प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 12
अर्थशास्त्र (Economics)
अध्याय 2 राष्ट्रीय आय का लेखांकन
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Question)
1. निम्नलिखित में से कौन पूँजीगत वस्तु का एक उदाहरण है?
a. परिवार
में उपयोग के लिए फ्रिज
b. परिवार में
उपयोग के लिए सिलाई मशीन
c. दर्जी की दुकान में उपयोग के लिए सिलाई मशीन
d. चावल
2. किसान द्वारा ट्रैक्टर का प्रयोग खेती करने के लिए होता है। यहाँ ट्रैक्टर किस
प्रकार की वस्तु का उदाहरण है?
a. उपभोक्ता वस्तु
b. नाशवान वस्तु
c. मध्यवर्ती
वस्तु
d. गिफिन वस्तु
3. 'आपके बैंक खाते में 15 अप्रैल 2021 को 50
हजार रुपये हैं।' यह रकम किस संकल्पना का उदाहरण है?
a. स्टॉक
b. प्रवाह
c. निवेश
d. उपभोग
4. आप के वृत्ताकार प्रवाह माडल में विक्रेता से क्रेता की ओर वस्तुओं एवं सेवाओं
के प्रवाह को क्या कहा जाता है?
a. मौद्रिक प्रवाह
b. वास्तविक प्रवाह
c. वार्षिक प्रवाह
d. स्टॉक
5. वस्तुओं तथा सेवाओं के प्रवाह में वृद्धि हुए बिना मौद्रिक प्रवाह में वृद्धि
होने से अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव होगा?
a. मुद्रा-स्फीति
b. मुद्रा संकुचन
c. रोजगार
का ह्रास
d. मंदी
6. किसी देश में एक दिए हुए वर्ष में उत्पादन के साधनों के द्वारा उत्पादित अंतिम
वस्तु एवं सेवाओं के बाजार मूल्य को------- कहा जाता है।
a. सकल घरेलू उत्पाद
b. शुद्ध घरेलू
उत्पाद
c. राष्ट्रीय आय
d. व्यक्तिगत आय
7. सकल घरेलू उत्पाद में शुद्ध घरेलू उत्पाद को घटाने से क्या प्राप्त होता है?
a. शुद्ध निर्यात
b. शुद्ध अप्रत्यक्ष
कर
c. घिसावट व्यय
d. उपभोग व्यय
8. राष्ट्रीय आय क्या है?
a. बाजार कीमत पर
सकल राष्ट्रीय उत्पाद
b. साधन लागत पर
सकल राष्ट्रीय उत्पाद
c. बाजार कीमत पर
सकल घरेलू उत्पाद
d. साधन लागत पर शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद
9. सकल घरेलू उत्पाद की गणना में निम्न में से किस मद को शामिल नहीं किया जाता है?
a. उपभोग व्यय
b. निवेश व्यय
c. हस्तांतरण भुगतान
d. साधन आय
10. अगर किसी देश का निर्यात की तुलना में आपात अधिक है तो उस देश का सकल घरेलू
उत्पाद तथा सकल राष्ट्रीय उत्पाद में क्या अंतर होगा?
a. सकल घरेलू
उत्पाद तथा सकल राष्ट्रीय उत्पाद दोनों बराबर होंगे।
b. सकल घरेलू
उत्पाद की तुलना में सकल राष्ट्रीय उत्पाद अधिक होगा।
c. सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में सकल राष्ट्रीय उत्पाद कम होगा।
d. सकल राष्ट्रीय
उत्पाद सकल घरेलू उत्पाद का दुगुना होगा।
11. अप्रत्यक्ष कर में से अनुदान (सहायिकी) को घटाने से प्राप्त होता है?
a. विदेशों से
प्राप्त साधन आय
b. शुद्ध अनुदान
c. निजी आप
d. शुद्ध अप्रत्यक्ष कर
12. राष्ट्रीय आय के आंकड़ा से क्या जानकारी नहीं मिल सकती है?
