JPSC_Socially_And_Economically_Marginalized_Groups(सामाजिक और आर्थिक रूप में हाशिए के समूह)
Socially And Economically Marginalized Groups(सामाजिक और आर्थिक रूप में हाशिए के समूह)
( सामाजिक और आर्थिक रूप में हाशिए के समूहों जैसे अनुसूचित जनजाति,
जाति, धार्मिक अल्पसंख्यक, पिछड़ी जाति और महिलाओं के विकास की स्थिति और संबंधित
मुद्दे, केन्द्र/राज्य सरकारों द्वारा इनके विकास के लिए जारी योजनाएँ, जनजातीय
उपयोजना, अनुसूचित जाति उपयोजना और अल्पसंख्यकों सहित ) विश्व
स्तर पर यदि देखा जाये तो महिलाएं, बच्चे, शरणार्थी, आंतरिक रूप से विस्थापित लोग,
राज्यविहीनता (जिस व्यक्ति या समूह के पास किसी भी राज्य की नागरिकता का न होना)
की स्थिति में जी रहे व्यक्ति/ समुदाय, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक
(नृजातीय/धार्मिक/भाषायी), प्रवासी श्रमिक, निःशक्त व्यक्ति, वृद्ध, एच.आई.वी.
पॉजिटिव एड्स पीड़ित लोग, यायावर खानाबदोश, लैंगिक अल्पसंख्यक (लेस्बियन/गे और
ट्राइसजेंडर्स) आदि समूह असुरक्षित, हाशिये पर स्थित और उपेक्षित वर्ग के अंतर्गत
आते हैं। भारत
में असुरक्षित, हाशिये पर स्थित तथा उपेक्षित समूहों के अंतर्गत अनुसूचित जाति,
अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक (नृजातीय/धार्मिक). महिला एवं बालिका शिशु, बेघर लोग,
श्रमिक, अक्षमता से पीड़ित लोग, शराब
व मादक द्रव्य के व्यस्नी, समाज में विस्थापित प्रवासी लोग, सेक्स वर्…