12th आरोह 2. आलोक धन्वा (पतंग) कविता के साथ प्रश्न 1. 'सबसे तेज़ बौछारें गयीं, भादो गया' के बाद प्रकृति में जो
परिवर्तन कवि ने दिखाया है, उसका वर्णन अपने शब्दों में करें। उत्तर
: भादों मास में बारिश की तेज बौछारें पड़ती हैं। भादों के बीतते ही बरसात का मौसम
समाप्त हो जाता है। तब आकाश एकदम निर्मल और स्वच्छ बन जाता है। शरद् ऋतु प्रारम्भ हो
जाती है और तब सवेरा खरगोश की लाल भूरी आँखों के समान खिला-खिला तथा चमकीला लगता है।
धरती पर धूल और रास्तों में कीचड़ नहीं रहता है। आसपास का सारा वातावरण चमकने लगता
है। हवा भी शीतल और सुगन्धित बहने लगती है और फूल-पौधों पर तितलियाँ मँडराने लगती हैं।
और पतंगबाजी का मौसम आ जाता है। प्रश्न 2. सोचकर बताएँ कि पतंग के लिए सबसे हल्की और रंगीन चीज, सबसे
पतला कागज, सबसे पतली. कमानी जैसे विशेषणों का प्रयोग क्यों किया है? उत्तर
: कवि ने पतंग की ऐसी विशेषता बतलाने के लिए सबसे हल्की, सबसे रंगीन और सबसे पतली का
प्रयोग किया है। इन विशेषणों के द्वारा कवि ने पतंग के प्रति कौतूहल, जिज्ञासा और आकर्षण
का भाव व्यक्त किया है तथा बताना चाहा है कि पतंग अपनी इन्हीं विशेषताओं के कारण ही
आकाश में दूर तक ऊँ…