a. राष्ट्रीय आय
में उत्पादन के साधनों का योगदान
b. राष्ट्रीय आय
में क्षेत्रकों का योगदान
c. देश की आर्थिक
क्रियाओं के स्तर की माप
d. लोगों का आर्थिक कल्याण
13. स्थिर कीमत पर राष्ट्रीय आय का दूसरा नाम ------- है।
a. सकल राष्ट्रीय
उत्पाद
b. अवास्तविक
राष्ट्रीय आय
c. वास्तविक राष्ट्रीय आय
d. हरित राष्ट्रीय
आय
14. जीएनपी डीफ्लैक्टर ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
15. भारत में अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों के वेतनादि भत्तों को किस देश के
घरेलू उत्पाद में शामिल किया जायेगा?
a. भारत
b. अमेरिका
c. भारत तथा
अमेरिका दोनों
d. कर्मचारियों के
वेतनादि भत्तों को घरेलू उत्पाद में
शामिल नहीं किया जाता है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very short Answer question)
प्रश्न 1.
साधन आय क्या है
उत्तर:
उत्पादन के साधन लगान मजदूरी ब्याज तथा लाभ के रूप में अपना पारिश्रमिक प्राप्त
करते हैं जिन्हें उनकी साधन आय कहते हैं।
प्रश्न 2.
मूल्यह्रास से क्या समझते हैं?
उत्तर- एक लेखा वर्ष
में उत्पादन प्रक्रिया के दौरान पूंजीगत वस्तुओं के मूल्य में सामान्य टूट-फूट और
उनके घिसावट के कारण वस्तुओं कै मूल्य में जो कमी आती है उसे मूल्यह्रास कहते हैं।
प्रश्न 3.
हस्तांतरण आय क्या है?
उत्तर-
हस्तांतरण आय एक अनार्जित आय है जो अर्थव्यस्था में बिना किसी सेवा के बदले में दी
जाती है जैसे वृद्धावस्था पेंशन,
छात्रवृत्ति एवं बेरोजारी भत्ता आदि ।
प्रश्न 4.
आप के वृत्ताकार प्रवाह से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- अर्थव्यवस्था
में उत्पादन आय तथा व्यय का जो निरंतर प्रवाह होता रहता है उसे आय का चक्रीय प्रवाह
कहते हैं ।
प्रश्न 5.
चक्रीय प्रवाह में अंत:- क्षेपण या भरण क्या है ?
उत्तर-
आय का अंतःक्षेपण आय में होने वाली वह वृद्धि है जो चक्रीय प्रवाह में बाहर से
किसी और स्रोत द्वारा होती हैं। जैसे विनियोग, सरकारी व्यय तथा निर्यात आदि को आय का अंतःक्षेपण कहते है ।
प्रश्न 6.
टिकाऊ वस्तुओं से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
टिकाऊ वस्तुएँ एक से अधिक बार प्रयोग में लाई जा सकती है इनका जीवन काल 1 वर्ष से अधिक
होता है जैसे कार, स्कूटर
एवं साईकिल आदि ।
प्रश्न 7.
पूंजीगत वस्तुएँ किसे कहते हैं ?
उत्तर
- ये उत्पादक वस्तुओं का ही एक भाग है। एक लेखा वर्ष के अंत में उत्पादकों के पास
टिकाऊ और गैर टिकाऊ वस्तुओं का स्टॉक पूंजीगत वस्तुएँ कहलाता है।
प्रश्न 8.
बचत की परिभाषा दें ?
उत्तर
- आय का वह भाग जो उपभोग पर भी व्यय नहीं किया जाता, बचत कहलाता है।
प्रश्न 9.
ब्याज क्या है ?
उत्तर
- ब्याज वह कीमत है जो पूंजी की सेवा के बदले में दी जाती है ।
प्रश्न 10.
सकल घरेलू उत्पाद की परिभाषा दें ?
