प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 12
अर्थशास्त्र (Economics)
अध्याय 6 प्रतिस्पर्धारहित बाजार
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Question)
1. अपूर्ण प्रतियोगिता में-
a.
औसत आगम और सीमांत आगम बराबर होते हैं,
b.
औसत आगम और सीमांत आगम वक्र एक गति से नीचे गिरते हैं,
c.
औसत आगम वक्र सीमांत आगम वक्रसे अधिक तेजी से नीचे गिरता है।
d. सीमांत आगम वक्र औसत आगम वक्र से अधिक तेजी
से गिरता है।
2. एकाधिकारी मूल्य विभेद की महत्वपूर्ण शर्त
क्या है?
a.
बाजार का पृथक होना
b.
क्रय शक्ति में भिन्नता
c.
मांग की लोच में भिन्नता
d. उपर्युक्त सभी।
3. अपूर्ण प्रतियोगिता में कीमत कम होने पर
बिक्री पर कैसा प्रभाव पड़ेगा?
a.
बिक्री कम हो जाती है,
b. बिक्री अधिक हो जाता है,
c.
बिक्री पर कोई प्रभाव नहीं होता,
d.
उपर्युक्त सभी स्थितियां संभव।
4. प्रतिस्पर्धा रहित बाजार में मांग वक्र होता
है-
a.
सीमांत आगम (MR) वक्र
b.
कुल आगम (TR) वक्र
c. औसत आगम (AR) वक्र
d.
उपर्युक्त में से कोई नहीं।
5. किस बाजार में वस्तु विभेद पाया जाता है?
a.
शुद्ध प्रतियोगिता
b.
पूर्ण प्रतियोगिता
c.
एकाधिकार
d. एकाधिकार प्रतियोगिता।
6. एकाधिकार की
विशेषता है-
a.
विक्रेताओं की अधिक संख्या
b.
फर्म का स्वतंत्र प्रवेश तथा छोड़ना
c. एक विक्रेता तथा अधिक क्रेता
d.
इनमें से कोई नहीं ।
7. निम्नलिखित में
से कौन सी विशेषता एकाधिकारी प्रतियोगिता बाजार से संबंधित
है-
a.
एक विक्रेता
b.
समरूप वस्तुएं
c. वस्तु विभेद
d.
फर्मे के प्रवेश तथा निकासी पर प्रतिबंध ।
8. एकाधिकार की निम्न में से कौन सी विशेषता
नहीं है?
a.
एक विक्रेता तथा अधिक क्रेता
b. विक्रय लागते;
c.
निकट स्थानापन्न का अभाव
d.
फर्म की प्रवेश पर प्रतिबंध ।
9. निकट प्रतिस्थापन वस्तु किस प्रकार की बाजार
में पायी जाती है?
a.
पूर्ण प्रतियोगिता बाजार
b.
एकाधिकार
c. एकाधिकारी प्रतियोगित
d.
इनमें से कोई नहीं ।
10. जिस बाजार संरचना में केवल एक विक्रेता हो उसे कहा जाता है?
a.
एकाधिकारिक प्रतियोगिता
b. एकाधिकार
c.
पूर्ण प्रतियोगिता
d.
इनमें से कोई नहीं ।
11. दीर्घकाल तक एकाधिकारी का लाभ रहता है?
a. धनात्मक
b.
ऋणामक
c.
ऋणात्मक एवं धनात्मक दोनों
d.
उपर्युक्त में से कोई नहीं ।
12. वस्तु बाजार में एकाधिकारी प्रतिस्पर्धा
निम्न में से किस कारण से उत्पन्न होती है?
a.
सजातीय वस्तु
b. असजातीय वस्तु
c.
सजातीय तथा असजातीय वस्तु
d.
इनमें से कोई नहीं।
13. एकाधिकार फर्म
के लिए बाजार मांग वक्र क्या कहलाता है?
a.
कुल आगम वक्र
b.
सीमांत आगम वक्र
c. औसत आगम वक्र
d.
उपरोक्त सभी।
14. किस प्रकार की बाजार संरचना में कीमत कठोरता' की विशेषता पायी जाती है ?
a.
पूर्ण प्रतियोगिता
b.
एकाधिकार
c.
एकाधिकारिक प्रतियोगिता
d. अल्पाधिकार
15. किस बाजार संरचना में एक फर्म के लिए औसत आगम
वक्र की ढाल ऋणात्मक होती है?
a.
पूर्ण प्रतियोगिता
b.
शुद्ध प्रतियोगिता
c. एकाधिकार
d.
