Class XII भूगोल (Geography) Set-5

Class XII भूगोल (Geography) Set-5

खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

1. "मानव भूगोल मानव समाजों और धरातल के बीच संबंधों का संश्लेषित अध्ययन है।" यह परिभाषा किस विद्वान द्वारा दिया गया है?

(1) हम्बोल्ट

(2) रैटजल

(3) एलन सेंपल

(4) विडाल डी. ला. ब्लांश

 

2. नवनिश्चयवाद की संकल्पना किनके द्वारा प्रस्तुत की गयी है ?

(1) ग्रिफिथ टेलर

(2) विडाल डी. ला. ब्लांश

(3) हम्बोल्ट

(4) जीन ब्रुंज

 

3. जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश कौन है?

(1) भारत

(2) चीन

(3) ब्राजील

(4) रूस

 

4. किस विद्वान ने अपने सिद्धांत (1778) में कहा था कि लोगों की संख्या खाद्य आपूर्ति की अपेक्षा अधिक तेजी से बढ़ेगी?

(1) रॉबिन्सन

(2) थॉम्पसन

(3) थेल्स

(4) थॉमस माल्थस

 

5. निम्नलिखित में से कौन-सा एक विरल जनसंख्या वाला क्षेत्र नहीं है?

(1) आटाकामा

(2) भूमध्यरेखीय प्रदेश

(3) दक्षिण-पूर्वी एशिया

(4) ध्रुवीय प्रदेश

 

6. निम्नलिखित में से कौन-सा एक प्रतिकर्ष कारक नहीं है?

(1) जलवायु

(2) बेरोजगारी

(3) चिकित्सा

(4) शैक्षणिक सुविधाएँ

 

7. निम्नलिखित में से किस आयु वर्ग के लोग को कार्यशील जनसंख्या कहते हैं?

(1) 8 से 14 आय वर्ग

(2) 15 से 59 आय वर्ग

(3) 35-45 आयु वर्ग

 (4) 60-75 आयु वर्ग

 

8. भारत में साक्षरता दर निर्धारण हेतु कितने वर्ष से अधिक आयु वाली जनसंख्या को शामिल किया जाता हैं?

(1) 1 वर्ष

(2) 5 वर्ष

(3) 7 वर्ष

(4) 6 वर्ष

 

9. निम्नलिखित में से किस देश का लिंग अनुपात विश्व में सर्वाधिक है?

(1) लैटविया

(2) जापान

(3) संयुक्त अरब अमीरात

(4) फ्रांस

 

10. मानव विकास की अवधारणा किस अर्थशास्त्री द्वारा प्रस्तुत किया गया था?

(1) डॉ. मनमोहन सिंह

(2) एस. रंगराजन

(3) के० कस्तुरीरंजन

(4) डॉ० महबूब-उल-हक

 

11. 1990 ई० से कौन-सा संगठन मानव विकास प्रतिवेदन प्रकाशित कर रहा हैं ?

(1) संयुक्त राष्ट्र संघ

(2) विश्व स्वास्थ्य संगठन

(3) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम

(4) यूनेस्को

 

12. विश्व में किस देश द्वारा सकल राष्ट्रीय प्रसन्नता (GNH) को देश की प्रगति का आधिकारिक माप घोषित किया गया है?

(1) भारत

(2) नेपाल

(3) भूटान

(4) रूस

 

13. मानव विकास प्रतिवेदन 2020 के अनुसार भारत का स्थान कौन-सा है?

(1) 126वाँ

(2) 131वाँ

(3) 132वाँ

(4) 133वाँ

 

14. इनमें कौन प्राथमिक क्रिया के अन्तर्गत आता है?

(1) उद्योग

(2) खनन

(3) सेवा

(4) बैंकिंग

 

15. आदिकालीन निर्वाह कृषि को इंडोनेशिया में किस नाम से जाना जाता है?

(1) मिल्पा

(2) झूमिंग

(3) लाद्दांग

(4) रे

 

16. कौन-सी कृषि प्रणाली भारत में यूरोपीय लोगों द्वारा शुरू किया गया था?