उत्तर-
एक लेखा वर्ष में किसी घरेलू सीमा के अंदर उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं
के बाजार मूल्य के जोड़ को सकल घरेलू उत्पाद कहते हैं।
प्रश्न 11.
राष्ट्रीय आय से क्या समझते हैं
उत्तर
- राष्ट्रीय आय एक लेखा वर्ष की अवधि के दौरान एक देश के सामान्य निवासियों तथा
द्वारा अर्जित कारक आय का कुल जोड़ है।
प्रश्न 12.
वैयक्तिक आय की परिभाषा दें?
उत्तर
- व्यक्तियों तथा परिवारों को सभी स्रोतों से जो आय वास्तव में प्राप्त होती है
उसके जोड़ को वैयक्तिक आय कहते हैं ।
प्रश्न 13.
प्रयोज्य आय (Personal disposable) से क्या अभिप्राय है?
उत्तर-
वैयक्तिक आय में से प्रत्यक्ष करों तथा सरकारी प्रशासनिक विभागों की विविध
प्राप्तियों जैसे फीस, जुर्माना
आदि को घटाकर जो आय शेष बचती है वह प्रयोज्य आय कहलाती है।
प्रश्न 14.
आर्थिक सहायता (सब्सिडी) से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
आर्थिक सहायता से अभिप्राय सरकार द्वारा उद्यमों को दी गई आर्थिक सहायता या अनुदान
है। सरकार द्वारा किसानों उद्योगों,
उपभोक्ताओं को समय-समय पर बिजनेस लोन और उपकरणों की खरीद करने पर सब्सिडी दिया
जाता है।
प्रश्न 15.
दोहरी गणना से बचने के लिए किस विधि का प्रयोग किया जाना
चाहिए ?
उत्तर-
दोहरी गणना से बचने के लिए मूल्यवृद्धि विधि का प्रयोग किया जाना चाहिए ।
प्रश्न 16.
घरेलू आय तथा राष्ट्रीय आय में एक अंतर बताएं ?
उत्तर-
घरेलू आय में विदेशों से शुद्ध साधन आय शामिल नहीं होती, जबकि राष्ट्रीय
आय में विदेशों से शुद्ध साधन आय शामिल होती
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Short Answer question)
प्रश्न 1.
राष्ट्रीय आय लेखा से आप क्या समझते हैं? इसका महत्व बताइए |
उत्तर-
सभी देश अपनी राष्ट्रीय आय से संबंधित आंकड़ों का जो व्यवस्थित हिसाब-किताब रखता
है उसे राष्ट्रीय आय लेखा कहा जाता है। यह व्यवसाय लेखा की तरह ही दोहरी अंकन
प्रणाली के आधार पर तैयार किया जाता है।
राष्ट्रीय
आय की तीन पहलुओं (1) उत्पादित
अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य (2)
साधन आय का योग तथा (3)
कुल अंतिम व्यय संबंधित विवरणों को राष्ट्रीय आय लेखा कहा जाता है।
राष्ट्रीय
आय लेखांकन के महत्व –
राष्ट्रीय
आय लेखांकन का उपयोग सामान्यतः निम्नांकित कार्यों में किया जाता है-
1. देश की
राष्ट्रीय आय का अनुमान लगाने में।
2. राष्ट्रीय आय
में प्रत्येक क्षेत्र के अंश का अनुमान लगाने में।
3. विभिन्न देशों
की राष्ट्रीय आय की तुलना करने में।
4. देश की आर्थिक
विकास के स्तर की व्याख्या तथा वर्णन करने में
5. राष्ट्रीय आय
में उत्पादन के प्रत्येक साधन के योगदान का अनुमान लगाने में।
प्रश्न 2.
