“भारत एक धनी देश है किन्तु भारत के निवासी निर्धन हैं” (India is a rich country but the people of India are poor)

“भारत एक धनी देश है किन्तु भारत के निवासी निर्धन हैं” (India is a rich country but the people of India are poor)
“भारत एक धनी देश है किन्तु भारत के निवासी निर्धन हैं” (India is a rich country but the people of India are poor)
भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रमुख विशेषताएँ भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताओं को अग्र तीन भागों में बाँटा जा सकता है- (i) परम्परागत विशेषताएँ या अल्प-विकसित राष्ट्र के रूप में भारत की विशेषताएँ अल्प-विकसित राष्ट्र के रूप में भारतीय  अर्थव्यवस्था की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- 1. निर्बल आर्थिक संगठन - भारतीय अर्थव्यवस्था की एक प्रमुख विशेषता निर्बल आर्थिक संगठन है। इसमें बचत सुविधाओं का कम होना, ग्रामों में जमींदारों और साहूकारों का कार्य करना, विनियोग क्षेत्र की पूरी जानकारी न होना तथा विभिन्न क्षेत्रों के लिए उचित दर पर और उचित मात्रा में वित्त प्रदान करने वाली संस्थाओं की कम संख्या का होना सम्मिलित है। 2. पूंजी निर्माण की नीची दर - भारत एक गरीब राष्ट्र है, अतः पूँजी निर्माण एवं विनियोजन की गति भी बहुत धीमी है। पिछले कुछ वर्षों में नियोजन होने के कारण बचत व विनियोग दरों में कुछ वृद्धि हुई है। 3. आर्थिक विषमता - भारतीय अर्थव्यवस्था में सम्पत्ति एवं आय के वितरण में काफी विषमता है। NCAER के सर्वेक्षण के अनुसार देश में उच्च स्तर के केवल 1% व्यक्ति कुल आय का 14% भाग प्राप्त कर लेते हैं जबकि नीचे स्…