(1) रोपण कृषि

(2) गहन-निर्वाह कृषि

(3) आदिकालीन निर्वाह कृषि

(4) स्थानांतरणशील कृषि

 

17. अंगूर की कृषि किस क्षेत्र की विशेषता है?

(1) ध्रुवीय क्षेत्र

(2) भूमध्यसागरीय क्षेत्र

(3) विषुवतीय क्षेत्र

(4) मरूस्थलीय क्षेत्र

 

18. कौन-सा देश पुष्प उत्पादन में विशिष्टीकरण रखता है?

(1) नीदरलैंड

(2) फ्रांस

(3) भारत

(4) मेक्सिको

 

19. सामूहिक कृषि को सोवियत संघ में किस नाम से जाना जाता है?

(1) कोलखोज

(2) सोवखोज

(3) मोलखोज

(4) टोलखोज

 

20. फूलों की कृषि को क्या कहते हैं?

(1) कारखाना कृषि

(2) मिश्रित कृषि

(3) ट्रक फार्मिंग

(4) फ्लोरीकल्चर

 

21. निम्नलिखित में से कौन रोपण फसल नहीं है?

(1) कॉफी

(2) गन्ना

(3) गेहूँ

(4) रबड़

 

22. निम्नलिखित में से कौन एकल कृषि नहीं है?

(1) डेयरी कृषि

(2) मिश्रित कृषि

(3) रोपण कृषि

(4) वाणिज्यिक अनाज कृषि

 

23. विनिर्माण का शाब्दिक अर्थ क्या है?

(1) पैर से बनाना

(2) हाथ से बनाना

(3) मशीन से बनाना

(4) तकनीक से बनाना

 

24. किस प्रकार के उद्योग सामान्यतः प्रदूषण नहीं फैलाते हैं?

(1) स्वच्छंद उद्योग

(2) विनिर्माण उद्योग

(3) लौह-इस्पात उद्योग

(4) सूती वस्त्र उद्योग

 

25. कौन-सा उद्योग निर्माण की सबसे छोटी इकाई है?

(1) बृहद् उद्योग

(2) लघु उद्योग

(3) कुटीर उद्योग

(4) बहुउद्देशीय उद्योग

 

26. जर्मनी का रूर क्षेत्र किसलिए प्रसिद्ध है?

(1) लौह अयस्क के लिए

(2) कोयला के लिए

(3) ताँबा के लिए

(4) बॉक्साइट के लिए

 

27. निम्नलिखित में से किस अर्थव्यवस्था में उत्पादन का स्वामित्व व्यक्तिगत होता है?

(1) पूँजीवादी

(2) मिश्रित

(3) समाजवादी

(4) कोई भी नहीं

 

28. निम्नलिखित में से कौन-सा एक जोड़ा सही सुमेलित है?

(1) स्वचालित वाहन उद्योग - लॉस एंजिल्स

(2) पोत निर्माण उद्योग - लूसाका

(3) वायुयान निर्माण उद्योग - फ्लोरेंज

(4) लौह-इस्पात उद्योग - पिट्सबर्ग

 

29. निम्नलिखित में से कौन-सा उद्योग अन्य उद्योगों के लिए कच्चे माल का उत्पादन करता है?

(1) कुटीर उद्योग

(2) छोटे पैमाने के उद्योग

(3) आधारभूत उद्योग

(4) स्वछंद उद्योग

 

30. किस उद्योग को आधारभूत उद्योग भी कहा जाता है?

(1) सूती वस्त्र उद्योग

(2) रसायन उद्योग

(3) स्वच्छंद उद्योग

(4) लौह इस्पात उद्योग

 

31. किस क्षेत्र को जंग का कटोरा के नाम से पुकारा जाता है?

(1) पिट्सबर्ग क्षेत्र

(2) लॉरेन क्षेत्र

(3) रूर क्षेत्र

(4) बर्मिघम क्षेत्र

 

32. पम्पास क्षेत्र का संबंध निम्नलिखित में से किस फसल से है?

