Koderma PROJECT RAIL 2.0
MODEL QUESTION PAPER-2023
SET -2
CLASS-12 | GEOGRAPHY | FM-35+35=70 | TIME 3 Hrs. |
सामान्य निर्देश :-
* इस प्रश्नपत्र में कुल दो खण्ड हैं- 'अ' और 'ब'
* खण्ड 'अ' में कुल 35 प्रश्न है और सभी अनिवार्य हैं।
* खण्ड 'ब' में कुल 19 प्रश्न है, जिनका उत्तर परीक्षार्थी अपने शब्दो में देंगे।
*प्रश्न संख्या 19 अनिवार्य है [ खण्ड 'ब' ]
[ खण्ड 'अ' ]
वस्तुनिष्ट प्रश्न 1 x 35 = 35
01. "प्रकृति कभी एक सलाहकार से अधिक
नही है।" यह कथन किसका है।
(क) रैटजेल
(ख) हम्बोल्ट
(ग) रिटर
(घ) ब्लास
02. निम्न मे से किस विचारधारा में कार्ल माकर्स
के सिद्धांत का उपयोग किया गया है?
(क) कल्याणपरक
(ख) आमूलवादी
(ग) मानवतावादी
(घ) व्यवहारवादी
03. निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में जनसंख्या
वृद्धि सर्वाधिक है?
(क) एशिया
(ख) दक्षिण अमेरिका
(ग) अफ्रीका
(घ) यूरोप
04. निम्नलिखित में से किस देश का आयु-लिंग
पिरामिड घंटी के आकार का है?
(क) जापान
(ख) आस्ट्रेलिया
(ग) भारत
(घ) नाईजीरिया
05. अमर्त्य सेन ने विकास का सर्वाधिक प्रभावशाली
माध्यम किस ध्येय को कहा था?
(क) स्वतंत्रताओं मे वृद्धि
(ख) विकल्पो में वृद्धि
(ग) संसाधनो तक पहुँच
(घ) शिक्षा
06. किस उपागम को अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन
ने प्रस्तावित किया था?
(क) आय उपागम
(ख) कल्याण उपागम
(ग) आधारभूत आवश्यकता उपागम
(घ) क्षमता उपागम
07. विश्व के किस देश ने सकल राष्ट्रीय प्रसन्नता
(GNH ) को देश की प्रगति की आधिकारिक माप घोषित किया है?
(क) नेपाल
(ख) जर्मनी
(ग) नार्वे
(घ) भूटान
08. निम्नलिखित में से कौन सी जनजाति के लोग
ऋतुप्रवास नही करती है ?
(क) भूटिया
(ख) मुड़ा
(ग) गुज्जर
(घ) बकरवाल
09. "प्रति एकड़ उत्पादन कम होता है परंतु
प्रति व्यक्ति उत्पादन अधिक होता है।" किस कृषि प्रणाली से संबंधित है?
(क) रोपण कृषि
(ख) गहन निर्वाह कृषि
(ग) विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि
(घ) मिश्रित कृषि
10. 'ट्युलिप फूल' के उत्पादन में अग्रणी देश
कौन सा है?
(क) नीदरलैंड
(ख) स्वीडन
(ग) डेनमार्क
(घ) बेलिज्यम
11. किस उद्योग को आधारभूत उद्योग कहा जाता
है?
(क) सूती कपड़ा उद्योग
(ख) लौह इस्पात उद्योग
(ग) रबड़ उद्योग
(घ) सीमेंट उद्योग
12. किस महाद्वीप मे विश्व का सघनतम रेल तंत्र
पाया जाता है?
(क) यूरोप
(ख) एशिया
(ग) उत्तरी अमेरिका
(घ) आस्ट्रेलिया
13. चैनल टनल जोड़ता है?
(क) लंदन - बर्लिन
(ख) बर्लिन-पेरिस
(ग) पेरिस- लंदन
(घ) बार्सिलोना - बर्लिन
14. रेशम मार्ग किसको जोड़ता है?
(क) चीन-भारत
(ख) चीन-रोम
(ग) रोम-पेरिस
(घ) रोम-भारत
15. विश्व के कितने प्रतिशत जनसंख्या
(2017 ) नगरों में निवास करते है?
