विद्रोही और राज : 1857 का आंदोलन और उसके व्याख्यान
Class XII (History) 11. Rebels and the Raj The Revolt of 1857 and its Representations 11.
विद्रोही और राज : 1857 का आंदोलन और उसके व्याख्यान उत्तर दीजिए (लगभग 100-150 शब्दों में) प्रश्न 1. बहुत सारे स्थानों पर विद्रोही सिपाहियों ने नेतृत्व संभालने
के लिये पुराने शासकों से क्या आग्रह किया? अथवा : 1857 के विद्रोह में अंग्रेजों के विरुद्ध उभरे भारतीय नेतृत्व
के स्वरूप की उदाहरणों की मदद से परख कीजिए। उत्तर:
1857 ई. में निश्चय ही अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह में उच्च नेतृत्व तथा संगठन की
अति आवश्यकता थी। इस उद्देश्य से विद्रोहियों ने ऐसे व्यक्तियों की शरण ली जो सामान्य
जनता में पर्याप्त लोकप्रिय थे। 1.
सबसे पहले मेरठ के विद्रोही सिपाही दिल्ली गये तथा उन्होंने वयोवृद्ध मुगल शासक बहादुरशाह
द्वितीय से अपना नेतृत्व करने को कहा। उन्होंने नाममात्र के लिये ही सही विद्रोहियों
के लिए नेता बनना स्वीकार कर लिया। 2.
विद्रोही सिपाहियों तथा शहर के व्यक्तियों ने नाना साहिब को कानपुर में विद्रोह की
कमान सम्भालने पर मजबूर कर दिया। 3.
सामान्य जनता के दबाव में लक्ष्मीबाई ने झाँसी का नेतृत्व स्वीकार किया। 4.
बिहार के आरा अथवा जगदीशपुर में कुछ ऐसी ही स्थिति में कुँवरसिंह ने विद्रोहियों का
नेतृत्व स…