SCIENCE
(MODEL QUESTION PAPER)
SET
- II Time -1 Hour 30 Minutes]
[Full
Marks – 40
सामान्य
निर्देश
1.
परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर दें।
2.
कुल प्रश्नों की संख्या 19 है।
3.
प्रश्न 1 से प्रश्न 7 तक अतिलघूत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों
के उत्तर अधिकतम एक वाक्य में दें। प्रत्येक प्रश्न का मान 2 अंक निर्धारित है।
4.
प्रश्न 8 से प्रश्न 14 तक लघूत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों
के उत्तर अधिकतम 50 शब्दों में दें। प्रत्येक प्रश्न का मान 3 अंक निर्धारित है।
5.
प्रश्न 15 से प्रश्न 19 तक दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें से किन्हीं तीन
प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 100 शब्दों में दें। प्रत्येक प्रश्न का मान 5 अंक
निर्धारित है।
अतिलघूत्तरीय प्रश्न : किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर दें।
1. शक्ति का SI मात्रक
लिखें तथा उसे परिभाषित करें।
उत्तर-
शक्ति का SI मात्रक- वाट ।
1
वाट वह शक्ति है, जो 1 सेकेंड में 1 जूल कार्य करता है।
1
वाट = 1 जूल/सेकेंड
2. आवृत्ति को परिभाषित
करें तथा इसका SI मात्रक लिखें।
उत्तर-
एक सेकेण्ड में उत्पन्न तरंगों की संख्या को आवृत्ति कहते हैं। इसका S.I. मात्रक
Hz है।
3.
आवोगाद्रो संख्या का मान क्या होता है ?
उत्तर-आवोगाद्रो
संख्या का मान 6.022 x 1023 होता है।
4. मोलर द्रव्यमान से
आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
पदार्थ के एक मोल अणुओं का द्रव्यमान उसका मोलर द्रव्यमान
कहलाता
है।
5. केनाल किरणें क्या
हैं ?
उत्तर-गोल्डस्टीन
ने प्रयोग में पाया कि एक विशेष प्रकार की किरणें एनोड की ओर से चलकर कैथोड के
छिद्रों से पार होकर विसर्जन नली को प्रकाशित कर देती हैं। इन किरणों को केनाल
किरणें कहते हैं। अथवा, धनावेशित कणों के बनी किरणों को केनाल किरणें कहते हैं।
6. दो संक्रामक रोगों
के नाम लिखें।
उत्तर-(i)
मलेरिया, (ii) मियादी बुखार ।
7. एक स्वस्थ व्यक्ति
किसे कहा जा सकता है ?
उत्तर-किसी
व्यक्ति को स्वस्थ तब कहा जाता है, जब
(i)
वह रोगमुक्त हो।
(ii)
वह हर प्रकार की चिंता से मुक्त हो।
(iii)
वह सामाजिक तथा मानसिक परेशानियों से मुक्त हो।
लघूत्तरीय प्रश्न : किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर दें।
8. गतिज ऊर्जा को
परिभाषित करें। उन कारणों का उल्लेख करें जिन पर किसी पिंड की गतिज ऊर्जा निर्भर
करती है।
उत्तर-गति
के कारण किसी वस्तु में कार्य करने की जो क्षमता रहती है उसे गतिज ऊर्जा कहते हैं।
जैसे- चलती हुई गाड़ी, बहता पानी में। किसी पिंड की गतिज ऊर्जा पिंड के वेग और
द्रव्यामान पर निर्भर करती है।
9. अनुदैर्ध्य तरंग और
अनुप्रस्थ तरंग को परिभाषित करें।
उत्तर-अनुदैर्ध्य
तरंग- वह तरंग है जिसमें माध्यम के कण मध्यमान स्थिति के गिर्द तरंग की गति की
दिशा में कम्पन करते हैं। जैसे- ध्वनि तरंग। अनुप्रस्थ तरंग- वह तरंग है जिसमें
माध्यम के कण मध्यमान स्थिति के गिर्द तरंग की गति की दिशा के लंबवत् कम्पन करते
हैं। जैसे- जल की सतह पर उत्पन्न तरंग, प्रकाश तरंग।
10. मोल में बदलें
(i) 12 g ऑक्सीजन गैस,
(ii) 22g कार्बन डाइऑक्साइड।
11. 10 मोल जल अणु का
द्रव्यमान क्या होगा ?
उत्तर-मोल
संख्या (n) = 10
H2O
का मोलर द्रव्यमान = (2 x 1) + 16 = 18 g
द्रव्यमान
= मोलर द्रव्यमान x मोल संख्या
Ø m = M xn
Ø m = 18 x 10 = 180g Ans.
12. उदाहरण के साथ
परिभाषित करें
(a) संयोजकता,
(b) समभारिक।
उत्तर-(a)
संयोजकता- किसी तत्व की संयोजन शक्ति (अथवा क्षमता) उस तत्व की संयोजकता कहलाती
है। परमाणु अपना अष्टक पूरा करने के लिए जितनी संख्या में इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण
अथवा साझेदारी करता है, वह उस तत्व की संयोजकता होती है।
जैसे-
सोडियम की परमाणु संख्या- 11
इलेक्ट्रॉनिक
विन्यास- 2, 8, 1
संयोजी
इलेक्ट्रॉन- 1
(b)
समभारिक- वे तत्त्व, जिनके परमाणु द्रव्यमान समान लेकिन परमाणु संख्या विभिन्न हो,
समभारिक कहलाते हैं। जैसे- 4018 Ar एवं 4020Ca,
समभारिक हैं, चूंकि दोनों के परमाणु द्रव्यमान समान (40, 40) है, लेकिन परमाणु
संख्या भिन्न-भिन्न (18, 20) हैं।
13. टीकाकरण क्यों
आवश्यक है ?