(1) गेहूँ

(2) चाय

(3) कहवा

(4) गन्ना

 

33. नगरीय क्षेत्र कहलाने के लिए कम-से-कम कितने प्रतिशत पुरुष श्रमिक गैर-कृषि कार्यों में संलग्न होते हैं?

(1) 25 प्रतिशत

(2) 50 प्रतिशत

(3) 75 प्रतिशत

(4) 100 प्रतिशत

 

34. निम्नलिखित में कौन सांस्कृतिक नगर का उदाहरण है?

(1) जेरूसलम

(2) कैनबरा

(3) मैनचेस्टर

(4) न्यूयॉर्क

 

35. इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा का अर्थ क्या है?

(1) नया पुष्प

(2) नया फल

(3) नया जीव

(4) नया कार्य

 

36. जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा नगर कौन है?

(1) दिल्ली

(2) बीजिंग

(3) मेक्सिको सिटी

(4) टोक्यो

 

37. यूनानी शब्द में मेगालोपोलिस का अर्थ क्या होता है?

(1) विशाल नगर

(2) सुन्दर नगर

(3) औद्योगिक नगर

(4) कृषि नगर

 

38. सन्नगर शब्दावली का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया था?

(1) ग्रिफिथ टेलर

(2) पैट्रिक गैडिज

(3) अल्फ्रेड नोबेल

(4) रैटजल

 

39. निम्नलिखित में से कौन-सी आर्थिक क्रिया ग्रामीण बस्तियों की मुख्य आर्थिक क्रिया है?

(1) प्राथमिक

(2) द्वितीयक

(3) तृतीयक

(4) चतुर्थक

 

40. मिलियन सिटी के लिए कितनी जनसंख्या होनी चाहिए?

(1) 1 लाख से अधिक

(2) 5 हजार से अधिक

(3) 10 लाख से अधिक

(4) 10 हजार से अधिक

खण्ड-ब (विषयनिष्ठ प्रश्न)

भूगोल (GEOGRAPHY) - XII 

> प्रश्न 1 से प्रश्न 7 तक अतिलघूत्तरीय प्रश्न है। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर अधिकतम एक वाक्य में दीजिए । प्रत्येक प्रश्न का मान 2 अंक निर्धारित है।

> प्रश्न 8 से प्रश्न 14 तक लघूत्तरीय प्रश्न है। इनमें से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 50 शब्दों में दीजिए । प्रत्येक प्रश्न का मान 3 अंक निर्धारित है।

> प्रश्न 15 से प्रश्न 19 तक दीर्घउत्तरीय प्रश्न है। इनमें से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 100 शब्दों में दीजिए । प्रत्येक प्रश्न का मान 5 अंक का निर्धारित है ।

1. भारत में जनगणना किस वर्ष प्रारंभ हुआ?

उत्तर-स्वतंत्र भारत में वर्ष 1951 में पहली जनगणना हुई। प्रत्येक दस वर्ष के बाद भारत में जनगणना होती है।

2. मिश्रित कृषि से आप क्या समझते हैं?

उत्तर-जब फसलों के उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन भी किया जाता है तो इसे मिश्रित कृष या मिश्रित खेती कहते हैं। फसलोत्पादन के साथ-साथ जब पशुपालन भी आय का स्रोत हो तो ऐसी खेती को मिश्रित खेती कहते हैं। मिश्रित खेती में फसलोत्पादन के साथ केवल दुधारू गाय एवं भैंस पालन तक ही सीमित रखा गया है।

3. जनसंख्या की दृष्टि से भारत के प्रथम 3 सबसे बड़े राज्य कौन से हैं?

उत्तर-उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं बिहार ।

4. किन्हीं दो प्रमुख पेय पदार्थ के नाम लिखें।

उत्तर-जल, फलों का रस।

5. धात्विक खानिज किसे कहते हैं?