मध्यवर्ती वस्तु तथा अंतिम वस्तु में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर-
मध्यवर्ती
वस्तु-
1. मध्यवर्ती
वस्तु अन्य वस्तुओं के उत्पादन के लिए उपयोग की जाती है।
2. मध्यवर्ती
वस्तु की मांग उत्पादकों द्वारा की जाती है।
3. मध्यवर्ती
वस्तुओं को राष्ट्रीय आय में शामिल नहीं किया जाता।
4. इनकी पुनः
बिक्री की जाती है जिससे इनकी उपयोगिता बढ़ जाती है।
अंतिम
वस्तु-
1. अंतिम वस्तु
अंतिम उपभोग के लिए उपयोग की जाती है।
2. अंतिम वस्तुओं
की मांग उपभोक्ताओं द्वारा की जाती है।
3. अंतिम वस्तुओं
को राष्ट्रीय आय में शामिल किया जाता है।
4. इनको दोबारा
बेचा नहीं जाता तथा उपभोग प्रकिया के दौरान इनकी उपयोगिता कम हो जाती है।
प्रश्न 3.
साधन भुगतान तथा हस्तांतरण भुगतान में अंतर बताएं।
उत्तर:-
साधन भुगतान (Factor
Payment)-
1. यह साधन को
सेवा प्रदान करने के बदले प्राप्त भुगतान है।
2. यह अर्जित आय
है।
3. इसे राष्ट्रीय
आय में शामिल किया जाता है।
4. साधन आय में
किराया, ब्याज, मजदूरी और लाभ
शामिल हैं।
हस्तांतरण
भुगतान (Transfer
Payment)-
1. यह सेवा प्रदान
किए बिना प्राप्त होता है।
2. यह हस्तांतरण
आय है।
3. इसे राष्ट्रीय
आय में शामिल नहीं किया जाता है।
4. हस्तांतरण
भुगतान के उदाहरण हैं बेरोजगारी भत्ता,
छात्रवृत्ति, वृद्धावस्था
पेंशन आदि
प्रश्न 4.
राष्ट्रीय आय तथा निजी आय में अंतर बतायें।
उत्तर:-
राष्ट्रीय आय (National
Income)
1. यह एक देश के
सामान्य निवासियों की आय है।
2. इसमें निजी एवं
सार्वजनिक क्षेत्रों में उपार्जित आय को शामिल किया जाता है।
3. इसमें
राष्ट्रीय ऋण पर ब्याज शामिल नहीं किया जाता।
निजी
आय (Private
Income)
1. यह एक देश के
निजी क्षेत्र की आय है।
2. इसमें केवल
निजी क्षेत्र की आप शामिल की जाती है।
3. इसमें
राष्ट्रीय ऋण पर ब्याज शामिल किया जाता है।
प्रश्न 5.
वैयक्तिक आय क्या है?
उत्तर:-
सभी व्यक्तियों की सभी स्रोतों से प्राप्त आय को वैयक्तिक आय कहते हैं। इसमें साधन
आय और हस्तांतरण आय दोनों प्रकार की आय शामिल होती हैं। चाहे देश की घरेलू सीमाओं
में रहकर प्राप्त हुई हो या विदेशों से। इसमें निगम कर तथा अवितरित लाभ शामिल नहीं
किया जाता। इसकी गणना निम्न सूत्रों की सहायता से की जाती है-
वैयक्तिक
आय= राष्ट्रीय आय - निजी आय - निगम कर- अवितरित लाभ ।
प्रश्न 6.
उत्पादन के चार साधन कौन से हैं तथा प्रत्येक के पारिश्रमिक
को क्या कहते हैं?
उत्तर:-
उत्पादन
के साधन |
पारिश्रमिक
का नाम |
1. भूमि |
1. लगान |
2. श्रम |
2. मजदूरी |
3. पूंजी |
3. ब्याज |
4. उद्यमी |
4. लाभ |
प्रश्न 7
प्रवाह तथा स्टॉक (Stock) में क्या अंतर है?
