SHORT MOCK TEST विषय :- हिन्दी (कोर)
पूर्णांक: 25 अंक
खंड 'ए' (बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्र०1. 'बाजार दर्शन' पाठ में भगत जी क्या काम करते हैं?
A.
किताब बेचते है
B.
आम बेचते हैं
C. चूरन बेचते हैं
D.
केला बेचते है।
प्र०2. भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था ?
A.
पार्वती
B.
सरस्वती
C. लछमिन
D.
महादेवी
प्र० 3. 'शेर के बच्चे' के नाम से प्रसिद्ध पहलवान का नाम था -
A.
बादल सिंह
B.
सूरज सिंह
C. चाँद सिंह
D.
लुट्टन
प्र० 4. लुट्टन के दोनों बेटों की मृत्यु किस कारण से हुई?
A.
जहर पीने से
B. मलेरिया-हैजे से
C.
सड़क दुर्घटना में
D.
करंट से
प्र० 5.- 'काले मेघा पानी दे पाठ के लेखक का क्या नाम है?
A.
जैनेंद्र कुमार
B.
महादेवी वर्मा
C.
रघुवीर सहाय
D. धर्मवीर भारती
प्र० 6.- 'गुडधानी' से क्या अभिप्राय है?
A.
अनाज
B.
पानी
C.
धन संपत्ति
D. गुड़-चने से बना लड्डू
प्र०.7- 'शिरीष के फूल' की विधा क्या है?
A.
नाटक
B.
कहानी
C. ललित निबंध
D.
संस्मरण
प्र०-8. बच्चों की टोली 'पानी दे मैया' कहकर किस सेना के आने की
बात कहती है?
A.
बाल सेना
B.
राम सेना
C.
बानर सेना
D. इन्दर सेना
प्र० 9.- 'सिल्वर वेडिंग' का प्रमुख पात्र कौन है?
A.
मनोहर बाबू
B. यशोधर बाबू
C.
किशनदा
D.
इनमें से कोई नहीं।
प्र० 10. 'जूझ' पाठ के लेखक का नाम बताइए?
A.
आनंदा सिंह
B. आनंद यादव
C.
जैनेंद्र
D.
रघुवीर सहाय
प्र० 11. महादेवी वर्मा को किस कृति पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार
प्राप्त हुआ ?
A.
चिदंबरा
B. यामा
C.
नीरजा.
D.
दीपशिखा
प्र० 12. कैसे व्यक्तियों पर बाजार का जादू चलता है?
A.
जो संतुष्ट न हो
B. जिनका मन खाली हो
C.
जिनमें दिखावा न हो
D.
इनमें से कोई नहीं
प्र० 13. हिंदी के प्रसिदध आंचलिक कथाकार कौन हैं?
A.
प्रेमचंद
B. फणीश्वरनाथ रेणु
C.
जैनेन्द्र
D.
धर्मवीर भारती
प्र०14. लोक प्रचलित विश्वास और विज्ञान के द्वंद का सुंदर चित्रण
किस पाठ में किया गया है?
A.
भक्तिन
B.
बाजार दर्शन
C. काले मेघा पानी दे
D.
इनमें से कोई नहीं
प्र० 15. 'कालजयी अवधूत 'कहकर हजारी प्रसाद द्विवेदी ने किसे
संबोधित किया ?
A.
अशोक के फूल
B.
गुड़हल का फूल
C. शिरीष के फूल
D.
गुलाब का फूल
प्र० 16. जाति प्रथा को ही श्रम विभाजन का एक कारण के रूप में
किसने माना?
A. डॉ भीमराव अंबेडकर
B.
प्रेमचंद
C.
जैनेंद्र
D.
महादेवी वर्मा
खंड 'ख' (लघु उत्तरीय प्रश्न)
प्र० 1. लेखक ने चूरन बेचने वाले भगत जी की क्या-क्या विशेषताएं
बतलाई हैं?
उत्तर-
भगत जी केवल अपनी जरूरत के अनुसार कमाते हैं तथा उसे खर्च करते हैं। उनमें संचय की
प्रवृत्ति नहीं है, उनका अपने मन पर नियन्त्रण है। भगत जी का यह आचरण हमारे समाज के
लिए अनुकरणीय है। दिखावे की प्रवृत्ति समाज में अंसतोष, कपट, शोषण को बढ़ाती है। चूरन
बेचने वाले भगत जी छः आना में चूरन बेचा करते थे, वे काफी लोकप्रिय थे इसके बावजूद
भी उन्होंने चूर्ण को केवल अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए चुना, व्यवसाय के
लिए नहीं।
प्र० 2. लुट्टन पहलवान ने ऐसा क्यों कहा होगा कि मेरा गुरु कोई
पहलवान नहीं यही ढोल है?
उत्तर
:- लुट्टन ने किसी गुरु से पहलवानी नहीं सीखी थी। चाँद सिंह के साथ हुए मुकाबले में
उसने ढोल की आवाज़ से प्रेरणा प्राप्त की थी और 'शेर के बच्चे' चाँद सिंह को हरा पाया
था। उसके बाद से ही उसने ढोल को अपना गुरु मान लिया। अपने पुत्रों-शिष्यों को भी वह
ढोल की आवाज़ में छिपे प्रेरणादायक उक्तियों को पहचानने की शिक्षा दिया करता था।
खंड 'स' (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
प्र० 1. स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास लेखक के मन में कैसे
पैदा हुआ
उत्तर
:- श्री सौंदलगेकर मास्टर का मराठी कविता पढ़ाने की शैली ने लेखक को कविता के प्रति
रुचि जगायी। उनका सस्वर काव्यपाठ, कक्ष छंद, लय, गति, अलंकार आदि का अध्यापन लेखक को
कविता समझने में सहायक होता है। स्वयं श्री सौंदलगेकर की कविता एवं अन्य कवियों के
संस्मरण से लेखक को विश्वास हुआ कि कवि किसी दूसरे लोक के नहीं, बल्कि मनुष्य ही होते
हैं। मास्टर जी की 'मालती की बेल' कविता से लेखक को लगा कि वह भी अपने आस-पास की चीजों
पर कविता रच सकता है। पाठशाला के समारोह में गायन तथा मराठी मास्टर के प्रोत्साहन और
शाबाशी से लेखक में आत्मविश्वास पैदा हुआ कि वह भी कविता रच सकता है।