Class 12 Economics अध्याय 1 समष्टि अर्थशास्त्र का परिचय Question Bank-Cum-Answer Book

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प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

Class - 12

अर्थशास्त्र (Economics)

अध्याय 1 समष्टि अर्थशास्त्र का परिचय

बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Question)

1. समष्टि अर्थशास्त्र अध्ययन है-

a. अर्थव्यवस्था में रोजगार का

b. वस्तुओं की पूर्ति के नियम का

c. बाजार में गेहूं की कीमत का

d. कार की मांग में लोच का ।

 

2. 'द जनरल थ्योरी ऑफ एंप्लॉयमेंट, इंटरेस्ट एंड मनी नामक पुस्तक के लेखक कौन है?

a. पीगू

b. माल्थस

c. जे. एम. कीन्स

d. रिकार्डो

 

3. सामान्य कीमत स्तर का अध्ययन किया जाता है?

a. समष्टि अर्थशास्त्र मे

b. व्यष्टि अर्थशास्त्र में

c. दोनों A तथा B

d. किसी में नहीं।

 

4. 'द जनरल थ्योरी ऑफ एंप्लॉयमेंट, इंटरेस्ट एंड मनी पुस्तक किस वर्ष प्रकाशित की गई?

a. 1929

b. 1936

c. 1939

d. 1940

 

5. उद्यमी को प्राप्त होने वाले अंश क्या कहलाता है?

a. मजदूरी

b. ब्याज

c. लाभ

d. लगान

 

6. फर्म क्या है?

a. दुकानदारों का संघ

b. उत्पादक

c. सामाजिक संगठन

d. राजनीतिक संगठन

 

7. अर्थशास्त्र में शब्द व्यष्टि और समष्टि का प्रयोग सर्वप्रथम किस अर्थशास्त्री ने किया था?

a. एडम स्मिथ

b. माल्थस

c. रैग्नर फ्रिश

d. अल्फ्रेड मार्शल

 

8. अर्थशास्त्र के जनक कौन हैं?

a. माल्थस

b. एडम स्मिथ

c. अलफ्रेड मार्शल

d. जॉन मेनाड कीन्स

 

9. वाह्य क्षेत्र से संबंधित है-

a. उपभोग

b. उत्पादन

c. आयात-निर्यात

d. इनमें से कोई नहीं।

 

10. समष्टि अर्थशास्त्र के लिए प्रयुक्त मैक्रो (MACRO) शब्द का क्या अर्थ है?

a. छोटा

b. बड़ा

c. मध्यम

d. इनमें से कोई नहीं।

अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Question Answer)

1. आर्थिक एजेंट से आप क्या समझते हैं?

उत्तर- आर्थिक एजेंट से तात्पर्य उन व्यक्तियों अथवा संस्थाओं से है, जो आर्थिक निर्णय लेते हैं। जैसे उपभोक्ता, सरकार निगम, तथा बैंक आदि।

2. पारिवारिक क्षेत्र का क्या अभिप्राय है?

उत्तर- पारिवारिक क्षेत्र अर्थव्यवस्था के वैसे क्षेत्र है जो अन्य क्षेत्रों को सेवाएं प्रदान करती है तथा आय उपार्जन कर उपभोग पर व्यय करती है अथवा बचत करती है और कर अदा करती है।

3. समष्टि अर्थशास्त्र के अनुसार अर्थव्यवस्था के कितने क्षेत्र होते हैं?

उत्तर- चार क्षेत्र होते हैं - फर्म, सरकार, परिवार तथा वाह्य क्षेत्र |

4. समष्टि अर्थशास्त्र में किसका अध्ययन है?

उत्तर- समष्टि अर्थशास्त्र संपूर्ण अर्थव्यवस्था का अध्ययन है।

5. समष्टि अर्थशास्त्र में किन समस्याओं का अध्ययन किया जाता है?

उत्तर - समष्टि अर्थशास्त्र में सामूहिक स्तर पर आर्थिक समस्याओं का अध्ययन किया जाता है। जैसे कुल उपभोग, राष्ट्रीय आय तथा सामान्य कीमत स्तर आदि।

6. परंपरावादी अर्थशास्त्रियों के सिद्धांत में किन बातों की प्रधानता पाई जाती है?

उत्तर- परंपरावादी अर्थशास्त्रियों के सिदधांत का प्राबल्य था कि सारे श्रमिक जो काम करने के इच्छुक हैं उन्हें काम मिलेगा और सारे कारखाने अपनी पूर्ण क्षमता के साथ काम करते रहेंगे।

7. पूंजीवादी देशों में उत्पादन के साधन (कारक) का आय सृजन प्रक्रिया को बताइये।

उत्तर- पूंजीवादी देशों में उत्पादन के साधन अपनी आय का सृजन उत्पादन की प्रक्रिया एवं उससे प्राप्त निर्गत को बाजार में बेचकर करते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Short Question Answer)

1. व्यष्टि और समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर स्पष्ट करें।

उत्तर-

व्यष्टि अर्थशास्त्र-

1. इसका संबंध व्यक्तिगत आर्थिक इकाई से है। जैसे एक उपभोक्ता का अध्ययन, एक फर्म, एक उद्योग आदि।

2. इसके मुख्य उपकरण मांग तथा पूर्ति हैं।

3. इसे कीमत - सिद्धांत के नाम से भी जाना जाता है।

4. इसके सिद्धांत तथा नियम के लिए पूर्ण रोजगार, पूर्ण प्रतियोगिता, सरकारी हस्तक्षेप की अनुपस्थिति आदि मान्यताएं स्वीकार की जाती है।

