प्री-टेस्ट परीक्षा (2025-26)
कक्षा- 12 विषय :- भूगोल पूर्णाक :- 70 समय :- :- 03.15 घंटे
सामान्य
निर्देश :-
• इस प्रश्न-पुस्तिका में दो
भाग, भाग-A, भाग-B है।
•
भाग-A में 25 अंक के बहुविकल्पीय प्रश्न तथा भाग-B में 45 अंक के विषयनिष्ठ प्रश्न
है।
• परीक्षार्थी को अलग से
उपलब्ध कराई गई उत्तर पुस्तिक में उत्तर देना है।
• भाग-A :- इसमें 25
बहुविकल्पीय प्रश्न हैं, जिनके विकल्प (A, B, C तथा D) है। परीक्षार्थी को उत्तर
पुस्तिका में सही उत्तर लिखना है। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। प्रत्येक प्रश्न 01
अंक का है। गलत के लिए कोई अंक काटा नहीं जाएगा।
• भाग- B :- इस भाग में तीन
खण्ड, खण्ड-A तथा खण्ड-C हैं। इस भाग में अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय तथा दीर्घ
उत्तरीय प्रकार के विषयनिष्ठ प्रश्न हैं। कुल प्रश्नों की संख्या 23 है।
• खण्ड- A : - प्रश्न संख्या
26-34 अतिलघु उत्तरीय हैं। किन्हीं 07 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न 01
अंक का है।
• खण्ड-
B :- प्रश्न संख्या 35-42 लघु उत्तरीय हैं। किन्हीं 06 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक
प्रश्न 03 अंक का है। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम 150 शब्दों में दें।
• खण्ड- C :- प्रश्न संख्या
43-48 दीर्घ उत्तरीय हैं। किन्हीं 04 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न 05
अंक का है। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकत्तम 250 शब्दों में दें।
• परीक्षार्थी यथा संभव अपने
शब्दों में उत्तर दें।
भाग- A (बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्रश्न
संख्या 01 से 25 तक बहुविकल्पीय प्रकार के हैं। प्रत्येक प्रश्न के 04 विकल्प हैं।
सही विकल्प चुनकर उत्तर पुस्तिका में लिखें। प्रत्येक प्रश्न 01 अंक का है।
1. ज्योग्राफिया जेनेरालिस के लेखक कौन हैं?
(A) बर्नहार्ड वारेनियस
(B)
फ्रेड्रिक रेटजेल
(C)
एलेन चर्चिल सेम्पल
(D)
इनमें से कोई नहीं
2. नियतिवाद / निश्चयवाद किस देश में विकसित हुआ?
(A)
अमेरिका
(B)
फ्रांस
(C) जर्मनी
(D)
रूस
3. स्वेज नहर किस देश में अवस्थित है?
(A) मिस्त्र
(B)
जॉर्डन
(C)
जर्मनी
(D)
पनामा
4. विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहाँ है?
(A)
जकार्ता
(B) जेनेवा
(C)
मोन्टे विडियो
(D)
ब्रुसेल्स
5. निम्न में से किस राज्य में कोयले का सबसे अधिक भण्डार है?
(A)
ओडिसा
(B)
पश्चिम बंगाल
(C) झारखण्ड
(D)
मध्य प्रदेश
6. निम्न में से कौन नगदी फसल है?
(A)
कपास
(B)
जूट
(C)
चाय
(D) इनमें से सभी
7. "एंथ्रोपोज्योग्राफी" नामक पुस्तक किस देश के लेखक द्वारा
लिखी गई है?
(A)
अमेरिका
(B) जर्मनी
(C)
फ्रांस
(D)
रूस
8. सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि वाला महादेश कौन-सा है?
(A) एशिया
(B)
अफ्रीका
(C)
उत्तर अमेरिका
(D)
दक्षिण अमेरिका
9. निम्नलिखित में से कौन-सा एक तृतीयक क्रियाकलापक है?
(A)
आखेट
(B)
खेती
(C)
बुनाई
(D) व्यापार
10. निम्न में से किस उद्योग को कच्चा माल वन से प्राप्त है?