इनमें से सभी
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Question Answer)
प्रश्न 1. प्रतिस्पर्धा रहित बाजार के नाम लिखें ।
उत्तर- एकाधिकार
प्रश्न 2. उस बाजार का नाम बताएं जहां नए फर्म के प्रवेश पर प्रतिबंध रहता है?
उत्तर- एकाधिकार
प्रश्न 3. किस बाजार संरचना में कीमत एवं उत्पादन पर फर्म का पूर्ण नियंत्रण होता है?
उत्तर- एकाधिकार
प्रश्न 4. वस्तु बाजार में एकाधिकारी प्रतिस्पर्धा किस कारण उत्पन्न होती है?
उत्तर- निकट प्रतिस्थापन वस्तु के
कारण उत्पन्न होती है।
प्रश्न 5. क्या एकाधिकारी फर्म दीर्घकाल में भी उच्च और धनात्मक लाभ प्राप्त करती है?
उत्तर- हां, एकाधिकारी फर्म
दीर्घकाल में भी उच्च और धनात्मक लाभ प्राप्त करती है।
प्रश्न 6. उस बाजार को क्या कहते हैं जिसमें एकाधिकार तथा प्रतियोगिता दोनों का अस्तित्व
होता है?
उत्तर- एकाधिकारी प्रतियोगिता ।
प्रश्न 7. किस प्रकार के बाजार में फर्म ही उद्योग होता है?
उत्तर- एकाधिकार में फर्म ही
उद्योग होता है।
प्रश्न 8. एकाधिकारी फर्म का अल्पकालीन लाभ दीर्घकाल में समाप्त क्यों नहीं हो जाता?
उत्तर- क्योंकि दूसरी फर्म के
उद्योग में प्रवेश पर प्रतिबंध होता है।
प्रश्न 9. अल्पाधिकार बाजार किसे कहते हैं?
उत्तर- ऐसा बाजार जिसमें वस्तु के कुछ
विक्रेता होते हैं, अल्पाधिकार
बाजार कहलाता है।
प्रश्न 10. द्वि- अधिकार बाजार की परिभाषा दें ।
उत्तर- ऐसा बाजार जिसमें वस्तु के
केवल दो विक्रेता होते हैं द्वि-अधिकार कहलाता है।
प्रश्न 11. विक्रय लागत क्या है?
उत्तर- ऐसी लागतें जो वस्तु की
बिक्री को उत्साहित करने के लिए खर्च किए जाएं जैसे विज्ञापन लागत विक्रय लागत
कहलाती है।
प्रश्न 12. वस्तु विभेद का क्या अर्थ है?
उत्तर- एक वस्तु जिसकी बाजार में
कई किस्में होती है तथा वह एक -दूसरे के निकट प्रतिस्थापन होती है।
प्रश्न 13. कीमत विभेद से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- जब एकाधिकारी
अपनी वस्तु की विभिन्न इकाइयों को अलग- अलग कीमतों पर बेचता है तो उसे कीमत विभेद
कहा जाता है।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Short Question Answer)
प्रश्न 1. बाजार की परिभाषा दीजिए। उन चार तत्वों को लिखें जिनके आधार पर विभिन्न
बाजारों को परिभाषित किया जाता है।
उत्तर- साधारण भाषा
में बाजार एक विशेष स्थान को संबोधित करता है जहां पर क्रेता तथा विक्रेता
प्रत्यक्ष रूप में वस्तुएं खरीदने तथा बेचने के लिए मिलते हैं। किंतु अर्थशास्त्र
में बाजार किसी विशेष स्थान तक सीमित नहीं बल्कि उस संपूर्ण क्षेत्र में संबंध
रखता है जहां क्रेता तथा विक्रेता आपस में मिलते हैं उनका यह संबंध भौतिक रूप में
अथवा संचार के विभिन्न साधनों जैसे ईमेल,
इंटरनेट, मध्यस्थों
आदि हो सकता है।
बाजार को निम्नांकित चार तत्वों के
आधार पर परिभाषित किया जाता है-
1.
क्षेत्र (Area):-
अर्थशास्त्र में बाजार उस सारे क्षेत्र से संबंध रखता है जहां क्रेता तथा
विक्रेता एक दूसरे से भौतिक रूप में अथवा संचार के किसी साधन से संबंध स्थापित कर
सकते हैं।
2.
वस्तु (Commodity):-
बाजार में किसी वस्तु का विनिमय होना आवश्यक है।
3.
