27.PGT भारतीय कृषि क्षेत्र की प्रमुख क्रान्तियाँ (Major Revolutions in Indian Agriculture Sector)

भारतीय कृषि क्षेत्र की प्रमुख क्रान्तियाँ (Major Revolutions in Indian Agriculture Sector )
27.PGT भारतीय कृषि क्षेत्र की प्रमुख क्रान्तियाँ (Major Revolutions in Indian Agriculture Sector)
भारतीय कृषि क्षेत्र की प्रमुख क्रान्तियाँ (Major Revolutions in Indian Agriculture Sector) हरित क्रान्ति ★ कृषि क्षेत्र में उत्पादकता में क्रान्तिकारी परिवर्तन करने के लिए अपनाये गये कार्यक्रम को हरित क्रान्ति कहा जाता है। ★ हरित क्रान्ति का प्रमुख उद्देश्य कृषि उत्पादन में वृद्धि है। ★ हरित क्रान्ति का द्वितीय उद्देश्य कृषि क्षेत्र की परम्परागत उत्पादन तकनीक में संरचनात्मक परिवर्तन करने का प्रयास है। ★ हरित क्रान्ति का जनक नॉरमन ई० वोरलाग को माना जाता है। ★ हरित क्रान्ति की शुरूआत भारत में चौथी पंचवर्षीय योजना में की गयी। ★ हरित क्रान्ति के प्रमुख घटक उच्च उपज वाले बीज, रासायनिक उर्वरक तथा नयी तकनीक है। ★ हरित क्रान्ति का सर्वाधिक सकारात्मक परिणाम/प्रभाव गेहूँ की फसल पर हुआ। ★ भारत में हरित क्रान्ति का समग्र रूप में परिणाम भारत खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता की अवस्था में पहुँच गया है। ★ हरित क्रान्ति की भारत में सीमायें - क्षेत्रीय असन्तुलन, सिंचित भूमि तक ही केन्द्रित होना, बड़े कृषकों को लाभ, असंतुलित कृषि विकास, आय की असमानताओं में वृद्धि आदि हरित क्रान्ति की सीमाएँ रही हैं। श्वेत क्रान्ति ★ श…