उत्तर-यह
हमारे शरीर में प्रतिरक्षी क्षमता को बढ़ाते हैं और अनेक रोग कारकों को नष्ट कर
संभावित रोगों से बचाता है। टीकाकरण द्वारा संक्रामक रोगों का निवारण किया जा सकता
। है। अतः यह हमारे लिए आवश्यक है।
14. नाइट्रोजन
स्थिरीकरण क्या है ?
उत्तर-वह
क्रिया जिसके द्वारा तत्व नाइट्रोजन को अन्य तत्वों से संयुक्त कराकर पेड़-पौधों
द्वारा उपयोग किए जाने योग्य यौगिकों का उत्पादन किया जाता है, नाइट्रोजन का
स्थिरीकरण कहलाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न : किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दें।
15. यांत्रिक ऊर्जा
क्या है ? इसके दो प्रकार क्या है ? 15 kg द्रव्यमान की एक वस्तु 4ms-1
के एकसमान वेग से गतिशील है। वस्तु की गतिज ऊर्जा कितनी होगी ?
उत्तर-यांत्रिक
ऊर्जा- वह ऊर्जा जिसके कारण कोई वस्तु कुछ यांत्रिक कार्य आसानी से कर सकता है।
यांत्रिक ऊर्जा कहलाती है।
इसके
दो प्रकार निम्नांकित है-
(i)
गतिज ऊर्जा; (ii) स्थितिज ऊर्जा।
यहाँ,
वस्तु का द्रव्यमान m = 15 kg
वस्तु
का वेग v = 4ms-1
Ek
=1/2 mv2 = 1/2 x 15 x 4 x 4 = 120J
वस्तु
की गतिज ऊर्जा 120 J है।
16. सामान्य मनुष्य के
कानों के लिए श्रव्यता प्यास क्या है? किसी ध्वनि स्रोत की आवृत्ति 100Hz है। एक
मिनट में यह कितनी बार कंपनी करेगा?
उत्तर-
श्रव्यता परास- 20 Hz से 20000 Hz
यहाँ,
आवृत्ति = 100 Hz,
समय
= 1 मिनट = 60 सेकेंड
कंपनों
की संख्या = आवृत्ति x समय
=100
Hz x 60 सेकेंड
=
6000 कंपन।
17. (a) इलेक्ट्रॉन,
प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के गुणों की तुलना की
उत्तर-इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के गुणों की तुलना-
(b)
हाइड्रोजन के समस्थानिक H, D और T के लिए प्रत्येक में पाए जाने वाले तीन
अवपरमाणुक कणों को सारणीबद्ध करें।
उत्तर-
H, D और T हाइड्रोजन के समस्थानिक होते हैं।
अवपरमाणु कणों की सारणी
18 मृदा के निर्माण की प्रक्रिया को विस्तृत रूप
से व्याख्या करें।
उत्तर-
मिट्टी बनाने में निम्नांकित कारक काम, करते हैं-
(i)
सूर्य- पत्थरों को गर्म करता है जिससे वे प्रसारित हो जाते हैं। रात के समय पत्थर
सिकुड़ जाते हैं। इससे उसमें दरार पड़ जाती है और वह टूट जाता है।
(ii)
जल- जल मिट्टी के निर्माण में दो तरीके से सहायता
करता
है।
(a)
सूर्य के ताप से बनी दरार में पानी भर जाता है जो यदि जम जाता है तो वह दरार को
चौड़ा कर देता है लेकिन यदि पानी बाद में जमता है तो यह दरार को और भी चौड़ा करेगा
क्योंकि बहता हुआ व जमा हुआ पानी पत्थर को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देता है।
(b)
तेज गति से बहता पानी पत्थर के टुकड़ों को बहा ले जाता है जिससे आपस में टकराकर
टूट कर और छोटे हो जाते हैं। इस प्रकार मिट्टी अपने मूल पत्थर के स्थान से काफी
दूर पायी जाती है।
(iii)
हवा- हवा से पत्थर के टुकड़े आपस में टकराकर और भी छोटे टुकड़ों में बँट जाते हैं।
(iv)
जीव- जीव भी मिट्टी के बनने की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। लाइकेन पत्थरों की
सतह पर उगते हैं जो पत्थर को चूर्ण के रूप में बदल देते हैं और मिट्टी का परत का
निर्माण करते हैं। इसी प्रकार मॉस भी मिट्टी का बारीक करने का काम करते हैं।
19. संक्रमण के कारक
एवं उससे बचाव के उपायो को लिखें।
उत्तर-
संक्रमण कारक जो अधिकांशतः सूक्ष्मजीव (वाइरस, जीवाणु, कवक अथवा कृमि) होते हैं।
ये कारक विभिन्न माध्यमों (जल, वायु, भोजन संपर्क) द्वारा समुदाय में फैलकर
सामुदायिक स्वास्थ्य को खराब कर सकते हैं।
संक्रमण
से बचाव-
(i)
रोगी से दूर रहना चाहिए।
(ii)
हमें खुले स्थानों में रहना चाहिए और भीड़ भरे स्थानों पर
म
नहीं जाना चाहिए।
(iii)
साफ जल पीना चाहिए।
(iv)
हमें साफ़ पर्यावरण में रहना चाहिए।
(v)
हमें स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए।
(vi) हमें टीका लगवाना चाहिए।