क्रेता तथा विक्रेता (Buyers and sellers):- बाजार
एक वस्तु के क्रेता तथा विक्रेताओं को संबोधित करता है यदि इनमें से एक भी पक्ष की
अनुपस्थिति हो तो इसे बाजार नहीं कहा जा सकता।
4.
स्वतंत्र प्रतियोगिता (Free Competition) :- बाजार
में क्रेता तथा विक्रेताओं में स्वतंत्र प्रतियोगिता होनी चाहिए। इनमें जब वस्तु
का विनिमय होता है तो एक कीमत निर्धारित होती है।
प्रश्न 2. अपूर्ण प्रतियोगिता की कोई तीन विशेषताएं बताइए ।
उत्तरः अपूर्ण प्रतियोगिता की तीन
विशेषताएं निम्नांकित हैं:
1.
बिक्री को बढ़ाने के लिए बिक्री लागतों की आवश्यकता होती है।
2.
इसमें क्रेता तथा विक्रेताओं की संख्या तुलनात्मक रूप में कम होती है जो
विभिन्न कीमतों पर भेदात्मक वस्तुएं बेचती है
3.
मांग वक्र ऋणात्मक ढाल वाली होती है।
प्रश्न 3. एकाधिकारी प्रतिस्पर्धा में फर्म की मांग वक्र ऋणात्मक ढाल वाली क्यों होती है?
उत्तर: एकाधिकारी प्रतियोगिता के
अंतर्गत फर्म भेदात्मक उत्पाद बेचती है यह निकट प्रतिस्थापन वस्तु होती है यह फर्म
कीमत को कुछ सीमा तक प्रभावित कर सकती है ऐसी अवस्था में वह अपने उत्पाद का कम
कीमत निर्धारित कर अधिक मात्रा में बेच सकती हैं और अधिक कीमत पर कम वस्तुएं अतः
एकाधिकारी प्रतियोगिता में मांग वक्र ऋणात्मक ढाल वाली होती हैं।
प्रश्न 4. एकाधिकार के अंतर्गत "निकट प्रतिस्थापन का अभाव विशेषता की प्रभाव
को समझाइए ।
उत्तर: एकाधिकारी द्वारा वस्तु के
उत्पादन के लिए कोई निकट प्रतिस्थापन नहीं होता है। एक एकाधिकारी एक निश्चित बाजार
में सभी उत्पादों का उत्पादन करता है। एकाधिकारी ही कीमत निर्धारक होता है परंतु
एकाधिकारी कीमत तथा मांगी गई मात्रा दोनों को एक साथ नियंत्रण नहीं कर सकता। यदि
वह ऊंची कीमत का निर्धारण करता है,
तो कम मात्रा की मांग की जाती है इसके विपरीत कम कीमत पर अधिक मात्रा मांग की
जाती है। एकाधिकार में बेलोचदार मांग वक्र होती है। औसत आगम वक्र ही मांग वक्र
होता है औसत आगम वक्र नीचे की ओर ढालू होता है सीमांत आगम वक्र औसत आगम वक्र के
नीचे होता है तथा इसकी ढाल औसत आगम वक्र से दोगुनी होता है।
प्रश्न 5. तीन विभिन्न विधियों की सूची बनाइए जिनमें अल्पाधिकार फर्म व्यवहार कर सकता
है।
उत्तर :
1.
एक दूसरे को सहयोग करती हैं तथा उनकी नीतियों का एक लिखित औपचारिक अनुबंध होता
है।
2.
एक दूसरे को सहयोग नहीं करती ।
3.
एक दूसरे का सहयोग करती हैं तथा औपचारिक रूप से जुड़ी रहती हैं ।
प्रश्न 6. आप अनम्य कीमत का क्या अभिप्राय है ? अल्पाधिकार के व्यवहार से इस प्रकार का
निष्कर्ष कैसे निकल सकता है?
उत्तरः अनम्य कीमत का
अर्थ कीमत कठोरता से है मांग अथवा लागत में परिवर्तन होने पर भी कीमत में कोई
परिवर्तन नहीं होता। अल्पाधिकार बाजार संरचना में कीमत कठोरता की प्रवृति होता है, क्योंकि
1.
फर्म को प्रतियोगी फर्म की प्रतिक्रिया का डर होता है। फर्म दीर्घकालीन
उद्देश्यों से निर्देश प्राप्त होते हैं हुए वर्तमान कीमतों को बदलना नहीं चाहते ।
2.