(क) 54%
(ख) 48%
(ग) 37%
(घ) 31%
16. वर्तमान विश्व मे कितने मेगासिटी है?
(क) 28
(ख) 25
(ग) 31
(घ) 41
17. भारत के अधिकांश मिलियन सिटी मे लगभग कितने
प्रतिशत लोग अवैध बस्तियों मे रहते है?
(क) 10%
(ख) 20%
(ग) 25%
(घ) 30%
18. आस्ट्रेलिया की राजधानी केनबेरा नगर की
योजना किसने बनाई ?
(क) वाल्टर बरली ग्रिफिन
(ख) लेबिस ममफोर्ड
(ग) जीन गोटमेन
(घ) पैट्रिक गिडिज
19. भारत की पहली सम्पूर्ण जनगणना कब हुई थी?
(क) 1872
(ख) 1881
(ग) 1972
(घ) 1901
20. निम्नलिखित में से कौन सा अम्ल वर्षा का
एक कारण है?
(क) जल प्रदूषण
(ख) ध्वनि प्रदूषण
(ग) भूमि प्रदूषण
(घ) वायु प्रदूषण
21. मुंबई पत्तन के दबाव को कम करने के लिये
किस पत्तन का निर्माण किया गया है?
(क) जवाहरलाल नेहरू पत्तन
(ख) मार्मागाओं
(ग) न्यू मंगलौर पत्तन
(घ) हल्दिया पत्न
22. भारत मे किस वर्ष पहला रेडिया कार्यक्रम
प्रसारित हुआ था ?
(क) 1911
(ख) 1927
(ग) 1936
(घ) 1923
23. कोंकण रेलवे किन दो शहर को जोड़ता है?
(क) रोहा - मैसूर
(ख) रोहा - मंगलौर
(ग) नागपूर मंगलौर
(घ) मैसूर नागपूर
24. भारत का सबसे लम्बा राष्ट्रीय महामार्ग
कौन सा है?
(क) NH-2
(ख) NH-15
(ग) NH-33
(घ) NH-7
25. इंदिरा गांधी नहर का निर्माण किस जलाशय
से हुई है ?
(क) हरिके बांध
(ख) तेहरी बांध
(ग) भाखड़ा बाध
(घ) हीराकुंड बांध
26. भारत में पहली आधुनिक सूती मिल कहाँ और
कब स्थापित की गई ?
(क) मुंबई, 1850
(ख) अहमदाबाद, 1850
(ग) मुंबई 1854
(घ) अहमदाबाद 1854
27. विश्व में सबसे अधिक चीनी उत्पादन करने
वाला देश कौन सा है?
(क) चीन
(ख) भारत
(ग) कनाडा
(घ) मैक्सिको
28. काकरापाड़ा नाभिकीय उर्जा परियोजना किस
राज्य में स्थित है?
(क) महाराष्ट्र
(ख) राजस्थान
(ग) गुजरात
(घ) तमिलनाडु
29. बॉक्साइट का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन
सा है ?
(क) झारखंड
(ख) छत्तीसगढ़
(ग) महाराष्ट्र
(घ) ओड़िशा
30. नीरू - मीरू कार्यक्रम किस राज्य पर शुरू
हुआ था?
(क) राजस्थान
(ख) तमिलनाडु
(ग) केरल
(घ) आंध्र प्रदेश
31. भारत में पुरूष प्रवास का मुख्य कारण क्या
है?
(क) शिक्षा
(ख) विवाह
(ग) काम और रोजगार
(घ) मनोरंजन
32. भारत मे सबसे बड़े भाषाई परिवार कौन सी
है ?
(क) किरात
(ख) आर्य
(ग) निषाद
(घ) द्राविड
33. भारत मे सबसे अधिक जूट का उत्पादन किस
राज्य मे होता है?
(क) ओड़िसा
(ख) बिहार
(ग) पश्चिम बंगाल
(घ) गुजरात
34. इनमे से कौन कॉफी का प्रकार नही है?
(क) अरेबिका
(ख) रोबस्ता
(ग) लिबेरिका
(घ) नरमा
35. केरल के समुद्री तट में कौन सी खनिज पायी
जाती है?