(A)
चीनी उद्योग
(B)
सूती वस्त्र
उद्योग
(C) कागज उद्योग
(D)
चाय उद्योग
11. "मानव भूगोल मानव समाजों तथा पृथ्वी तल के बीच संबंध का संश्लिष्ट
अध्ययन है।" यह कथन किसका है?
(A)
एलेन चर्चिल सेम्पल
(B) फ्रेड्रिक रेटजेल
(C)
कार्ल रिटर
(D)
पॉल विडाल-डि-ला-ब्लाश
12. विश्व की 10% जनसंख्या कितने प्रतिशत स्थल भाग पर निवास करती है?
(A)
80%
(B) 90%
(C)
70%
(D)
65%
13. दार्जीलिंग किस प्रकार का नगर है?
(A)
प्रशासनिक नगर
(B)
शिक्षा नगर
(C) पर्यटन नगर
(D)
धार्मिक नगर
14. भारत के किस भाग में झूम कृषि किया जाता है?
(A)
उत्तर भारत
(B)
दक्षिण भारत
(C) उत्तर-पूर्वी भारत
(D)
पश्चिम भारत
15. भारत में किसी बस्ती को शहर कहलाने के लिए कम से कम कितनी जनसंख्या
होनी चाहिए?
(A)
1000
(B)
2000
(C) 5000
(D)
10000
16. पर्वतीय प्रदेशों में किस प्रतिरूप के अधिवास पाये जाते हैं?
(A)
आयताकार
(B) सीढ़ीनुमा
(C)
पंखनुमा
(D)
तारानुमा
17. भारत की प्रथम रेलवे लाइन किन नगरों के मध्य निर्मित की गई थी?
(A)
मुम्बई-गोवा
(B)
मुम्बई-पुणे
(C) मुम्बई-थाणे
(D)
मुम्बई-अहमदाबाद
18. विश्व के सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों में किस प्रकार की कृषि की
जाती है?
(A)
व्यापारिक कृषि
(B)
विस्तृत कृषि
(C) गहन निर्वाह कृषि
(D)
रोपन कृषि
19. प्रेयरी घास के मैदान पाये जाते हैं?
(A)
अफ्रीका में
(B) उत्तरी अमेरिका में
(C)
ऑस्ट्रेलिया में
(D)
दक्षिण अमेरिका में
20. ओपेक का मुख्यालय है:
(A) वियना में
(B)
जकार्ता में
(C)
जिनेवा में
(D)
बेलारूस में
21. गैर-परम्परागत ऊर्जा स्त्रोत के उदाहरण हैं:
(A)
सौर-ऊर्जा
(B)
पवन-ऊर्जा
(C)
जैव-ऊर्जा
(D) इनमें से सभी
22. निम्नलिखित में से कौन सी रोपण फसल है:
(A)
धान
(B)
गेहूँ
(C)
मक्का
(D) रबड़
23. ट्रांश-साइबेरियन रेलमार्ग किस देश में स्थित है?
(A)
यू.एस.ए.
(B) रूस
(C)
कनाडा
(D)
चीन
24. चावल का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन है?
(A) पश्चिम बंगाल
(B)
आंध्र प्रदेश
(C)
ओड़िसा
(D)
तमिलनाडु
25. बॉक्साइट का मुख्य उपयोग किस धातु के उत्पादन में होता है?
(A)
ताँबा
(B) एल्युमिनियम
(C)
जस्ता
(D)
लोहा
भाग- B (विषयनिष्ठ प्रश्न)
खण्ड- A (अति लघुउत्तरीय प्रश्न)
इस
भाग में तीन खण्ड- A, खण्ड- B तथा खण्ड- C है
किन्हीं
सात (07) प्रश्नों के उत्तर दें।
26. रोपण कृषि से क्या समझते हैं?
