Objectives)–(i) कृषि तथा ग्रामीण विकास को प्राथमिकता (Priority to Agriculture and Rural Development)—नौवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य रोजगार उत्पन्न करने तथा निर्धनता को दूर करने के लिए कृषि तथा ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देना।

(ii) मूल्यों में स्थिरता के साथ विकास (Growth with Stabilities in Price) —नौवीं पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य मूल्यों में स्थिरता बनाये रखना है। इसके साथ-साथ अर्थव्यवस्था की वृद्धि-दर तेज करना।

(iii) भोजन एवं पोषण सुरक्षा (Food and Nutritional Security) सभी के लिए विशेषकर समाज के कमजोर वर्गों के लिए भोजन तथा पोषण सुरक्षा निश्चित करना।

नौवीं पंचवर्षीय योजना के लक्ष्य-नौवी पंचवर्षीय योजना के प्रमुख लक्ष्य निम्नलिखित थे-

(1) विकास की वार्षिक वृद्धि दर को 6.5 प्रतिशत से अधिक करना, जबकि मूल मसौदे में वार्षिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत रखी गई थी।

(2) रोजगार अवसरों में आगामी पाँच वर्षों में लगभग 5.02 करोड़ की वृद्धि करना।

(3) औद्योगिक विकास दर 8.2 प्रतिशत तथा विद्युत् उत्पादन में 9.3 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि करना।

(4) कृषि क्षेत्र में वार्षिक वृद्धि दर 3.9 प्रतिशत से 4 प्रतिशत करना।

(5) निर्यातों में 11.8 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि तथा आयातों को 10.8 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर तक सीमित करना।

(6) पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियन्त्रण का पूरा पूरा प्रयास करना।

(7) सार्वजनिक क्षेत्र की कार्यकुशलता में वृद्धि ।

(8) अर्थव्यवस्था में उत्पादन वृद्धि के लिए प्रौद्योगिक विकास, आधुनिकीकरण तथा प्रतिस्पर्धा कुशलता में वृद्धि।

दसवीं पंचवर्षीय योजना (Tenth Five Year Plan)

1. अवधि (Period -1 अप्रैल, 2002 से 31 मार्च, 2007 तक।

मुख्य उद्देश्य (Main Objectives) मानव विकास, प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि, सामाजिक व आर्थिक प्रगति।

उद्देश्य (Objectives)—इस योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित थे-

1. राष्ट्रीय आय में वृद्धि-2002-07 की अवधि में औसत 8 प्रतिशत वृद्धि दर का लक्ष्य निर्धारित किया गया था।

2. प्रति व्यक्ति आय की वृद्धि दर-दसवीं पंचवर्षीय योजना में आगामी दस वर्षों में प्रति व्यक्ति आय की वृद्धि दर को दोगुना (Double) करने का लक्ष्य रखा था।

3.निर्धनता अनुपात में कमी लाना-वर्ष 2007 तक निर्धनता अनुपात में 5 प्रतिशतांक बिन्दु तक कमी लाना था।

4. रोजगार व्यवस्था करना-दसर्वी पंचवर्षीय योजना के दौरान श्रमिक बल में होने वाली वृद्धि के लिए लाभप्रद और उच्चकोटि के रोजगार की व्यवस्था करना था।

5. सभी बच्चों को शिक्षा-2003 तक सभी बच्चों को स्कूली शिक्षा, 2007 तक सभी बच्चों के लिए 5 वर्ष की स्कूली शिक्षा।

6. जनसंख्या की वृद्धि दर में कमी-2001 से 2011 के बीच जनसंख्या की वृद्धि दर को 16.2 प्रतिशत कम करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य था।

7. जीवन की गुणवत्ता में सुधार-दसर्वी पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य सभी लोगों के जीवन की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार लाना था। इसमें खाद्यान्न तथा अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के उपभोग के उचित स्तर के साथ आधारभूत सामाजिक सेवाओं को भी प्राप्त करने का प्रयत्न क्रिया गया। जैसे–शिश्ना, स्वास्थ्य, पेयजल की उपलब्धता तथा अच्छी सफाई व्यवस्था आदि।

ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (Eleventh Five Year Plan)

ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं-

1. तीव्र विकास जिससे गरीबी को कम करना है और रोजगार के अवसर कायम करना है।

2. स्वास्थ्य और शिक्षा के रूप में अनिवार्य सेवाओं तक पहुँच बढ़ाना है, विशेषकर गरीब वर्गों को।

3. शिक्षा और कौशल के विकास द्वारा सशक्तिकरण करना है।

4. राष्ट्रीय ग्राम रोजगार गारण्टी योजना के प्रयोग से रोजगार का विस्तार करना है।

5. पर्यावरण के टिकाऊपन को बढ़ावा देना है।

6. लैंगिक असमानता को कम करना है।

7. प्रशासन में सुधार करना है।

II. भारतीय नियोजन के दीर्घकालीन उद्देश्य (LONG PERIOD OBJECTIVES OF INDIAN PLANNING)

परिस्थितियों एवं समस्याओं में अन्तर रहने के कारण अलग-अलग योजनाओं में कुछ उद्देश्यों पर अधिक जोर दिया जाता रहा है तो कुछ पर कम किन्तु कुल मिलाकर भारतीय नियोजन के मूलभूत सामान्य उद्देश्य रहे हैं। इन्हें भारतीय आयोजन के दीर्घकालीन उद्देश्य भी कहा जा सकता है। ये अग्न प्रकार हैं-