(क) कोयला
(ख) अभ्रक
(ग) थोरियम
(घ) युरेनियम
[ खण्ड 'ब' ]
अति लघु उत्तरीय प्रश्न 1x5=5
किन्ही पाँच प्रश्नों का उत्तर देना है:-
01. स्थानांतरणशील कृषि को भारत के उत्तर-पूर्वी
राज्यों में किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर : झूम खेती
02. विश्व की जनसंख्या 5 अरब से 6 अरब होने
मे कितना वर्ष लगा?
उत्तर : 12 साल
03. पनामा नहर का निर्माण किस देश ने किया
था।
उत्तर : देश- अमेरिका व्यक्ति - गोएथल्स
(1914)
04. झारखंड का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक क्षेत्र
का क्या नाम है?
उत्तर : झरिया
05. राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या- 1 किस नदी पर
तथा किन दो स्थानों को जोड़ता है ?
उत्तर : गंगा-हल्दिया-इलाहाबाद
06. एशिया के सबसे बड़े गंदी बस्ति (स्लम)
का क्या नाम है?
उत्तर : धारावी मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में
एक उपनगर है। इसे अक्सर दुनिया की सबसे बड़ी मलिन बस्तियों में से एक माना जाता है।
धारावी का क्षेत्रफल 2.39 वर्ग किलोमीटर (0.92 वर्ग मील; 590 एकड़) से थोड़ा अधिक है
और जनसंख्या लगभग 1,000,000 है।
07. रूहर कोयला क्षेत्र किस देश में स्थित
है?
उत्तर : जर्मनी
लघु उत्तरीय प्रश्न 5x3 = 15
किन्ही पाँच प्रश्नों का उत्तर देना है:-
08. मुख्य श्रमिक एवं सीमांत श्रमिक मे क्या
अंतर है?
उत्तर :
मुख्य श्रमिक : वह व्यक्ति जो एक वर्ष में
कम से कम 183 दिन काम करता है।
सीमांत श्रमिक : वह व्यक्ति जो एक वर्ष में
से कम 183 से कम दिन काम करता है।
09. प्रवास के प्रतिकर्ष कारक तथा अपकर्ष कारक
से आप क्या समझते है
उत्तर :
प्रतिकर्ष कारक वे कारण होते हैं जिनके कारण
लोग अपना निवास स्थान / उद्गम स्थान छोड़ते हैं जैसे बाढ़, भूकंप, मूलभूत सुविधाओं
का अभाव आदि।
अपकर्ष कारक ऐसे कारक होते हैं जो विभिन्न
स्थान के लोगों को आकर्षित करते हैं जैसे शिक्षा के अवसर, स्वास्थ्य सुविधाएं रोजगार
के अवसर आदि।
10. भारत के तीन कृषि ऋतु को उदाहरण सहित वर्णन
करें?
उत्तर :
1. खरीफ की फसलें
• जुलाई-अक्टूबर
• कटाई - सितंबर से अक्टूबर
• उर्फ मानसूनी फसलें
• ऐसी फसलों को अधिक पानी की आवश्यकता होती
है
• उदाहरण: चावल, ज्वार, मक्का, चाय, रबर, कॉफी,
ग्वार, तिल, अनाज जैसे अरहर दाल, बाजरा, सोयाबीन, कपास, तिलहन, आदि।
2. रबी की फसलें
• अक्टूबर से नवंबर के बीच बुआई करें
• कटाई - फरवरी से अप्रैल
• उर्फ सर्दी के मौसम की फसलें
• वृद्धि के लिए ठंडा मौसम चाहिए
• कम पानी चाहिए
उदाहरण: गेहूँ, जई, जौ, दालें, अनाज, तिलहन,
अलसी आदि।
3. जायद फसलें
• मार्च और जून के बीच (खरीफ और रबी के बीच)
बुवाई
• विकास के लिए गर्म और शुष्क मौसम की आवश्यकता
होती है और फूल आने के लिए दिन की लंबाई की आवश्यकता होती है
• उदाहरण: मौसमी फल और सब्जियां
11. जल संभर प्रबंधन से आप क्या समझते है
?