उत्तर - उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में कि जाने वाली कृषि की वह विधि जो
एक बडे भू-भाग मे उन्नति किस्म के बीजों, कीटनाशकों व आधुनिक कृषि यंत्रों के साथ एक
निश्चित फसलों का उत्पादन बडे पैमाने पर व्यापारिक व निर्यात के उद्देश्यो की पूर्ति
के लिए ही की जाती है। रोपण कृषि कहलाती हैं।
27. प्रतिकर्ष कारक के दो उदाहरण लिखिए।
उत्तर - (i) बेरोजगारी
(ii) रहन-सहन की निम्न दशाएँ
28. निश्चयवाद को परिभाषित कीजिए।
उत्तर - एक विचारधारा है जो मानती है कि भौतिक
पर्यावरण (जैसे जलवायु, भूगोल) मनुष्य के सभी क्रियाकलापों, जीवन-शैली और सामाजिक विकास
को पूरी तरह नियंत्रित करता है
29. उद्गम स्थल से क्या अभिप्राय है?
उत्तर - उत्पत्ति का स्थान, जन्म स्थान, वह
जगह जहाँ से कोई चीज़ शुरू होती है।
30. I.M.F. का पूरा रूप क्या है?
उत्तर -
International Monetary Fund (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष)
31. 'लिंग अनुपात' किसे कहते हैं?
उत्तर - जनसंख्या
में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के अनुपात को लिंग अनुपात कहा जाता है। लिंगानुपात का अर्थ है प्रति 1000 पुरुषों
पर महिलाओं की संख्या।
32. जनसंख्या वितरण के उत्तरदायी भौगोलिक कारकों के नाम लिखें।
उत्तर - जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने
वाले भौगोलिक कारकों में भू-आकृतियाँ, जलवायु तथा मृदाएँ हैं।
33. नगरीय बस्ती को परिभाषित करें।
उत्तर - वे बस्तियाँ जो गैर-कृषिगत क्रियाकलापों
जैसे उद्योग, व्यापार, परिवहन, प्रशासनिक तथा सामुदायिक सेवाओं सम्बन्धी कार्यों में
लगी रहती हैं, ‘नगरीय बस्तियाँ’ कहलाती हैं।
34. तृतीयक क्रियाकलाप के दो उदाहरण लिखिए।
उत्तर - व्यापार और बैंकिंग
भाग- B (लघु उत्तरीय प्रश्न)
किन्हीं छः (06) प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न
का उत्तर अधिकत्तम 150 शब्दों में दें।
35. निश्चयवाद तथा संभववाद में तुलनात्मक अंतर
लिखिए।
उत्तर - निश्चयवाद और संभववाद में निम्नलिखित अंतर है-
|
निश्चयवाद |
संभववाद |
|
(i)
इस विचारधारा के अनुसार मनुष्य के प्रत्येक क्रियाकलाप को पर्यावरण से नियंत्रित
माना जाता है। |
(i)
इस विचारधारा के अनुसार मनुष्य अपने पर्यावरण में परिवर्तन करने में समर्थ है तथा
वह प्रकृतिदत्त अनेक संभावनाओं का इच्छानुसार अपने लाभ के लिए उपयोग कर सकता है। |
|
(ii)
निश्चयवादी सामान्यतः मानव को एक निष्क्रिय कारक समझते हैं, जो पर्यावरणीय कारकों
से प्रभावित होता है। |
(ii)
संभववाद प्रकृति की तुलना में मनुष्य को महत्त्वपूर्ण स्थान देता है और उसे सक्रिय
शक्ति के रूप में देखता है। |
36. वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं? इसके
प्रभावों की व्याख्या करें।