नई कीमतें निर्धारित करते समय नई कीमत सूची की छपाई, विज्ञापन लागत
उपभोक्ताओं को सूचना प्रदान करने आदि लागतों को वहन करना पड़ता है परिणाम स्वरूप
फर्म को मिलने वाली लाभ कम हो जाती है।
प्रश्न 7. एकाधिकारी प्रतिस्पर्धा में दीर्घकाल के लिए किसी फर्म का संतुलन शून्य लाभ पर
होने का कारण बताऐ ।
उत्तर: दीर्घकाल में एकाधिकारी प्रतियोगिता
में फर्मों का लाभ शून्य होने का कारण फर्मों का स्वतंत्र प्रवेश तथा बाहर जाना
होता है। यदि फर्में अल्पकाल में अधिक लाभ कमाते हैं, तो दीर्घकाल
में फर्म का प्रवेश होगा । यदि अल्पकाल में फर्म को हानि उठानी पड़ती है तो फर्म
उद्योग से बाहर जाएंगी। इसी कारण दीर्घकाल में फर्म के लाभ शून्य होता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर (Long Question Answer)
प्रश्न 1. एकाधिकार की परिभाषा दें। इसकी मुख्य विशेषताएं बताओ ।
उत्तर: एकाधिकार बाजार की वैसी
अवस्था है जिसमें वस्तु का केवल एक ही विक्रेता होता है, वस्तु के लिए
कोई निकट प्रतिस्थापन नहीं होता तथा नई फर्मों के प्रवेश पर प्रतिबंध होता है।
एकाधिकार की मुख्य विशेषताएं:-
1.
एक विक्रेता तथा बड़ी संख्या में क्रेता :-
एकाधिकार में केवल एक विक्रेता होता है जिसका पूर्ति पर नियंत्रण होता है।
एकाधिकारी बाजार की स्वरूप में फर्म तथा उद्योग में कोई अंतर नहीं होता। फर्म ही
उद्योग होता है क्योंकि उद्योग में किसी और फर्म को प्रवेश नहीं करने दिया जाता।
परंतु, क्रेता
की संख्या अधिक होती है,
कोई अकेला क्रेता बाजार को प्रभावित नहीं कर पाता।
2.
निकट प्रतिस्थापन का अभाव एकाधिकारी
द्वारा वस्तु के उत्पादन के लिए कोई निकट प्रतिस्थापन नहीं होता । एक एकाधिकारी एक
निश्चित बाजार में सभी उत्पादों का उत्पादन करता है। एकाधिकारी ही कीमत निर्धारक
होता है। परंतु, कीमत
तथा मांगी गई मात्रा दोनों पर एक साथ नियंत्रण नहीं रख सकता है, यदि वह ऊंची
कीमत का निर्धारण करता है,
तो कम मात्रा की मांग की जाती है।
3.
नई फर्म के प्रवेश पर प्रतिबंध : एकाधिकार
बाजार में फर्म तथा उद्योग में कोई अंतर नहीं होता क्योंकि इस बाजार में किसी नई
फर्म को उद्योग में प्रवेश नहीं करने दिया जाता है।
4.
कीमत विभेद : एकाधिकारी अपनी वस्तु की
विभिन्न इकाइयों के लिए अलग-अलग कीमतें प्राप्त कर सकता है। उसका विभिन्न क्रेता से
उसी वस्तु की विभिन्न इकाइयों के लिए अलग-अलग कीमत तो प्राप्त करना कीमत विभेद
कहलाता है। वह अपनी वस्तु की विभिन्न बाजारों में से अलग-अलग कीमतें वस्तु की
मूल्य लोच के आधार पर प्राप्त करता है। वस्तु की मूल्य होने पर वस्तु की अधिक कीमत
प्राप्त करेगा।
5.
स्वतंत्र कीमत उत्पादन नीति एकाधिकारी फर्म की
एक अपनी स्वतंत्र कीमत- उत्पादन नीति होती है कोई और फर्म इसे इस तरह की निर्णय
करने के लिए मजबूर नहीं कर सकती। वह अपनी संपूर्ण बिक्री के लिए स्वतंत्र कीमत
उत्पादन नीति अपनाती है।
प्रश्न 2. एकाधिकारी प्रतियोगिता की परिभाषा लिखें इनकी चार प्रमुख विशेषताएं का वर्णन
कीजिए।
उत्तर: एकाधिकारी प्रतियोगिता एक
ऐसी बाजार की अवस्था है जिसमें वस्तु के क्रेता तथा विक्रेता बड़ी संख्या में होते
हैं तथा विक्रेता भेदात्मक परंतु निकट प्रतिस्थापन वस्तुएं बेचते हैं।
इनकी चार प्रमुख विशेषताएं
निम्नलिखित है-
1.