उत्तर-जिन खनिजों से धातु प्राप्त होती है उन्हें धात्विक खनिज कहते हैं, जैसे लौह अयस्क, बॉक्साइट आदि।

6. अंतर्राष्ट्रीय प्रवास को परिभाषित करें।

उत्तर-जबकि अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास में कोई व्यक्ति एक देश के किसी शहर से दूसरे देश के किसी शहर में आवास या निवास करता है इसके लिए उसे सरकारी नियमों का संवैधानिक पालन करना पड़ता है।

7. काली मिट्टी की विशेषता क्या है?

उत्तर-काली मिट्टी की प्रमुख विशेषता यह है क उसमें जल धारण करने की सर्वाधिक क्षमता होती है काली मिट्टी बहुत जल्दी चिपचिपी हो जाती है तथा सूखने पर इस में दरारें पड़ जाती हैं इसी गुण के कारण काली मिट्टी को स्वतः जुताई वाली मिट्टी कहा जाता है।

8. ध्वनि प्रदूषण से आप क्या समझते हैं? इसके रोकथाम के उपाय बताएं।

उत्तर-किसी वस्तु से उत्पन्न होने वाली सामान्य आवाज को ध्वनि कहा जाता है। जब ध्वनि की तीव्रता अधिक हो तथा सुनने वाले के लिये रूचिकर न हो तो उसे शोर कहा जाता है। उच्च तीव्रता वाली ध्वनि अर्थात् अवांछित शोर के कारण मानव वर्ग में उत्पन्न अशांति एवं बेचैनी की दशा को ध्वनि प्रदूषण कहते हैं, जैसे-उद्योगों का शोर, पत्थरों को काटना, तेज चिल्लाना, वाहनों का शोर आदि।

ध्वनि की तीव्रता को मापने के लिये डेसीबल (dB) इकाई निर्धारित की गई है। डेसीबल मापक शून्य से प्रारम्भ होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ध्वनि की उच्चता का स्तर दिन में 45dB तथा रात्रि में 35 dB निश्चित किया गया है।

ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के उपाय-

स्रोत पर नियंत्रण-ऑटोमोबाइल का उचित रख-रखाव, मशीन का रखरखाव, घरेलू सेक्टर में ध्वनि स्तर में कमी करके, धीरे बात करना, स्नेहक का प्रयोग, शोर अवरोधक पदार्थ का प्रयोग।

संचार मार्ग पर नियंत्रण-अवरोधक का प्रयोग, पौधे लगाकर, पैनलों और बाड़ों का प्रयोग, छोटी सड़क पर बड़े वाहनों का प्रवेश निषेध, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अधिक प्रयोग।

रिसीवर पर नियंत्रण- हेलमेट का प्रयोग, ट्रैफिक इंस्पेक्टर के कानों में ध्वनि अवरोधक यंत्रों का प्रयोग, शांत क्षेत्र से दूर बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशनों का निर्माण।

अन्य उपाय-सड़कों के किनारे, अस्पताल, शिक्षा संस्थान में अधिकाधिक पेड़ लगाना, ध्वनि प्रदूषण करने वालों पर कार्यवाही (लाउडस्पीकर, हॉर्न आदि के गलत प्रयोग पर रोक), नगर-नियोजन का उचित प्रबंध, ध्वनि अवशोषक, इन्सुलेशन एवं वाइब्रेशन डॉपिंग, समुद्री ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण, जागरूकता व शिक्षा।