उत्तर : जल संभर प्रबंधन पानी की उपलब्धता
को बढ़ाता है, भूमिगत जल स्तर को नीचा होने से रोकता है, फ्लूओराइड और नाइट्रेट जैसे
संदूषकों को कम करके अवमिश्रण भूमिगत जल की गुणवत्ता बढ़ाता है, मृदा अपरदन और बाढ़
को रोकता है। केंद्र और राज्य सरकारों ने देश में बहुत से जल संभर विकास और प्रबंधन
कार्यक्रम चलाए हैं।
12. कोंकण रेलवे के बारे में वर्णन करें।
उत्तर : कोंकण रेलवे भारत की वाणिज्य राजधानी
मुंबई और मंगलोर को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी थी | 736 कि॰मी॰ लंबी यह लाइन महाराष्ट्र,
गोवा और कर्नाटक राज्यों को जोड़ती है जो एक ऐसा क्षेत्र है जहां आर-पार बहती नदियां,
गहरी घाटियां और आसमान छूते हुए पहाड़ हैं।
13. स्थान एवं स्थिति के मध्य अंतर बताएँ ।
उत्तर : स्थान का संबंध उस भूभाग से है जहाँ
मानव बस्ती बनाकर रहते हैं, साथ ही वे अनेक जीवनोपयोगी क्रियाकलापों में संलग्न रहते
हैं। जबकि स्थिति का संबंध उन भौगोलिक व पर्यावरणीय दशाओं के अलावा समीपस्थ बस्तियों
से है जिनसे एक बस्ती प्रभावित होती है।
14. स्वेज नहर ।
उत्तर : स्वेज नहर मिस्त्र के सिनाई प्रायद्वीप
में बनाई गई विश्व की सबसे बड़ी कृत्रिम नहर है। 1869 ई. में इसकी लंबाई 164 किमी.
तथा वर्ष 2015 में इसकी कुल लंबाई 193.30 किमी थी । भूमध्य सागर और लाल सागर को जोड़ने
वाली इस नहर को 1869 ई. में जहाजों के आवागमन के लिए खोल दिया गया था। इसके दक्षिणी
सिरे पर स्वेज शहर में तेवकीफ बंदरगाह और उत्तरी सिरे पर पोर्ट सईद बंदरगाह स्थित है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न :- 5x3=15
कन्ही पाँच प्रश्नों का उत्तर देना है:-
15. भारतीय कृषि की समस्याओं के बारे में बताएँ?
उत्तर : भारतीय कृषि की समस्याओं का वर्णन:-भारतीय
कृषि को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इन समस्याओं के कारण ही इसका पिछड़ापन तथा गतिहीनता जारी है। कृषि द्वारा सामना
की जाने वाली कुछ प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं:-
(1) सिंचाई के स्थायी साधनों का अभाव: भारत में फसल खेती अधिकांश रूप में वर्षा पर निर्भर है। सिंचाई के
स्थायी साधनों का अत्यंत अभाव है। वर्षा के जल पर निर्भरता भारतीय कृषि को बहुत अधिक
असुरक्षित या संवेदनशील बना देती है: अच्छी वर्षा होने से फसल भी अच्छी हो जाती है,
जबकि सूखे के कारण उत्पादन की काफी हानि होती है। कृषि उत्पादन में स्थिरता के लिए
आवश्यक है कि देश के सभी भागों में सिंचाई के स्थायी साधन विकसित किए जाएँ।
(2) वित्त का अभाव: भारतीय कृषि की एक अन्य बड़ी समस्या वित्त का अभाव है।अपनी अधिकांश
वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, छोटे किसान गैरसंस्थागत
(Non-Institutional) साधनों/स्रोतों पर निर्भर करते हैं; जैसे- महाजन (Mahajans), साहूकार
(Moneylender) तथा भू-स्वामी (Landlord)। ये बहुत अधिक ब्याज की दर वसूल करते हैं।
