2. नैदानिक पोषण और आहारिकी Textbook
Questions and Answers पृष्ठ
66 प्रश्न 1. नैदानिक पोषण और आहारिकी के अध्ययन का क्या महत्त्व है? उत्तर
: नैदानिक पोषण और आहारिकी के अध्ययन का महत्त्व नैदानिक
पोषण और आहारिकी, बीमारी के समय के पोषण से संबंधित है, जिसे चिकित्सीय पोषण उपचार
भी कहते हैं। इसके अध्ययन के महत्त्व को निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत स्पष्ट किया
गया है- (1)
प्रमाणित बीमारी वाले मरीजों के पोषण प्रबंधन पर केन्द्रित अध्ययन -स्वास्थ्य
समस्यायें/अस्वस्थता/ बीमारियाँ और उनका उपचार पोषण स्थिति को कई प्रकार से प्रभावित
कर सकते हैं, जैसे-व्यक्ति के खाने और निगलने की क्षमता को कम करके; पाचन, अवशोषण और
उपापचय के साथ-साथ उत्सर्जन में बाधा डालकर। यदि कुछ व्यक्तियों में प्रारंभ में एक
क्रिया प्रभावित होती है, तो स्वास्थ्य समस्यायें बढ़ जाने पर शरीर की अन्य क्रियायें
भी प्रभावित हो सकती हैं। ऐसी स्थिति में मरीजों के सही पोषण के लिए नैदानिक पोषण और
आहारिकी का अध्ययन अत्यन्त उपयोगी होता है क्योंकि यह प्रमाणित बीमारी वाले मरीजों
के पोषण प्रबंधन पर ही अपना ध्यान केन्द्रित करता है। (2)
मरीज का समुचित रूप से पोषण तथा देखभाल की …