उत्तर
- मुक्त व्यापार पूँजी तथा श्रम की मुक्त गतिशीलता द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को अन्य
देशों की अर्थव्यवस्था से जोड़ना ।
|
क्षेत्र |
सकारात्मक प्रभाव |
नकारात्मक प्रभाव |
|
अर्थव्यवस्था |
जीडीपी में वृद्धि, बाजार तक पहुंच, निजी क्षेत्रों में
वृद्धि |
कुछ क्षेत्रों में नौकरियों का नुकसान; आय असमानता में
वृद्धि |
|
संस्कृति |
वैश्विक विचारों, खान-पान और प्रौद्योगिकी से परिचय |
सांस्कृतिक वर्चस्व, पारंपरिक प्रथाओं का लुप्त होना |
|
समाज |
रुढ़िवादिता कम हुई सोच का दायरा बढ़ा |
समरुपीकरण, पारिवारिक इकाइयों का विखंडन |
|
शिक्षा |
वैश्विक विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग, बेहतर पहुंच |
उपभोक्तावाद की ओर रुझान, स्थानीय शिक्षा प्रणालियों पर
दबाव |
37. नगरीकरण से क्या समझते हैं? भारत में नगरीकरण
के कारण उत्पन्न हुई पर्यावरणीय समस्याओं के बारे में लिखिए।
उत्तर
- नगरीकरण से आशय उस प्रक्रिया से है जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों की जनसंख्या, आर्थिक
गतिविधियाँ और जीवन-शैली धीरे-धीरे नगरों/शहरों की ओर स्थानांतरित होती हैं तथा नगरों
का विस्तार होता है। इसके परिणामस्वरूप शहरों की जनसंख्या, उद्योग, सेवाएँ और आधारभूत
संरचना बढ़ती है।
भारत में नगरीकरण से उत्पन्न पर्यावरणीय समस्याएँ
1. वायु प्रदूषण- वाहनों की बढ़ती संख्या, उद्योगों से निकलने
वाला धुआँ, निर्माण कार्य और डीज़ल-जनरेटरों के उपयोग से वायु प्रदूषण बढ़ा है। इससे
दमा, ब्रोंकाइटिस और हृदय रोग जैसी समस्याएँ बढ़ती हैं।
2. जल प्रदूषण और जल संकट- औद्योगिक अपशिष्ट, सीवेज का नदियों-झीलों
में प्रवाह और भूजल का अत्यधिक दोहन जल प्रदूषण व जल-अभाव को जन्म देता है। कई शहरों
में पीने योग्य पानी की कमी गंभीर समस्या बन चुकी है।
3. ठोस अपशिष्ट (कचरा) समस्या- बढ़ती जनसंख्या के साथ कचरे
की मात्रा बढ़ती है। वैज्ञानिक निपटान के अभाव में कचरा खुले में जमा होता है, जिससे
दुर्गंध, रोग और भूमि प्रदूषण होता है।
4. ध्वनि प्रदूषण- यातायात, उद्योग, निर्माण कार्य और लाउडस्पीकरों
से शोर बढ़ता है, जो मानसिक तनाव, अनिद्रा और श्रवण-समस्याएँ पैदा करता है।
5. हरित क्षेत्रों में कमी- शहरी विस्तार के कारण वनों, पार्कों
और खुले स्थानों में कमी आती है। इससे तापमान बढ़ता है और “अर्बन हीट आइलैंड” प्रभाव
उत्पन्न होता है।
6. भूमि उपयोग परिवर्तन और जैव विविधता का ह्रास- कृषि भूमि
का आवासीय व औद्योगिक उपयोग में परिवर्तन होता है, जिससे स्थानीय वनस्पति-जीवों का
आवास नष्ट होता है।
7. बाढ़ और जलभराव- कंक्रीटीकरण और प्राकृतिक जल निकासी के
अवरोध से शहरी बाढ़ और जलभराव की समस्या बढ़ती है।
38. भूमध्य सागरीय कृषि से क्या समझते हैं?