किसानों की जरूरतों की तुलना में संस्थागत वित्त (बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थाओं
द्वारा दिया जाने वाला वित्त) की उपलब्धि बहुत कम होती है। वित्त का अभाव भारतीय कृषि
की संवृद्धि में बहुत बड़ी बाधा है। उधार की उच्च लागत किसानों को निर्धनता के दुश्चक्र
में फंसा देती है।
(3) परंपरागत दृष्टिकोण: खेती संबंधी परंपरागत दृष्टिकोण भारतीय कृषि की एक और समस्या है।
नवीन फार्म-तकनीकी तथा फार्म-प्रबंधन व्यवहार के बावजूद, भारतीय कृषक अभी भी पारंपरिक
ज्ञान को अपनाए हुए हैं। उसके लिए खेती करना जीवन-निर्वाह का एकमात्र साधन है, यह कोई
व्यापार नहीं है। अतः उसका केंद्र-बिंदु उन फसलों को उगाना है जिनसे उसे अनाज की प्राप्ति
हो न कि जिनसे ऊँचा लाभ प्राप्त हो (तथा अधिक जोखिम उठाना पड़े)। एक सामान्य भारतीय
किसान में उद्यमशीलता का अभाव पाया जाता है और लाभ प्राप्त करने हेतु वह कोई जोखिम
उठाना नहीं चाहता।
(4) छोटी तथा बिखरी जोतें : भारत में जोतें न केवल छोटी हैं अपितु बिखरी हुई भी हैं। छोटी जोतें
आधुनिक तकनीक के उपयोग की अनुमति नहीं देती। बिखरी जोतों के कारण प्रबंध की लागत बहुत
बढ़ जाती है। यह कृषि के पिछड़ेपन तथा किसानों की निर्धनता में योगदान देती है।
(5) शोषक कृषक संबंध : कृषक संबंधों से अभिप्राय भू-स्वामियों (Landlords) तथा पट्टेदारों
(Tenants) के बीच व्यावसायिक संबंधों से है। अधिकतर भू-स्वामी ‘अनुपस्थित भू-स्वामी’
(Absentee Landlords) होते हैं। वे स्वयं बहुत कम खेती करते हैं। लगान आय (Rental
Income) पर निर्भर रहने से उनकी प्रवृत्ति अपने पट्टेदारों का शोषण करना होता है। पट्टेदार
जो वास्तव में भूमि पर खेती करते हैं, भू-स्वामी को ऊँचा लगान (High Rent) तथा अन्य
संबंधित भुगतान करते हैं। अत्यधिक ऊँचा लगान अनुपस्थित भू-स्वामी को चुकाने के बाद
पट्टेदार (जो भूमि पर स्वयं खेती करता है) के पास बहुत कम अधिशेष/आधिक्य बचता है, जिनका
वह आगे निवेश कर सके। तदनुसार, भूमि का निरंतर उपयोग निर्वाह के साधन के रूप में किया
जाता है न कि व्यावसायिक लाभ के साधन के रूप में।
(6) व्यवस्थित विपणन प्रणाली का अभाव : कृषि उपज की विपणन प्रणाली बहुत ही अव्यवस्थित है। छोटे किसानों
की बहुत बड़ी संख्या आज भी अपने उत्पाद को स्थानीय मंडियों में कम कीमत पर बेच रहे
हैं। ऐसा करना उनकी विवशता भी है। वे महाजनों तथा साहूकारों को (स्थानीय बाजारों में)
उनसे मध्यस्थों द्वारा लिए ऋण के बदले अपनी उपज बेचने के लिए मजबूर होते हैं।
संक्षेप में, भारत में कृषि को उन अनेक समस्याओं
का सामना करना पड़ता है जो फसलों के उत्पादन से लेकर विक्रय तक सामने आती है। उत्पादन
के स्तर पर आधुनिक आगतों का विवेकपूर्वक उपयोग नहीं किया जाता जिसके कारण उत्पादकता
निम्न बनी रहती है। विपणन स्तर पर, अधिकांश छोटे किसानों को उनकी फसल की अच्छी कीमत
प्राप्त नहीं हो पाती, क्योंकि व्यवस्थित विपणन प्रणाली का अभाव पाया जाता है।
16. भारत के जनसंख्या वृद्धि के चार प्रावस्थाओं
को वर्णन करें?