वस्तु विभेद - एकाधिकारी प्रतियोगिता बाजार
में फर्मों वस्तु की विभिन्न किस्में पैदा करती है जो एक दूसरे की निकट
प्रतिस्थापन होती है। वस्तु विभेद वस्तु की नाम आकार, रंग, पैकिंग, गुण, सेवा के प्रकार
आदि के आधार पर होता है जैसी टूथपेस्ट की कई किस्में सिबाका, कोलगेट, क्लोज-अप
उपलब्ध है।
2.
विक्रय लागतें :- एकाधिकारी प्रतियोगिता में
प्रत्येक फर्म विज्ञापन द्वारा अपनी बिक्री बढ़ाना चाहती है। ऐसी बिक्री बढ़ाने
वाली खर्च विक्रप लागत कहलाती है। इसमें सभी प्रकार से विज्ञापन करने वाली तकनीक शामिल
किया जाता है जैसे अखबारों,
पत्रिकाओं, टीवी
आदि।
3.
गैर कीमत प्रतियोगिता :- एकाधिकारी
प्रतियोगिता में फर्म दूसरी फर्म की प्रतियोगिता कीमत परिवर्तन द्वारा नहीं बल्कि
वस्तु की गुणों में सुधार लाकर तथा बिक्री वृद्धि क्रियाओं में परिवर्तन लाकर होती
है। इन तरीके को गैर-कीमंते प्रतियोगिता कहा जाता है। इसमें बिक्री के साथ उपहार
वारंटी आदि शामिल किए जाते हैं। 4.
स्वतंत्र कीमत नीति इस बाजार में सभी उत्पादक की अपनी विशेष वस्तु होती है
इसलिए वे अपनी विशेष कीमत नीति तैयार करते हैं प्रत्येक फर्म अपनी कीमत नीतियों
में समय-समय पर परिवर्तन लाकर नये ग्राहक को आकर्षित करने का प्रयास करती है।
प्रश्न 3. अल्पाधिकार बाजार किसे कहते हैं? इस बाजार की विशेषताओं को लिखें।
उत्तर:- अल्पाधिकार बाजार की एक
ऐसी व्यवस्था है जिसमें कुछ उत्पादक समरूप अथवा विवेकपूर्ण वस्तुएं उत्पादन करते
हैं यदि वह एक दूसरे के प्रतियोगी होते हैं तो गला काट प्रतियोगिता होती है तथा यदि
वह संघ बना लेते हैं तो एकाधिकार जैसी अवस्था बन जाते हैं।
अल्पाधिकार बाजार की विशेषताएं:-
1.
इस बाजार में थोड़ी संख्या में बड़े उत्पादक तथा बड़ी संख्या में क्रेता होते
हैं।
2.
इस बाजार में एकाधिकार तथा एकाधिकारिक प्रतियोगिता की विशेषताएं पाई जाती हैं।
3.
उद्योग की विभिन्न फर्म में कीमत उत्पादन संबंधी निर्भरता पाई जाती हैं।
4.
उद्योग में कीमत स्थिरता पाई जाती है अर्थात वस्तु की कीमत एक बार निश्चित हो
जाए तो दीर्घकाल के लिए टिकी रहती है।
प्रश्न 4. एकाधिकार तथा एकाधिकारी प्रतियोगिता में अंतर स्पष्ट करें ।
उत्तर:-
एकाधिकार
1.
एक विक्रेता होता है।
2.
फर्म के प्रवेश तथा बहिर्गमन पर प्रतिबंध होता है।
3.
कीमत पर नियंत्रण होता है।
4.
समरूप या विभेदीकृत वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है।
एकाधिकारी प्रतियोगिता
1-
एक से अधिक विक्रेता होते हैं।
2.
फर्मों के प्रवेश तथा बहिर्गमन पर कोई प्रतिबंध नहीं होता। 3. कीमत पर सीमित
नियंत्रण होता है।
4. निकट प्रतिस्थापन वस्तु का उत्पादन किया जाता है।
JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
अध्याय
व्यष्टि अर्थशास्त्र
समष्टि अर्थशास्त्र
अध्याय 1
अध्याय 2
अध्याय 3
अध्याय 4
अध्याय 5
अध्याय 6
Solved Paper 2023
अध्याय | व्यष्टि अर्थशास्त्र | समष्टि अर्थशास्त्र |
अध्याय 1 | ||
अध्याय 2 | ||
अध्याय 3 | ||
अध्याय 4 | ||
अध्याय 5 | ||
अध्याय 6 | ||
Solved Paper 2023 |