उत्तर:-
प्रवाह (Flow)-
1. प्रवाह को समय
की एक निश्चित अवधि के संदर्भ में मापा जाता है।
2. प्रवाह में समय
की अवधि होती है।
3. यह एक गतिशील
अवधारणा है।
स्टॉक (Stock)-
1. स्टॉक को
निश्चित बिंदु पर मापा जाता है।
2. स्टॉक की समय
अवधि नहीं होती।
3. यह एक स्थिर
अवधारणा है।
प्रश्न 8.
चालू कीमतों पर राष्ट्रीय आय तथा स्थिर कीमतों पर राष्ट्रीय
आय में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तरः-
चालू कीमतों पर राष्ट्रीय आय-
1. चालू कीमतों पर
राष्ट्रीय आय को मौद्रिक राष्ट्रीय आय कहा जाता है।
2. इसमें
राष्ट्रीय आय की गणना प्रचलित कीमतों पर की जाती है।
3. यह राष्ट्रीय
आय दो कारकों से प्रभावित होती है (क) कीमतों में परिवर्तन तथा (ख) वस्तुओं एवं
सेवाओं के उत्पाद में परिवर्तन।
स्थिर
कीमतों पर राष्ट्रीय आय-
1. स्थिर कीमतों
पर राष्ट्रीय आय को वास्तविक राष्ट्रीय आय कहा जाता है।
2. इसमें
राष्ट्रीय आय की गणना आधार वर्ष की प्रचलित कीमतों पर की जाती है।
3. यह राष्ट्रीय
आय केवल वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन में परिवर्तन से प्रभावित होती हैं।
प्रश्न 9.
चक्रीय प्रवाह में भरण (समावेश) तथा क्षरण (रिसाव) क्या है?
उत्तर:-
भरण ( समावेश) :- भरण अथवा समावेश आय के चक्रीय प्रवाह
में
प्रवेश है। यह चक्रीय प्रवाह के आकार को बढ़ा देता है। यह अर्थव्यवस्था में
उत्पादन की प्रक्रिया में विस्तार करता है। निवेश, निर्यात,
सरकारी खर्च आदि प्रमुख भरण हैं।
क्षरण
(रिसाव):- क्षरण अथवा रिसाव आय के चक्रीय प्रवाह में से निकास है। यह
आय के चक्रीय प्रवाह में स्थिरता के लिए चक्रीय प्रवाह का आकार घटा देता है। यह
अर्थव्यवस्था में उत्पादन की प्रक्रिया में संकुचन करता है। बचत, कर, आयात आदि
प्रमुख क्षरण हैं।
प्रश्न 10.
चित्र के द्वारा वास्तविक प्रवाह तथा मौद्रिक प्रवाह में
अंतर बताएं।
उत्तर:- वास्तविक प्रवाह में परिवार क्षेत्र की ओर से फर्म (उत्पादक) क्षेत्र को साधन सेवाएं प्रवाहित होती है और बदले में फर्म (उत्पादक) क्षेत्र से परिवार क्षेत्र की ओर वस्तुएं तथा सेवाएं प्रवाहित होती है। नीचे चित्र द्वारा दिखाया गया है:-
मौद्रिक प्रवाह में फर्म उत्पादक) क्षेत्र से परिवार क्षेत्र की ओर साधन भुगतान प्रवाहित होती है जबकि परिवार क्षेत्र से फर्म ( उत्पादक) क्षेत्र की ओर उपभोग व्यय प्रवाहित होती है। नीचे चित्र द्वारा दिखाया गया है:
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Long Question Answer)
प्रश्न 1.
