भारत में नियोजन की व्यूह-रचना (STRATEGY OF PLANNING IN INDIA)

भारत में नियोजन की व्यूह-रचना (STRATEGY OF PLANNING IN INDIA)
भारत में नियोजन की व्यूह-रचना (STRATEGY OF PLANNING IN INDIA)
व्यूह-रचना का अर्थ (Meaning of Strategy)— व्यूह-रचना या 'कूटनीति' या 'विकास विधि' से सामान्यतः अभिप्राय किसी विषय अथवा क्षेत्र विशेष से सम्बन्धित नीतियों, पद्धतियों, सिद्धान्तों व कार्य-प्रणालियों का वह आदर्श सामंजस्य है जिसके द्वारा समस्या का । सर्वोपयुक्त समाधान ढूँढ़ने का प्रयास किया जाता है। आर्थिक नियोजन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए योजना में नीति अपनायी जाती है, उसे योजना की व्यूह-रचना कहा जाता है। इसे विकास युक्ति (Development Strategy) या विकास कूटनीति भी कहा जाता है। इस प्रकार व्यूह-रचना का आशय उन उपायों, नीतियों एवं प्राथमिकताओं के क्रम से है जिन्हें योजना के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनाया जाता है। संक्षेप में, योजना व्यूह-रचना' में तीन बातों का समावेश होता है-(i) लक्ष्य निर्धारण, (ii) प्राथमिकताओं का क्रम निर्धारण, (iii) लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए उपायों का चयन। व्यूह-रचना में अर्थव्यवस्था के प्रमुख प्रतिबन्धों (Crucial Constraints) को ध्यान में रखते हुए स्थिरता के साथ विकास (Growth with Stability) का मार्ग चुनना पड़ता है। विभिन्न पंचवर्षीय …