उत्तर : जनसंख्या वृद्धि से आशय-दो समय बिन्दुओं
के मध्य किसी क्षेत्र विशेष में रहने वाले लोगों की संख्या में परिवर्तन को जनसंख्या
वृद्धि कहा जाता है। इसकी दर को प्रतिशत में अभिव्यक्त किया जाता है।
भारत में जनसंख्या वृद्धि की विभिन्न प्रावस्थाएँ
सन् 1901 से 2011 के मध्य भारत में हुई जनसंख्या वृद्धि को निम्नलिखित चार प्रावस्थाओं
के अन्तर्गत रखा जाता है:-
(i) प्रावस्था-(क) (उच्च जन्म-दर व उच्च मृत्यु-दर)- वर्ष 1901 से 1921 तक ऋणात्मक की अवधि में भारत में जनसंख्या की वृद्धि
दर अति निम्न रही। इस अवधि में 1911-21 के दशक में भारत की जनसंख्या में वृद्धि अनुभव
की गई। उक्त अवधि में भारतीय जनसंख्या में जन्म-दर व मृत्यु-दर दोनों ही उच्च रहीं
जिसके कारण देश में जनसंख्या की वृद्धि दर निम्न बनी रही। निम्न स्तरीय चिकित्सा सुविधाएँ,
निरक्षरता, भोजन व अन्य आधारभूत आवश्यकताओं की अपर्याप्त उपलब्धता उक्त अवधि में जनसंख्या
की उच्च जन्म दर व उच्च मृत्यु-दर के लिए प्रमुख उत्तरदायी कारक रहे।
(ii) प्रावस्था-(ख) (उच्च जन्म-दर व घटती मृत्यु-दर)- वर्ष 192151 की अवधि को जनसंख्या की सतत वृद्धि की अवधि के रूप में
जाना जाता है। उक्त अवधि में स्वच्छता तथा चिकित्सा सुविधाओं में हुए व्यापक सुधारों
के कारण मृत्यु-दर में गिरावट अनुभव की गयी। उच्च जन्म-दर व घटती मृत्यु-दर के कारण
पिछली प्रावस्था की तुलना में इस प्रावस्था में जनसंख्या की वृद्धि दर उच्च रही।
(iii) प्रावस्था-(ग) (उच्च जन्म-दर तथा तेजी
से घटती मृत्यु-दर)- वर्ष 1951-81 के दशकों की अवधि
को भारत में जनसंख्या विस्फोट की अवधि के रूप में जाना जाता है। उक्त अवधि में जन्म-दरें
उच्च रही लेकिन मृत्यु में तीव्र ह्रास अनुभव किया गया जिसके कारण देश में जनसंख्या
की औसत वार्षिक वृद्धि दर 2.2 प्रतिशत तक ऊँची रही। मृत्यु-दरों में तीव्र गिरावट का
प्रमुख कारण अर्थव्यवस्था व जीवन स्तर में सुधार तथा चिकित्सा सुविधाओं का व्यापक व
आधुनिक होना रहा। इसके अतिरिक्त उक्त 30 वर्षों की अवधि में भारत के समीपवर्ती देशों
(बांग्लादेश, तिब्बत, नेपाल तथा पाकिस्तान) से भारत में आकर बसने वाले लोगों ने भी
देश की उच्च जनसंख्या वृद्धि दर में योगदादिया।
(iv) प्रावस्था-(घ) (घटती जन्म-दर व घटती मृत्यु-दर)- वर्ष 1981 से 2011 के मध्य की अवधि में यद्यपि जनसंख्या की वद्धि-दरें
उच्च रही लेकिन उसमें धीमी गति से गिरावट भी अनुभव की गयी। उक्त अवधि में जन्म-दर तथा
मृत्यु-दर दोनों के लिए जनसंख्या की घटती जन्म-दर को उत्तरदायी माना गया। उक्त अवधि
में भारत में विवाह के समय औसत आयु में वृद्धि, जीवन गुणवत्ता में सुधार तथा महिला
साक्षरता में सुधार अनुभव किये गये।
17. झारखंड के जमशेदपुर में लौह-इस्पात उद्योग
के विकास का कारण स्पष्ट कीजिए ?