9. जनसंख्या परिवर्तन के तीन प्रमुख घटकों के नाम लिखें।

उत्तर-जनसंख्या परिवर्तन के तीन प्रमुख घटक-जन्मदर, मृत्यु दर तथा प्रवास।

10. भारत में उपग्रह प्रणाली के महत्व का वर्णन करें।

उत्तर-भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली (इन्सैट) इसरो द्वारा शुरू बहुउद्देशीय भू स्थिर उपग्रहों की एक श्रृंखला है जो दूरसंचार, प्रसारण, मौसम विज्ञान और खोज और बचाव कार्य के लिए उपयोग होता है। 1983 में शुरू किया हुआ इनसैट, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ी देशीय संचार प्रणाली है। यह भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग, दूरसंचार विभाग, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, आकाशवाणी और दूरदर्शन चैनल के एक संयुक्त उद्यम है। सचिव-स्तर इनसैट समन्वय समिति के ऊपर इनसैट प्रणाली के समय समन्वया और प्रबंधन टिकी हुई है। इससैट उपग्रहों भारत के टीबी और संचार आवश्यकताओं की सेवा करने के लिए विभिन्न बैंड में ट्रांसपोंडर (सी, एस, विस्तारित सी और यू) प्रदान करते हैं। इसरो अंतर्राष्ट्रीय कोसपस-सारसट कार्यक्रम के एक सदस्य के रूप में दक्षिण एशियाई और हिंद महासागर क्षेत्र में खोज और बचाव अभियान के लिए संकट चेतावनी संकेतों को प्राप्त करने के लिए उपग्रहों के ट्रांसपोंडरों का इस्तेमाल करते हैं।

11. गहन निर्वाह कृषि की विशेषताओं का वर्णन अपने शब्दों में करें।

उत्तर-गहन कृषि ऐसी चीज है जो फसलों के उत्पादन और जानवरों के पालन का कारण बना है। जिसकी वजह से अनेक मानव सभ्यताएं अस्तित्व के अंदर आई थी। खाद्य का उत्पादन कृषि से ही संभव हो पा रहा है। कृषि से संबंधित चीजों के अध्ययन को कृषि विज्ञान के नाम से जाना जाता है। कृषि के अंदर कई चीजों को शामिल किया जाता है। जैसे भूमि के अंदर पानी के चैनल खोदना और सिंचाई की अलग अलग विधियों का प्रयोग करना, चारागाह पर पशुओं को चाराना और आधुनिक तकनीकों की मदद से कृषि उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। प्रमुख कृषि उत्पादों को मोटे तौर पर भोजन, रेशा, इंधन, कच्चा माल, फार्मास्यूटिकल्स और उद्दीपकों में समूहित किया जा सकता है।

खेती की मदद से खाद्य के अंदर अनाज, फल, सब्जी और मांस का उत्पादन किया जाता है। वहीं रेशे के अंदर कपास, रेशम, ऊन आता है। उद्दीपकों के अंदर तंबाकू, खराब और कोकिन आता है। 2007 में, दुनिया के लगभग एक तिहाई श्रमिक कृषि क्षेत्र में कार्यरत थे। लेकिन औद्योगिकरण की वजह से श्रमिकों की कृषि पर निर्भरता कम हुई है। लेकिन उसके बाद भी पुरी दुनिया की एक तिहाई आबादी को कृषि से ही रोजगार प्राप्त होता है।

12. सड़क परिवहन रेल परिवहन की तुलना में किस प्रकार सुगम है?

उत्तर-सड़क परिवहन रेल की तुलना में सड़कें बनाने की लागत कम पड़ती है। सड़क कबड़-खाबड़ और विभिन भूभागों पर भी बनाई जा सकती है। अधिक ढाल वाले क्षेत्रों ओर पहाड़ियों पर भी आसानी से सड़कों का निर्माण किया जा सकता है।

13. ठोस अपशिष्ट द्वारा होने वाले पर्यावरण प्रदूषण पर प्रकाश डालें।

उत्तर-ठोस अपशिष्ट भी प्रदुषण के प्रमुख कारक हैं। घरेलु व्यावसायिक, शैक्षणिक, संस्थानिक व औद्योगिक गतिविधियों द्वारा उत्पन्न कार्बनिक एवं अकार्बनिक पदार्थ ठोस अपशिष्ट कहलाते हैं। ठोस अपशिष्टों की मात्रा में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण शहरों व गाँव में भी पर्यावरण क्षरण एवं जन स्वस्थ के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है।