इसके वितरण क्षेत्र का उल्लेख कीजिए।
उत्तर
- भूमध्यसागरीय जलवायु एक मौसम प्रणाली है जिसकी विशेषता शुष्क ग्रीष्मकाल और शीतकाल
में वर्षा होती है। भूमध्यसागरीय कृषि में उगाई जाने वाली कुछ फ़सलें जैतून और अंगूर
हैं।
भूमध्यसागरीय
कृषि का विस्तार (क्षेत्र)-यह एक अति-विशिष्ट प्रकार की वाणिज्य कृषि है जो
(1)
यूरोप में भूमध्यसागर के तटीय क्षेत्रों
(2)
एशिया माइनर
(3)
उत्तरी अफ्रीका की तटीय पट्टियों पर ट्यूनीशिया से अटलाण्टिक तट तक विस्तृत है। भूमध्य
सागरीय तटों से दूर यह कृषि व्यवस्था कैलिफोर्निया (संयुक्त राज्य अमेरिका), मध्य चिली,
दक्षिण-पश्चिमी केप प्रान्त (दक्षिण अफ्रीका) और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया . के दक्षिण-पश्चिम
में पायी जाती है।
39. भारत में कृषि की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर
- भारतीय कृषि की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
(i) आजीविका का स्रोत:
कृषि हमारी कुल राष्ट्रीय आय में लगभग 25% का योगदान देती है। भारतीय अर्थव्यवस्था
का मुख्य व्यवसाय कृषि है। कुल जनसंख्या के 61% लोग इससे रोजगार प्राप्त करते हैं।
(ii) मानसून पर निर्भरता:
भारत की कृषि मुख्य रूप से मानसून पर निर्भर करती है। यदि पर्याप्त वर्षा हो, यानी
मानसून अनुकूल हो, तो फसल उत्पादन भी अधिक होता है, और यदि मानसून अनुकूल न हो, तो
फसलें उग नहीं पातीं। कभी-कभी अत्यधिक वर्षा के कारण बाढ़ आ जाती है, जिससे फसलों को
भारी नुकसान होता है। अपर्याप्त सिंचाई सुविधाओं के कारण कृषि मानसून पर निर्भर करती
है।
(iii) श्रम प्रधान खेती: जनसंख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है,
जिससे भूमि पर दबाव भी बढ़ता जा रहा है। भूमि जोत खंडित और उपविभाजित हो रही है, जो
अलाभकारी हो जाती है। इन खेतों में उपकरण और मशीनरी का उपयोग संभव नहीं है।
(iv) अल्प-रोजगार: वर्षा की अनिश्चित मात्रा और अपर्याप्त
सिंचाई सुविधाओं के कारण कृषि उत्पादन में कमी आती है। किसानों को पूरे वर्ष में केवल
कुछ ही महीनों के लिए काम मिलता है। उनकी कार्य क्षमता का उचित उपयोग नहीं हो पाता।
इसके परिणामस्वरूप विशिष्ट बेरोजगारी और अल्प-रोजगार दोनों उत्पन्न होते हैं।
40. प्रवास से क्या समझते हैं? प्रवास की विभिन्न
धाराओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर
- प्रवास का अर्थ है लोगों का एक स्थान (जैसे गाँव, शहर, राज्य या देश) से दूसरे स्थान
पर अस्थायी या स्थायी रूप से बसने के लिए जाना, जो अक्सर बेहतर आर्थिक, सामाजिक या
पर्यावरणीय अवसरों की तलाश में होता है।
प्रवास
की विभिन्न धाराएँ
1.
आंतरिक प्रवास : जब लोग अपने देश की सीमाओं के भीतर ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर
जाते हैं।
- ग्रामीण-शहरी : गाँवों
से शहरों की ओर (सबसे आम धारा)
- शहरी-ग्रामीण : शहरों
से गाँवों की ओर (अक्सर अति-शहरीकरण के कारण)
- ग्रामीण-ग्रामीण : एक
गाँव से दूसरे गाँव की ओर
- शहरी-शहरी : एक शहर से
दूसरे शहर की ओर
2.
बाह्य प्रवास : जब लोग एक देश को छोड़कर दूसरे देश में जाते हैं.
- आप्रवासन : जब लोग किसी
नए देश में प्रवेश करते हैं (जैसे, भारत में आकर बसना)
- उत्प्रवास : जब लोग अपना
देश छोड़कर बाहर जाते हैं (जैसे, भारत से अमेरिका जाना)
3.
समय के आधार पर :
- मौसमी प्रवास : मौसम या
कृषि/श्रम की जरूरतों के अनुसार हर साल या कुछ समय के लिए स्थान बदलना (जैसे,
फसल कटाई के लिए मजदूर)
- अस्थायी/स्थायी प्रवास
: कुछ समय के लिए या हमेशा के लिए बस जाना
4.
प्रेरणा के आधार पर :
- स्वैच्छिक प्रवास : बेहतर
अवसरों के लिए अपनी इच्छा से जाना
- अनैच्छिक प्रवास : संघर्ष,
उत्पीड़न, प्राकृतिक आपदाओं या गुलामी के कारण मजबूर होकर जाना (जैसे, शरणार्थी)
41. मिश्रित कृषि की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर
- मिश्रित कृषि में फसल उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन भी किया
जाता है।
1.