राष्ट्रीय आय क्या है? राष्ट्रीय आय की गणना की दो विधियों को
समझाइए ।
उत्तर-
किसी देश की अर्थव्यवस्था द्वारा एक वित्तीय वर्ष के दौरान उत्पादित अंतिम
वस्तुओं व सेवाओं के शुद्ध मूल्य के योग को राष्ट्रीय आय करते हैं इसमें विदेशों
से अर्जित शुद्ध साधन आय भी शामिल होती है।
राष्ट्रीय
आय का लेखांकन संबंधी अवधारणा सर्वप्रथम साइमन कुजनेट्स महोदय द्वारा प्रतिपादित
की गई है। राष्ट्रीय आय के मापन हेतु तीन प्रमुख विधियों का प्रयोग किया जाता है, ये विधियां हैं-
A) आय विधि,
B) उत्पादन विधि
तथा
C) व्यय विधि।
राष्ट्रीय
आय की गणना की आय विधि -
·
आय विधि के
अंतर्गत राष्ट्रीय आय की गणना उत्पाद कारकों के लिए भुगतान के आधार पर किया जाता
है।
·
राष्ट्रीय आय
की गणना के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों तथा व्यवसायिक उपक्रमों
की शुद्ध आय का योग प्राप्त किया जाता है जो कि सभी उत्पादन साधनों की आय का योग
होता है। इस योगफल को घरेलू आय कहते हैं। यदि इस योग में विदेशों से अर्जित शुद्ध
साधन आय को जोड़ दें तो वह राष्ट्रीय आय बन जाती है।
आय
विधि से राष्ट्रीय आय की गणना का सूत्र निम्न है -
राष्ट्रीय
आय = मजदूरी + लगान ब्याज लाभांश + अवितरित+
लाभ + निगम लाभ कर + सार्वजनिक क्षेत्र का अवशेष + मिश्रित आय विदेशों से
अर्जित शुद्ध साधन आय।
राष्ट्रीय
आय की गणना की उत्पादन विधि-
·
इस विधि को
वस्तु सेवा विधि भी कहा जाता है। इसके अंतर्गत यह गणना किया जाता है कि अंतिम
उत्पाद में प्रत्येक उद्योग ने अलग-अलग क्या योगदान दिया है।
·
इस विधि के
अंतर्गत किसी देश में एक वित्तीय वर्ष में उत्पादित अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं का
मूल्य बाजार मूल्यों पर ज्ञात किया जाता है।
·
इस प्रकार
उत्पादन विधि के अंतर्गत राष्ट्रीय आय की गणना किसी देश में एक वर्ष में उत्पादित
अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य बाजार मूल्य पर किया जाता है।
इस
विधि से रास्ट्रीय आय की गणना का सूत्र निम्न है-
राष्ट्रीय
आय = बाजार कीमत पर (प्राथमिक क्षेत्र + द्वितीयक क्षेत्र + तृतीय क्षेत्र) द्वारा
मूल्य वृद्धि + विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय-घिसावट व्यय - शुद्ध अप्रत्यय कर
प्रश्न 2.
जीडीपी से राष्ट्रीय आय की गणना आप कैसे करेंगे? व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
जीडीपी एक देश के घरेलू सीमा के अंदर एक लेखा वर्ष में सभी उत्पादकों
चाहे वे देश के निवासी हो या गैर निवासी के द्वारा जितनी भी अंतिम वस्तुओं और
सेवाओं का उत्पादन होता है। उनके बाजार कीमत के योग को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)
कहा जाता है।
राष्ट्रीय
आय एक देश के घरेलू सीमा के अंदर एक लेखा वर्ष में सभी उत्पादकों द्वारा उत्पादित
अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य (साधन कीमत पर ) तथा विदेशों से प्राप्त
शुद्ध साधन आय का योग राष्ट्रीय आय कहलाता है।
जीडीपी
की सहायता से राष्ट्रीय आय की गणना तीन विधियों से हो सकती है-
A) आय विधि
जीडीपी
= कर्मचारियों का पारिश्रमिक + परिचालन अधिशेष + स्व-नियोजितों की आय + घिसावट +
शुद्ध अप्रत्यक्ष कर
राष्ट्रीय
आय = जीडीपी + विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय (NFIA)
B) उत्पाद विधि-
जीडीपी
बाजार कीमत पर प्राथमिक क्षेत्र का सकल मूल्यवृद्धि + द्वितीय क्षेत्र का सकल
मूल्य वृद्धि + तृतीय क्षेत्र का सकल मूल्य वृद्धि
राष्ट्रीय
आय = जीडीपी + विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय (NFIA)- घिसावट व्यय - शुद्ध अप्रत्यक्ष कर
(C) व्यय विधि-
जीडीपी
= निजी अंतिम उपभोग व्यय + सरकारी अंतिम उपभोग व्यय +सकल घरेलू स्थिर पूंजी
निर्माण + शुद्ध निर्यात
राष्ट्रीय
आय = जीडीपी + विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय ((NFIA) - घिसावट व्यय - शुद्ध अप्रत्यक्ष कर
इस
प्रकार, राष्ट्रीय
आय की गणना में जीडीपी एक महत्वपूर्ण पक्ष है।
प्रश्न 3.