ठोस अपशिष्ट-मानव द्वारा उपयोग के बाद त्याग दिये जाने वाले ठोस तत्वों अथवा पदार्थों को ठोस अपशिष्ट कहते हैं। इसमें विविध प्रकार के डिर्च, बोत्तल, काँच, पॉलिथिन बैग, प्लास्टिक समान, राख, घरेलु कचरा, लौह-लक्कड़ इत्यादि शामिल होते हैं।

ठोस अपशिष्ट तथा कचरों के समुचि संग्रह, डम्पिंग स्थलों पर इनका इकट्ठा करना तथा इनका समुचित निपटान सम्मिलित होते हैं। इस प्रकार ठोस अपशिष्ट का दो प्रक्रिया सम्मिलित होती है-

(i) संग्रह, (i) निस्तारण।

इन प्रक्रियाओं के साथ ठोस अपशिष्ट पर्यावरण प्रदुषण प्रबंधन में कभी-कभी पुनचक्रण प्रक्रिया का उपयोग भी किया जाता है। ठोस अपशिष्ट प्रमुख रूप से नगीय तथा औद्योगिक क्षेत्रों से प्राप्त होते हैं।

ठोस अपशिष्ट पदार्थों के प्रमुख स्रोत-

(i) औद्योगिक अपशिष्ट-औद्योगिक इकाई द्वारा अनेक प्रकार के अपशिष्ट त्यागे जाते हैं, जो भूमि या मृदा प्रदूषण के साथ-साथ पर्यावरण को भी प्रदूषित करता है। चीनी कारखाना से व्यापक मात्रा में निकलने वाली खोई, तापीय ऊर्जा संयंत्रों से उत्पादित राख तांबा व एल्यूमिनियम प्रगजन संयंत्रों सं निकलने वाले खतरनाक रासायन पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाता है।

(ii) खनन अपशिष्ट-खनिजों की प्रति के दौरान काफी मात्रा में अपशिष्ट निकलते हैं। खनन के लिए सबसे पहले भू-पृष्ठ को खोदा या तोड़ा जाता है। इससे मलवे का ढेर लग जाता है परिवहन के समय भी खनिज युक्त मलबा यहाँ-वहाँ फैलता हैं खनन क्षेत्र में अपशिष्ट से निर्मित मलबे के बड़े-बड़े ढेर देखे जा सकते हैं। इस प्रकार खनन के दौरान उपयोग में लाये जाने वाले मशीन से उत्पन्न धुआँ पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाता है।

14. भारत में डेयरी कृषि को बढ़ावा देने के उपाय बताएं।

उत्तर-भारत विश्व में सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। वर्ष 2010-11 में भारत का कुल दूध उत्पादन 12.18 करोड़ टन रहा।

योजना आयोग के अनुमान एवं सकल घरेलू उत्पाद की लगातार उच्च वृद्धि के कारण हुए सुधार के पश्चात् यह संभावना है कि दूध की मांग 2016-17 तक (12वीं पंचवर्षीय योजना का अंतिम वर्ष) लगभग 15.5 करोड़ टन तथा 2021-22 तक लगभग 20 करोड़ टन होगी। दूध की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अगले 15 वर्षों में वार्षिक वृद्धि को 4 प्रतिशत से अधिक रखना आवश्यक है।

अत: प्रजनन तथा पोषण पर केन्द्रित कार्यक्रम द्वारा वर्तमान पशु झुंड की उत्पादकता में वृद्धि करने के लिए एक वैज्ञानिक तरीके से योजनाबद्ध बहुराज्य पहल आरंभ करना अत्यावश्यक है। राष्ट्रीय डेयरी योजना की परिकल्पना पन्द्रह वर्षों की अवधि को ध्यान में रखते हुए की गई है क्योंकि एक अधिक उत्पादक पशु को उत्पन्न करने में तीन से पांच वर्ष की अवधि अपेक्षित होतो है अत: दूध उत्पादन वृद्धि के लिए प्रणाली को विकसित तथा विस्तार करने में इतना समय लगता है।

राष्ट्रीय डेयरी योजना का प्रथम चरण, जो मुख्यत: विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा, छ: वर्षों कि अवधि में लागू किया जाएगा, इसके निम्नलिखित उद्देश्य होंगे-