समष्टि अर्थशास्त्र

1. यह उन सिद्धांतों, समस्याओं तथा नीतियों का अध्ययन करता है जो पूर्ण रोजगार प्राप्त करने में सहायक होते हैं।

2. इसके मुख्य उकरण सामूहिक मांग, सामूहिक पूर्ति, सामूहिक बचत तथा निवेश आदी हैं।

3. इसे आय तथा रोजगार सिद्धांत के नाम से भी जाना जाता है।

4. इसमें साधनों का आवंटन, आय का वितरण को दी हुई माना जाता है।

2. समष्टि अर्थशास्त्र के महत्व को लिखें।

उत्तर- 1. आर्थिक सिद्धांतों के निर्माण में सहायक - 1929 के महामंदी के पहले के आर्थिक सिद्धांत व्यष्टि अर्थशास्त्र से संबंधित था। परंतु, आर्थिक महामंदी के पश्चात जब नए सिद्धांत प्रचलन में आएँ तो व्यक्तिगत आर्थिक सिद्धांतों का महत्व कम हो गया। मंदी, बेरोजगारी, राष्ट्रीय आय सामान्य मजदूरी स्तर आदि के अध्ययन के लिए समष्टि अर्थशास्त्र की भूमिका बढ़ गई।

2. आर्थिक नीतियों के निर्माण में सहायक: प्रत्येक अर्थव्यवस्था में ऐसी समस्याएं पाई जाती है जिनका संबंध संपूर्ण अर्थव्यवस्था के साथ होता है। जैसे बेरोजगारी की समस्या, मुद्रास्फीति का नियंत्रण, राष्ट्रीय आय के स्तर में वृद्धि आदि। इस प्रकार की समस्याओं का अध्ययन तथा नीति निर्माण समष्टि अर्थशास्त्र में किया जाता है।

3. पूंजीवादी अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण विशेषताएं क्या हैं?

उत्तर-

1. उत्पादन के साधनों पर निजी स्वामित्व होता है।

2. बाजार में निर्गत को बेचने के लिए ही उत्पादन किया जाता है।

3. श्रम सेवाओं का क्रय विक्रय एक कीमत पर होता है। इस कीमत को मजदूरी दर कहा जाता है।

4. उत्पादन का एकमात्र उद्देश्य लाभ अर्जित करना होता है।

5. उत्पत्ति के साधनों पर जिन व्यक्तियों का अधिकार होता है वे सरकारी नियंत्रण से पूर्णतः मुक्त होते हैं।

4. समष्टि अर्थशास्त्र की दृष्टि से अर्थव्यवस्था के चार प्रमुख क्षेत्रों का वर्णन करें।

उत्तर - समष्टि अर्थशास्त्र के अनुसार अर्थव्यवस्था में चार प्रमुख क्षेत्रक होते हैं- 1- फर्म 2 राज्य या सरकार 3 गृहस्थ तथा 4- विदेशी क्षेत्रक

फर्म (Firm) - उत्पादक इकाइयों को फर्म कहा जाता है। फर्म में उद्यमी प्रमुख होता है। वे उत्पादन आगतों को किराये पर लेकर उत्पादन कार्य करता है। उत्पादन प्रक्रिया में वह जोखिम तथा अनिश्चितताओं का वहन करता है।

राज्य या सरकार (State or Government) यह क्षेत्रक कानून बनाता है, उन्हें लागू करता है और न्याय करता है। कई स्थानों पर उत्पादन का कार्य भी करता है। सरकार कर लगाती है और कल्याणकारी कार्य पर व्यय करती है।

परिवार क्षेत्रक (House hold Seator) परिवार का अभिप्राय एक व्यक्ति से है जो अपने उपभोग के विषय में निर्णय लेता है। परिवार के कुछ लोग सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थानों में कार्य करते हैं और कार्य के बदले में मजदूरी तथा वेतन लेते हैं। वे कर देते हैं। उपभोग तथा बचत करते है।

बाह्य क्षेत्रक (External Sector):- बाह्य क्षेत्र अर्थव्यवस्था के व्यापार से संबंधित है। दूसरे देशों से व्यापार के दो रूप हैं- 1. वस्तुओं एवं सेवाओं का आयात तथा निर्यात 2 पूंजी का दूसरे देशों को बाह्य प्रवाह तथा दूसरे देशों से अंतः प्रवाह ।

5. 1929 की महामंदी का वर्णन करें ।

उतर - ब्रिटिश अर्थशास्त्री जॉन मनाई कीन्स से पूर्व अर्थशास्त्रियों का मत था कि सब कर्मचारियों को जो कार्य करने के लिए तैयार हैं नौकरी मिलेगी, कोई बेरोजगार नहीं रहेगा। सभी कारखाने अपनी पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करते रहेंगे । इन अर्थशास्त्रियों को परंपरावादी अर्थशास्त्री कहा जाता है। परंतु, 1929 में तथा इसके बाद के वर्षों में विश्व में महामंदी आई। यूरोप तथा उत्तरी अमेरिका के देशों में उत्पादन तथा रोजगार में गिरावट आई। इससे विश्व के अन्य देश काफी प्रभावित हुए। बाजार में मांग कम हो गई थी। कई कारखाने बंद हो गए। कर्मचारियों को नौकरियों से निकाल दिया गया । संयुक्त राज्य अमेरिका में 1929 तथा 1933 के बीच बेरोजगारी की दर में वृद्धि 3% से 25% हो गई। इसी अवधि में समग्र उत्पादन 33% कम हुआ । सामूहिक रूप में इन सभी को 1929 की महामंदी कहा जाता है।

JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

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