फसलों के साथ-साथ पशु जैसे मवेशी, भेड़, सुअर, कुक्कुट आदि आप के प्रमुख स्रोत है।
मिश्रित कृषि में पशुओं के चारे के लिए मुख्य रूप से फसलों को उगाया जाता है।
2.
इस कृषि में खेतों का आकार मध्यम होता है। इसमें बोई जाने वाली अन्य फसलें गेहूँ, जौ,
राई, जई, मक्का, कंदमूल प्रमुख है।
3.
शस्यावर्तन एवं अंतः फसली कृषि मृदा की उर्वरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाते हैं।
4.
मिश्रित कृषि विश्व के अत्यधिक विकसित भागों में की जाती है, जैसे उत्तरी पश्चिमी यूरोप,
उत्तरी अमेरिका का पूर्वी भाग, पूरेशिया के कुछ भाग एवं दक्षिणी महाद्वीपों के समशीतोष्ण
अंक्षाश वाले भाग।
42. ग्रामीण बस्तियों एवं नगरीय बस्तियों में
क्या अंतर है?
उत्तर
- उत्तर- ग्रामीण बस्तियां- ग्रामीण बस्तियों में निवास करने
वाले लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि, पशुपालन, आखेट, लकड़ी काटना, खनन करना जैसे प्रमुख
प्राथमिक व्यवसाय होते हैं। गांव में सेवाओं का स्तर निम्न होता है। ग्रामीण बस्तियों
में जनसंख्या कम निवास करती है तथा जनघनत्व कम पाया जाता है अधिकांश ग्रामीण बस्तियों
प्रकीर्ण एवं एकांकी होती है।
नगरीय
बस्तियां- नगरीय बस्तियों के निवासी द्वितीय व तृतीय व्यवसाय में जैसे निर्माण उद्योग,
परिवहन, वाणिज्य एवं व्यापार सेवाएं तथा प्रशासन आदि से जुड़े होते हैं। नगरीय बस्तियों
में उच्च सेवाएं जैसे उच्च शिक्षा के स्तर, अस्पताल पुलिस व्यवस्था आदि पाया जाता है।
नगरों में जनसंख्या घनत्व ज्यादा होती है तथा नगरीय बस्तियां सघन बस्तियां होती है।
खण्ड-C (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
किन्हीं चार (04) प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न
का उत्तर अधिकत्तम 250 शब्दों में दें।
43. परिवहन से क्या समझते हैं? यह किसी देश
के समग्र विकास में किस प्रकार आधारभूत भूमिका निभाता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
- ऐसी सेवा
या सुविधा जिसमें व्यक्तियों तथा वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया
जाता है परिवहन कहलाता है।
यह किसी देश के समग्र विकास में
आधारभूत भूमिका निभाता है-
• किसी भी राष्ट्र के आर्थिक व
सामाजिक विकास के लिए परिवहन साधनों का विकसित होना अनिवार्य है।
• परिवहन व्यवस्था किसी देश के
कृषि उद्योग व्यापार के विकास की कुंजी होता है।
• परिवहन के विकास विकसित जाल
द्वारा औद्योगिक उत्पादों के लिए विशाल बाजार उपलब्ध हो पाता है। साथ ही औद्योगिक
केंद्रों के लिए कच्चे माल पहुंचाना भी संभव हो पाता है।
• प्रदेश की आर्थिक प्रगति वहां
उपलब्ध परिवहन के स्तर पर निर्भर करती है।
• यही कारण है कि कई प्रकृति
प्रदत्त संसाधनों से समृद्ध देश भी परिवहन तंत्र के समुचित विकास के अभाव में
पिछड़े हुए हैं।
44. जनसंख्या वितरण से क्या समझते हैं? जनसंख्या
वितरण को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर
- किसी भी देश का का वास्तविक धन, जन अर्थात लोग होते हैं।
यह देश का महत्वपूर्ण संसाधन है तथा देश के अन्य संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग कर राष्ट्र
की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करता है। 21 वीं शताब्दी में विश्व की जनसंख्या 6 अरब से
अधिक दर्ज की गई। इस विशाल जनसंख्या का विश्व में असमान वितरण पाया जाता है। असमान
वितरण के संदर्भ में जार्ज बी. क्रेसी की टिप्पणी है।
"एशिया
में बहुत अधिक स्थान पर कम लोग और कम स्थान पर बहुत अधिक लोग रहते हैं।"
विश्व
में जनसंख्या वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारक
विश्व
में जनसंख्या के वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों को सामान्यत: तीन
भागों में बाँटा गया है
(I)
भौगोलिक कारक :
1.