(i) दुधारू पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि में सहायता करना तथा इसके द्वारा दूध की तेजी से बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए दूध उत्पादन में वृद्धि कस्ता।

(ii) ग्रामीण दूध उत्पादकों को संगठित दूध-संसाधन क्षेत्र की बृहत पहुँच उपलब्ध करने में सहायता करना।

राष्ट्रीय डेयरी योजना का कार्यान्वयन-योजना के प्रामि चरण में भू-आयामी पहलों की श्रृंखलाएं 2012-2013 से शुरू होकर छः वर्षों की अवधि तक कार्यान्ति की जाती है।

15. प्रवास को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन करें।

उत्तर-प्रवास को प्रभावित करने वाले कारक-

1. आर्थिक कारक

(अ) अनुकूल कारक-(A) भूमि का आकर्षण, (B) रोजगार के अवसर की उपलब्धता, (C) आमदनी के अच्छे अवसर, (D) दूसरे देश की आर्थिक सम्पन्नता तथा उच्च जीवन स्तर, (E) रोजगार तथा नौकरी की उपलब्धता, (F) खुली अर्थव्यवस्था।

(ब) प्रतिकूल कारक-

(A) जीविकोपार्जन के साधनों का अभाव तथा मजदूरी का निम्न स्तर,

(B) रोजगार के अवसरों को कमी,

(C) निर्धनता, बेरोजगारी तथा निम्न जीवन स्तर।

2. जनसंख्या का बढ़ता दबाव

3. यातायात तथा संदेशवाहन के विकसित साधन

4. प्राकृतिक एवं भौगोलिक कारक-(A) अनुकूल, (B) प्रतिकूल।

5. सामाजिक कारक-(A) सामाजिक भेदभाव, (B) सामाजिक रीतियों, विश्वासों या व्यवहारों के प्रति विरक्ति, (C) विवाह (लड़की प्रवास करती है), (D) शिक्षा तथा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएं. (E) स्वास्थ्य तथा अन्य सुविधाएँ।

6. धार्मिक कारक-धर्मस्थान, हज, प्रयाग, रोम, यरूशलम।

7. राजनैतिक कारक-युद्ध, बंगलादेश, पाकिस्तान।

8. अन्य कारक-(A) नगरीय आकर्षण, (B) नौकरी या तबादले।

16. भारत में कोयला खनिज के संरक्षण की आवश्यकता क्यों है?

उत्तर-भारत में कोयला खनिजों को एक बार उपयोग करने के उपरांत उसे दुबारा नहीं पाया जा सकता है खनिजों का दुरुपयोग किया गया तो आने वाली पीढ़ियों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कोयला का संरक्षण आवश्यक है।

17. जन्म दर और मृत्यु दर में अंतर स्पष्ट करें।

उत्तर-जन्म दर और मृत्यु दर में अंतर-

जन्म दर

मृत्यु दर

(i) एक वर्ष में जनसंख्या के प्रति एक हजार व्यक्तियों पर किसी देश में जन्मे जीवित बच्चों की संख्या की जन्म दर कहते हैं। हैं।

जनसंख्या के प्रति एक हजार व्यक्तियों पर किसी देश या क्षेत्र में मरने वाले लोगों की संख्या को मृत्यु दर कहते हैं।

(ii) जब जन्मदर मृत्युदर से अधिक हो तो इसे धनात्मक वृद्धि दर कहते हैं।

जब मृत्यु दर जन्मदर से अधिक हो तो इसे ऋणात्मक वृद्धि कहते हैं।

(iii) जन्म दर को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं-जीवन स्तर, विवाह की आयु, उत्पादकता, शिक्षा स्तर एवं सरकारी नीतियाँ आदि।

मृत्यु दर को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं-निम्न शिक्षा स्तर, चिकित्सीय सुविधाओं का अभाव, भोजन का अभाव एवं निम्न जीवन स्तर आदि।