चार क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में चक्रीय प्रवाह को समझाइए |
उत्तर- आप के चक्रीय प्रवाह का चार क्षेत्रीय मॉडल - चार क्षेत्रीय मॉडल खुली अर्थव्यवस्था (Open Economy) को प्रदर्शित करता है। चार क्षेत्रीय चक्रीय प्रवाह मॉडल में विदेशी क्षेत्र' या 'शेष विश्व क्षेत्र (For- eign or Rest of the World Sector) को सम्मिलित किया जाता है। वर्तमान समय में अर्थव्यवस्था का स्वरूप खुली अर्थव्यवस्था का है जिसमें वस्तुओं का आयात एवं निर्यात होता है। जब एक अर्थव्यवस्था शेष विश्व से आयात की गई वस्तुओं का भुगतान करती है तो इसमें देश के बाहर शेष विश्व की ओर मुद्रा का प्रवाह (Outflow) होता है। दूसरी ओर जब एक देश शेष विश्व को निर्यात करता है तो दूसरे देश उसे भुगतान करते हैं। इस प्रकार शेष विश्व से इस देश की ओर मुद्रा का प्रवाह (Inflow) होता है।
खुली
अर्थव्यवस्था में प्रवाह के पाँच प्रमुख स्तम्भ होते हैं-
1) परिवार
क्षेत्र (Household Sector).
2) व्यावसायिक
फर्म (Business Firm),
3) सरकारी
क्षेत्र (Government Sector),
4) क्षेत्र
(Resi of the World Sector),
5) पूँजी बाजार
(Capital Market) |
शेष विश्व
क्षेत्र के समावेश होने पर आयात (M) व निर्यात (X) का भी आप के चक्रीय प्रवाह पर
प्रभाव पड़ता है। आयातों के होने पर चक्रीय प्रवाह से आप का रिसाव (Leakage) होता
है तथा निर्यात किये जाने पर चक्रीय प्रवाह में आप का अन्तःक्षेपण (Injection)
होता है।
संतुलन की शर्त
(Condition of Equilibrium)- चार क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के चक्रीय प्रवाह में
संतुलन की शर्त निम्न प्रकार है-
Y=C+I+G+(X-M)
यहाँ Y = आय अथवा उत्पादन, C = उपभोक्ता व्यप, I = निवेश व्यय, G = सरकारी, (X-M)= शुद्ध निर्यात (यहाँ X= निर्यात तथा M= आयात) ।
JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
अध्याय
व्यष्टि अर्थशास्त्र
समष्टि अर्थशास्त्र
अध्याय 1
अध्याय 2
अध्याय 3
अध्याय 4
अध्याय 5
अध्याय 6
Solved Paper 2023
अध्याय | व्यष्टि अर्थशास्त्र | समष्टि अर्थशास्त्र |
अध्याय 1 | ||
अध्याय 2 | ||
अध्याय 3 | ||
अध्याय 4 | ||
अध्याय 5 | ||
अध्याय 6 | ||
Solved Paper 2023 |