उत्तर : टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी—टिस्को
(Tata Iron and Steel Company-TISCO) : यह भारत का प्रथम एवं सबसे बड़ा लौह एवं इस्पात
कारखाना है। इसकी स्थापना जमशेदजी टाटा द्वारा 1907 ई. में की गई। इसमें 1911 ई. से
लोहे का उत्पादन तथा 1914 ई. से इस्पात का उत्पादन शुरू हुआ। इसकी स्थापना पूर्वी सिंहभूम
जिले में स्वर्णरेखा व खरकई नदी के संगम पर साकची नामक गाँव में की गई। बाद में जब
यह गाँव एक नगर के रूप में विकसित हो गया तो इसे जमशेदजी टाटा के नाम पर जमशेदपुर या
टाटा नगर कहा जाने लगा। यहाँ लौह व इस्पात उद्योग के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ विद्यमान
हैं। टिस्को को लौह व अयस्क उत्पादन के लिए जरूरी सभी कच्चा माल जमशेदपुर के आस-पास
ही मिल जाते हैं, जैसे लौह अयस्क नौवामुंडी, गुआ, बादाम पहाड़ आदि क्षेत्रों से; कोकिंग
कोयला झरिया की खानों से; मैंगनीज व क्रोमाइट चाईबासा खान से; चूना पत्थर व डोलोमाइट
उड़ीसा के सुन्दरगढ़ जिला स्थित पांगपोस की खानों से; स्वच्छ जल व बालू की आपूर्ति
स्वर्णरेखा व खरकई नदी क्षेत्रों से हो जाती है। निकटतम बंदरगाह कलकत्ता बंदरगाह के
जरिए इसके निर्मित उत्पाद के लिए बाजार मिल जाता है। जमशेदपुर धीरे-धीरे एक औद्योगिक
संकुल के रूप में विकसित हो गया है। 1948 ई. में यहाँ टाटा इंजीनियरिंग एण्ड लोकोमोटिव
कम्पनी (TELCO) की स्थापना की गई। इसके अलावा एग्रिको (AGRICO)—जहाँ कृषि संबंधी उपकरणों
व मशीनों का निर्माण होता है, टिन प्लेट फैक्ट्री, वायर फैक्ट्री आदि की स्थापना की
गई। यहाँ रेलवे वैगन, वॉयलर, मोटरगाड़ी की चेसीस एवं मोटरकार बनाने के कारखाने भी स्थापित
किये गए हैं।
टिस्को का नाम बदल कर टाटा स्टील कर दिया गया
है।
18. विकासशील देशों में नगरीय बस्तियों की
समस्याओं का विवेचन कीजिए?
उत्तर : विकासशील देशों में नगरीय बस्तियों
की समस्याएँ विकासशील देशों में नगरीय बस्तियों की प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं
1. मलिन बस्तियों में वृद्धि – बड़े नगरों का आकार मुख्यत: ग्रामीण जनसंख्या का नगरों की ओर प्रवास
है। ये लोग रोजगार की तलाश में नगरों की ओर प्रस्थान करते हैं। नगर में अनियमित, अनियोजित
तथा अनियन्त्रित रूप से मलिन बस्तियाँ बनने लगती हैं। बड़े नगरों में यह समस्या विशेष
रूप से उत्पन्न हो जाती है।
2. नगरीय विस्तार – जैसे ही नगरों की जनसंख्या बढ़ती है वे चारों ओर बाहर की ओर फैलते
हैं और कृषि योग्य भूमि का हरण करते हैं। वृहद् नगरों के आस-पास उपनगर बन जाते हैं।
इस तरह नगर और अधिक विस्तृत हो जाते हैं।
3. सुगम यातायात की समस्या – नगरों में अनियमित बस्तियों के फैलाव से अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो
गई हैं। इनमें से एक प्रमुख समस्या सुगम यातायात की समस्या भी है। नगरों में बढ़ती
भीड़ को परिवहन की आवश्यकता होती है, जिससे यातायात प्रभावित हो जाता है।
4. प्रदूषण – नगरों के अनियमित तथा अनियोजित विकास से विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों
का विकास होता है।
5. अन्य समस्याएँ – उपर्युक्त समस्याओं के अलावा नगरीय बस्तियों में कुछ अन्य समस्याएँ भी पायी जाती हैं; जैसे-सीवर प्रणाली, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, बेरोजगारी, सामाजिक प्रदूषण आदि।
19. प्रदत भारत के मानचित्र मे भारत के महत्वपूर्ण
नाभिकीय उर्जा परियोजनाएँ दिखाइए ? :-
(क) तारापुर
(ख) रावतभाटा
(ग) कलपक्कम
(घ) नरोरा
(ड़) केंगा