(iv) जन्म दर में तीव्र गिरावट और मृत्यु दर में तीव्र वृद्धि होती है तो जीवन प्रत्याशा में गिरावट आती है।

उदाहरण के लिए किसी क्षेत्र की 5 लाख की जनसंख्या में मरने वालों की संख्या 5000 हो तो मृत्यु दर होगी-5000/500000x1000=10

(v) विकासशील देशों में अशोधित जन्म दर अधिक है और विकसित देशों में अपेक्षाकृत बहुत कम है।

मृत्युदर की गणना करते समय सारी संख्या को सम्मिलित किया जाता परन्तु जनसंख्या के विभिन्न आयु वर्गों में मृत्यु दर में भिन्नता पाई जाती है। इसलिए इसे मृत्यु दर कहते हैं।

(vi) यदि अशोधित जन्मदर अशोधित मृत्यु दर से अधिक हो तो जनसंख्या में शुद्ध वृद्धि होती है।

मृत्यु दर निम्न सूत्र में ज्ञात की जा सकती है : अशोधित मृत्यु दर = मृतकों की संख्या जनसंख्या x 1000

(vii) जन्म दर की जानकारी किसी देश की जनसंख्या के लिए बहुत उपयोगी है।

 संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार मृत्यु से तात्पर्य जन्म के बाद किसी भी समय जीवन के सभी प्रमाणों का स्थायी लोप हो जाना।

(viii) जन्मदर से बढ़ने से जनसंख्या बढ़ती है।

मृत्यु दर बढ़ने से जनसंख्या घटती है।

18. मानव स्वास्थ्य पर होने वाले जल प्रदूषण के प्रभाव का वर्णन करें।

उत्तर-बढ़ती मांग और विलासिता के जीवन की प्रतियोगिता के कारण जल प्रदूषण पूरे विश्व के लोगों द्वारा किया जा रहा है। कई सारी मानव क्रियाकलापों से उत्पादित कचरा पूरे पानी को खराब करता है और जल में ऑक्सीजन की मात्रा को कम करता है। ऐसे प्रदूषक जल की भौतिक, रसायनिक, थर्मल और जैव-रसायनिक विशेषता को कम करते हैं और पानी के बाहर के साथ ही पानी के अंदर के जीवन को बुरी तरह प्रभावित करते हैं। जब हम प्रदूषित पानी पीते हैं, खतरनाक रसायन और दूसरे प्रदूषक शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं और शरीर के सभी अंगों के कार्यों को बिगाड़ देते हैं और हमारा जीवन खतरे में डाल देते हैं। ऐसे खतरनाक रसायन पशु और पोचों के जीवन को भी बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। जब पौधे अपनी जड़ों के द्वारा गंदे पानी को सोखते हैं, वो बढ़ना बंद कर देते हैं और मया सूख जाते हैं। जहाजों और उद्योगों से छलकते तेल की वजह से हजारों समुद्री पक्षी मर जाते हैं।

खाद, कीटनाशकों के कृषि उपयोगों से बाहर आने वाले रसायनों के कारण उच्च स्तरीय जल प्रदूषण होता है। जल प्रदूषक की मात्रा और प्रकार के आधार पर जल प्रदूषण का प्रभाव जगह के अनुसार बदलता है। पीने के पानी की गिरावट को रोकने के लिये तुरंत एक बचाव तरीके की जरूरत है जो धरती पर रह रहे हरेक अंतिम व्यक्ति की समझ और सहायता के द्वारा संभव है।

19. निम्नलिखित सूती वस्त्र उद्योग केंद्र को भारत के मानचित्र पर दर्शाइए :

(क) मुम्बई

(ख) अहमदाबाद

(ग) कानपुर

(घ) सुरत

(अ) कोलकाता

उत्तर-(क) मुम्बई - महाराष्ट्र,

(ख) अहमदाबाद - गुजरात,

(ग) कानपुर - उत्तर प्रदेश,

(घ) सुरत - गुजरात,

(ङ) कोलकाता - पश्चिम बंगाल।

Class XII भूगोल (Geography) Set-5


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