1.आर्थिक विकास की दर में वृद्धि (Increase in Rate of Economic Development) उपनिवेशिक शोषण के फलस्वरूप स्वतन्त्रता-प्राप्ति के समय भारत को अविकसित पिछड़ी हुई अर्थव्यवस्था थी। देश में सामान्य रहन-सहन का स्तर बहुत निम्न था। इसलिए राष्ट्रीय और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के द्वारा लोगों के रहन-सहन के स्तर को बढ़ावा देना देश में सभी योजनाओं का मुख्य उद्देश्य था।

2. सामाजिक एवं आर्थिक न्याय (Social and Economic Justice) हमारे संविधान में निदेशक सिद्धान्तों ने न्यय सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक घोषणा की है और इसे आधारभूत राष्ट्रीय लक्ष्य के रूप में स्वीकार किया है।

जब से योजना राज्यिक नीति का महत्वपूर्ण यन्त्र बन गयी है, सामाजिक और आर्थिक न्याय इसके आधारभूत उद्देश्यों में आता है। इसके अन्तर्गत निम्नलिखित कदम उठाये गये हैं-

(i) देश में प्रजातान्त्रिक व्यवस्था की स्थापना एवं सुरक्षा।

(ii) अपनी सहायता स्वयं करने में असमर्थ स्त्रियों, बच्चों, विकलांगों, दुर्बलों, रोगियों आदि का विशेष ध्यान रखना।

(iii) समाज के पिछड़े तथा कमजोर वर्गों का विशेष ध्यान रखना।

(iv) आर्थिक एवं सामाजिक समानता की प्राप्ति के लिए प्रयत्न ।

(v) क्षेत्रीय असमानताओं को कम करना।

(vi) कुछ व्यक्तियों या परिवारों तक आर्थिक शक्ति के केन्द्रीकरण । Centralization of Economic Power) को रोकना।

इन दो उद्देश्यों-विकास की उच्च दर तथा सामाजिक न्याय को हमारे नियोजकों ने 'सामाजिक न्याय के साथ विकास' को संज्ञा दी है।

3. आत्मनिर्भरता (Self-reliance) अपने विकास की प्रारम्भिक अवस्था में तो एक देश को विदेशी सहायता पर निर्भर रहना ही पड़ता है किन्तु विदेशी सहायता पर आवश्यकता से अधिक निर्भरता की अपनी कुछ कठिनाइयाँ व सीमाएँ हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए तीसरी पंचवर्षीय योजना से आत्मनिर्भरता को हमारी योजना प्रक्रिया का एक प्रमुख उद्देश्य स्वीकार किया जाने लगा है। इसमें विदेशी सहायता और रियायती विदेशी पूँजी पर ज्यादा निर्भरता को कम करने पर जोर दिया जाता है लेकिन इसका अर्थ वाणिज्यिक विदेशी पूँजी को हाने से नहीं है। इसका साधारण अर्थ यह है कि हम आयातों पर उतना ही खर्च करें जितना हम निर्यातों और वाणिज्यिक पूँजी आदि से प्राप्त करते हैं।

इस प्रकार आत्म निर्भरता के उद्देश्यों के दो पहलू हैं-

(i) आयात प्रतिस्थापन (Immort Suhstitution) कुछ जरूरी वस्तुओं का आयात प्रतिस्थापन जिससे विदेशों पर उन वस्तुओं के लिए निर्भरता को कम किया जा सके जो अर्थव्यवस्था के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।

(ii) निर्यातों को प्रोत्साहन (Encouragement to Export) निर्यातों को प्रोत्साहन देने से हम वित्त प्राप्त करेंगे जिससे हम आयात की गई वस्तुओं व सेवाओं का भुगतान कर सकें।

4. आर्थिक स्थिरता ( Economic Stability) आर्थिक नियोजन का एक अन्य प्रमुख उद्देश्य अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाना और उसे बनाये रखना है। आर्थिक स्थिरता से यह अभिप्राय है कि अर्थव्यवस्था में कीमत स्तर, वेतन, लाभ की दरों आदि में होने वाले उतार-चढ़ाव को समाप्त किया जाये ताकि अर्थव्यवस्था सही ढंग से आगे बढ़ सके और जन-साधारण के जीवन स्तर में सुनिश्चित सुधार लाये जा सकें

5. रोजगार के अवसरों में वृद्धि (Increase in Employment Opportunities) रोजगार के अवसरों में वृद्धि लाकर बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराना तथा अर्द्ध और अदृश्य बेरोजगारी को दूर करना हमारी योजनाओं का एक प्रमुख उद्देश्य रहा है। सातवीं पंचवर्षीय योजना में तो रोजगार वृद्धि को प्रमुखतम रद्देश्य ठहराया गया।

6. विनियोग आय के अनुपात में वृद्धि (Increase in Investment Income Ratio)- नियोजन का एक उद्देश्य यह भी है कि राष्ट्रीय आय में विनियोग का अनुपात बढ़े। राष्ट्रीय आय में विनियोग का अनुपात जितना ही अधिक होगा, देश की उत्पादन क्षमता में उतनी ही वृद्धि होगी। विकसित देशों में यह अनुपात 25 प्रतिशत से भी अधिक है।

7. आधुनिकीकरण (Modernization) हमारी योजनाओं का उद्देश्य उत्पादन क्रियाओं में अद्यतन तकनीक तथा आधुनिकतम मशीनों एवं उपकरणों का उपयोग भी है ताकि संसाधनों का कुशलतम उपयोग हो सके और उत्पादकता स्तर में सुधार हो सके।

8. अन्य उद्देश्य (Other Objectives) विगत वर्षों में हमारी योजनाओं में दो नये उद्देश्य और सम्मिलित किए गये हैं-(i) आर्थिक क्रियाओं में विविधीकरण, (ii) मूल्यों में प्रतियोगिता एवं स्थिरता प्राप्त करना।

1 comment

  1. Unknown
    Unknown
    Very nice explained in netshell
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