जल की उपलब्धता – जल, जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण कारक है। अत: जनसंख्या का बसाव
स्वच्छ जल की पर्याप्त आपूर्ति वाले क्षेत्रों में ही होता है। नदी घाटियाँ विश्व
में सर्वाधिक सघन बसे क्षेत्र हैं।
2.
-आकृति – जनसंख्या सामान्यतया समतल मैदानों व मन्द ढालों पर अधिक पायी जाती है।
3.
जलवायु – अति उष्ण या ठण्डे मरुस्थलों की अपेक्षा उत्तम जलवायु वाले भागों में
जनसंख्या अधिक पायी जाती है।
4.
मृदाएँ – उपजाऊ मृदा वाले भागों में जनसंख्या का बसाव अपेक्षाकृत अधिक होता है।
(II)
आर्थिक कारक :
1.
खनिज – खनिज उपलब्धता वाले क्षेत्रों में जनसंख्या का बसाव अपेक्षाकृत अधिक होता
है।
2.
औद्योगीकरण – औद्योगिक पेटियाँ रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाती हैं। अत: जनसंख्या का
बसाव अपेक्षाकृत अधिक होता है।
3.
परिवहन सुविधा – परिवहन सुविधा उपलब्धता वाले क्षेत्रों में जनसंख्या बसाव
अपेक्षाकृत अधिक पाया जाता है।
4.
आधारभूत सुविधाएँ – जहाँ मनुष्य को आधारभूत सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं वहाँ
जनसंख्या बसाव अपेक्षाकृत अधिक पाया जाता है।
5.
नगरीकरण – नगरों में उपलब्ध सुविधाएँ भी जनसंख्या बसाव की अधिकता के लिए उत्तरदायी
हैं।
(III)
सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक : सामाजिक और राजनीतिक
शान्ति वाले क्षेत्रों में जनसंख्या बसाव अपेक्षाकृत अधिक पाया जाता है।
45. मानव भूगोल के विषय क्षेत्र का वर्णन करें।
उत्तर-
मानव भूगोल, भूगोल की दो प्रमुख शाखाओं में से एक मुख्य शाखा है। वास्तव में भूगोल
का अर्थ ही पृथ्वी को मानव के घर के रूप में समझना और उन सभी तत्वों का अध्ययन करना
है, जिन्होंने मानव को पोषित किया है। मानव भूगोल में प्राकृतिक तथा मानवीय परिघटनाओं
के स्थानिक वितरण एवं मानवीय जगत के बीच अंतर्सम्बन्धों, उनके घटित होने के कारणों
तथा विश्व के विभिन्न भागों में सामाजिक और आर्थिक विभिन्नताओं का अध्ययन किया जाता
है।
सामाजिक
विज्ञानों के अध्ययन का केंद्र ही मानव होता है। मानव व उसके विकास में उसके द्वारा
की गई अन्योन्यक्रियाओं के परिणामस्वरूप विभिन्न सामाजिक विज्ञानों की उत्पति संभव
हुई हैं जैसे- समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, मानव विज्ञान, कल्याण अर्थशास्त्र, जनांकिकीय
अध्ययन, इतिहास, महामारी विज्ञान, सैन्य विज्ञान, लिंग अध्ययन, नगर व ग्रामीण नियोजन,
नगरीय अध्ययन व नियोजन, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, संसाधन अध्ययन, कृषि विज्ञान,
औद्योगिक अर्थशास्त्र, व्यावसायिक अर्थशास्त्र व वाणिज्य, पर्यटन व यात्रा प्रबंधन
तथा अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार आदि। इस तरह ज्ञान के विस्तार के साथ मानव भूगोल के नए
उप-क्षेत्रों का विकास होता रहा हैं।
46. अंतरराष्ट्रीय व्यापार किसी राष्ट्र के
आर्थिक विकास का मापदण्ड होता है। व्याख्या करें।
उत्तर
- विभिन्न देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का लेनदेन अंतरराष्ट्रीय
