1. कार्य, आजीविका तथा जीविका

1. कार्य, आजीविका तथा जीविका
1. कार्य, आजीविका तथा जीविका
Textbook Questions and Answers पृष्ठ 6 प्रश्न 1. वे कौनसे तरीके हैं, जिनसे कार्य को समझा जा सकता है? उत्तर : वे तरीके जिनसे कार्य को समझा जा सकता है, निम्नलिखित हैं- कार्य व्यक्ति के लिए एक नौकरी और अनेक व्यक्तियों के लिए आजीविका का साधन है। कार्य एक ऐसा कर्त्तव्य भी है जिसमें बाध्यता का बोध निहित है। कार्य नौकरी और आय प्राप्ति द्वारा आजीविका की सुरक्षा का माध्यम है। कार्य धर्म अथवा कर्त्तव्य के रूप में, स्वयं के सच्चे व्यक्तित्व की अभिव्यक्ति है जो स्वयं और आस-पास के व्यक्तियों के जीवन की गणवत्ता को प्रभावित करता है। कार्य हमारे आध्यात्मिक आचरण का एक भाग भी है। कार्य स्वयं की सृजन-क्षमता का माध्यम है। यह आनंद और पूर्ण मानसिक संतुष्टि का स्रोत है। कार्य करना और अपनी जीविका उपार्जित करना मूलतः भावी आशा, स्वाभिमान और गरिमा के लिए अवसर प्रदान करता है। कार्य पद, शक्ति और नियंत्रण का प्रतीक है। कार्य एक लाभप्रद अनुभव है। यह मूल्यों और अभिलाषा को प्रतिबिंबित करने वाला साधन है। प्रश्न 2. नौकरी और जीविका में भेद कीजिए। उत्तर : नौकर…