व्यापार कहलाता है। इससे विश्व को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं-
*
ऐसा विश्वास किया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार द्वारा दोनों ही देश लाभ प्राप्त
करते हैं।
*
प्राचीन समय से ही अंतरराष्ट्रीय व्यापार देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं के लेन-देन
का माध्यम बना हुआ है।
*
अंतरराष्ट्रीय व्यापार उत्पादन में विशिष्टीकरण करण को बढ़ावा देता है जिसके फलस्वरूप
उस देश में वस्तुओं के मूल्य में गिरावट तथा गुणवत्ता में वृद्धि होती है।
*
आज विश्व के कई देश कुछ खास वस्तुओं के निर्माण में विशेषता हासिल कर लिए हैं।
*
अंतरराष्ट्रीय व्यापार के माध्यम से आयातक देश को वे वस्तुएं उपभोग हेतु प्राप्त हो
जाती हैं, जो वहां उपलब्ध नहीं होती और निर्यातक देश को अतिरिक्त वस्तुओं का निर्यात
कर आर्थिक लाभ प्राप्त होता है।
*
भारत में आने वाली कुछ फसलें जैसे तंबाकू, आलू, टमाटर आदि अंतरराष्ट्रीय व्यापार की
ही देन है।
*
आज अंतरराष्ट्रीय व्यापार राष्ट्रों की विदेश नीति का प्रमुख अंग है।
*
आज कोई भी देश अंतरराष्ट्रीय व्यापार से मिलने वाले लाभों से वंचित नहीं रहना चाहता।
47. पनामा नहर ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार को
बढ़ाने में किस प्रकार योगदान दिया है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
- पनामा नहर के महत्त्व के प्रमुख बिन्दु निम्नलिखित हैं
(1)
पनामा नहर संयुक्त राज्य अमेरिका के हितों का पोषण और संरक्षण अधिक करती है।
(2) इस नहर के बन जाने से उत्तरी व दक्षिणी-अमेरिका के पूर्वी व पश्चिमी तटों के बीच दूरी कम हो गई है।
(3)
इस नहर के कारण यूरोपीय पत्तनों और संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित बन्दरगाहों
के बीच की दूरी कम हो गई है।
(4)
संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए इस नहर का सामाजिक महत्त्व है। इसी नहर के द्वारा वह
अपने जंगी बेड़ों को अटलाण्टिक महासागर से प्रशान्त महासागर या इसके उलट तुरन्त भेज
सकता है।
(5)
पश्चिमी द्वीप समूह, जो अमेरिका के लिए सुरक्षात्मक कवच का निर्माण करते हैं, की देख-रेख
व वहाँ सैनिक अड्डों की स्थापना इस नहर के कारण आसान हो गई है।
(6)
ब्रिटेन को भी पनामा नहर से लाभ हुआ है। उसे न्यूजीलैण्ड, उत्तरी व दक्षिणी अमेरिका
के पश्चिमी . तटों तक पहुँचने का छोटा मार्ग मिल गया है।
(7)
इस मार्ग द्वारा अटलाण्टिक महासागर से पैट्रोलियम, चाँदी, पारा, सिनकोना, गन्ना, केला,
ऊन, मांस, अयस्क, लकड़ी, दुग्धोत्पाद, रबड़ का निर्यात प्रशान्त महासागरीय क्षेत्रों
को होता है तथा मशीनें, ताँबा, नाइट्रेट, . इस्पात की वस्तुएँ, टिन, मछली व निर्मित
वस्तुएँ प्रशान्त महासागरीय क्षेत्र से निर्यात की जाती हैं।
48. विश्व के मानचित्र में निम्न को दिखाइए
:-
A. ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग
B. स्वेज नहर
C. अरब सागर
D. कनाडा
E. आस्ट्रेलिया

