Class 11th ECONOMICS PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 09.12.2023

Class 11th ECONOMICS PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 09.12.2023

Class 11th ECONOMICS PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 09.12.2023


झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, राँची

(Jharkhand Council of Educational Research And Training, Ranchi)

PROJECT RAIL

(REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)

09.12.2023

विषय (sub ) - ECONOMICS

समय ( Time ) - 90min.

कक्षा (Class) - 11th

पूर्णांक (Marks) -40

सामान्य निर्देश

1) सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।

2) इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न है।

3) वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है।

4) गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।

5) वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

6. अति लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12, लघु उत्तरीय प्रश्न 13 से 14, और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

 Section - A 10x 2 = 20

1. भारत में आर्थिक सुधार किस वर्ष शुरू हुआ?

(क) 1951

(ख) 1985

(ग) 1991

(घ) 2001

2. नई आर्थिक नीति 1991 को क्या कहा जाता है?

(क) एल-टर्न नीति

(ख) एस-टर्न नीति

(ग) यू-टर्न नीति

(d) इनमें से कोई नहीं

3. नई आर्थिक नीति में कौन सी नीति शामिल है?

(क) उदारीकरण

(ख) उदारीकरण

(ग) वैश्वीकरण

(घ) ये सभी

4. दुनिया को एक बाजार के रूप में मानने का मतलब है

(क) वैश्वीकरण

(ख) उदारीकरण

(ग) निजीकरण

(घ) केंद्रीकरण

5. नई आर्थिक नीति की प्राथमिकताएं क्या हैं?

(क) उत्पादन में वृद्धि

(ख) उद्योगों का विस्तार

(ग) मानव संसाधन का विकास

(घ) उपर्युक्त सभी

6. वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र के लिए कितने उद्योग आरक्षित हैं?

(क) 2

(ख) 3

(ग) 4

(घ) 8

7. वर्तमान में औद्योगिक लाइसेंस की आवश्यकता वाले उद्योगों की संख्या कितनी है?

(क) 3

(ख) 4

(ग) 5

(घ) 6

8. मानव पूंजी निर्माण में शामिल हैं

(क) शिक्षा में निवेश

(b) स्वास्थ्य में निवेश

(ग) प्रशिक्षण में निवेश

(घ) उपर्युक्त सभी

9. किसी भी देश के मानव विकास को मापने के लिए एक सूचकांक को किस रूप में जाना जाता है?

(क) पीपीटी

(ख) मानव विकास सूचकांक

(ग) एसबीआई

(घ) एचआईडी

10. मानव पूंजी निर्माण में समस्याएं हैं

(क) बढ़ती जनसंख्या

(ब) प्रतिभा पलायन

(ग) निम्न शैक्षणिक स्तर

(घ) उपर्युक्त सभी

SECTION-B (2X2=4) (Very Short Question)

11. वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं?

उत्तर - वैश्वीकरण का तात्पर्य एक देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ने से है साथ ही विभिन्न देशों के बीच स्वतंत्र व्यापार एवं पूँजी का प्रवाह हो सके।

12. मानव पूंजी निर्माण क्या है?

उत्तर - मानव पूँजी निर्माण का तात्पर्य शिक्षित स्वस्थ एवं कौशल युक्त लोगों की संख्या में वृद्धि से है जो किसी देश के आर्थिक एवं समाजिक विकास के लिए आवश्यक होता है।

SECTION-C (2X3 = 20) (Short Question)

13. निजीकरण से आपका क्या तात्पर्य है?

उत्तर - निजीकरण एक ऐसी आर्थिक प्रक्रिया है जिसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, औद्योगिक संस्थान और इकाइयों को निजी क्षेत्र मे स्थानांतरित किया जाता है।

14. मानव विकास सूचकांक क्या है?

उत्तर - मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) एक सांख्यिकीय उपकरण है जिसका उपयोग किसी देश की सामाजिक और आर्थिक आयामों में समग्र उपलब्धि को मापने के लिए किया जाता है। किसी देश के सामाजिक और आर्थिक आयाम लोगों के स्वास्थ्य, उनकी शिक्षा प्राप्ति के स्तर और उनके जीवन स्तर पर आधारित होते हैं।

SECTION-D (2X5= 10) (Long Question)

15. भारत में मानव पूंजी निर्माण के निम्न स्तर के कारणों का वर्णन करें

उत्तर - भारत में पूँजी निर्माण की मुख्य समस्याएँभारत में अनेक समस्याएँ हैं जिस कारण मानव पूँजी निर्माण करने में बाधा उत्पन्न होती है। ये समस्याएँ निम्न प्रकार।

1. निर्धनता एवं बेरोजगारी: भारत में बेरोजगारी एवं निर्धनता मुख्य समस्याएं हैं। इनके कारण लोगों के पास आर्थिक संसाधनों का अभाव रहता है जिस कारण वे लोग बुनियादी शिक्षा एवं अति आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ भी प्राप्त नहीं कर पाते। इस कारण मानव पूंजी निर्माण में बाधा उत्पन्न होती है।

2. निरक्षरता: भारत में आज भी साक्षरता दर अत्यन्त नीची है तथा महिला साक्षरता दर तो बहुत कम है। भारत में वर्ष 2000 में पुरुषों की वयस्क साक्षरता दर मात्र 68.4 प्रतिशत तथा महिलाओं में यह केवल 45.4 प्रतिशत थी, यह वर्ष 2015 में बढ़कर क्रमशः 81 प्रतिशत एवं 63 प्रतिशत हो गई। अत: साक्षरता की निम्न दर मानव पूंजी निर्माण की मुख्य बाधा है।

3. श्रम की कार्यकुशलता एवं प्रशिक्षण का अभाव| भारत में अधिकांश श्रमिक निरक्षर एवं निर्धन हैं, अत: उनमें कार्यकुशलता का अभाव पाया जाता है। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, अत: देश में मानव पूंजी निर्माण धीमी गति से ही सम्भव हो पाता है।

4. स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव: देश की जनसंख्या के हिसाब से यहाँ स्वास्थ्य सुविधाओं का नितान्त अभाव है तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से लोगों को आवश्यक सुविधाएँ भी उपलब्ध नहीं हो पाती हैं तथा मानव पूंजी निर्माण नहीं हो पाता है।

5. शिक्षा सुविधाओं का अभाव: भारत में संसाधनों के अभाव के कारण यहाँ पर शिक्षा के क्षेत्र में अधिक व्यय नहीं किया जा सका, अतः देश में शिक्षा सुविधाओं का अभाव रहता है जिससे साक्षरता दर नीची बनी हुई है, विशेष रूप से महिला साक्षरता दर काफी नीची है। यह मानव पूंजी निर्माण की एक प्रमुख समस्या है।

16. आपको नई आर्थिक नीति की आवश्यकता क्यों है?

उत्तर - नई आर्थिक नीति की आवश्यकता भारत की अर्थव्यवस्था को उभारने के लिए पड़ी। नई आर्थिक नीति 1991 में लागू की गई।

अर्थव्यवस्था में त्वरित सुधारों के लिये स्थिरीकरण उपायों को अमल में लाया गया। इसके तहत रुपए के विनिमय दर का अवमूल्यन करना, आईएमएफ से उधार लेना, कीमत में स्थिरीकरण तथा मुद्रा की आपूर्ति बढ़ाने जैसे उपायों पर बल दिया गया।

• नई आर्थिक नीति में औद्योगिक सुधारों के तहत छः उद्योगों को छोड़कर अन्य उद्योगों को लाइसेंस मुक्त किया गया, बाज़ार आधारित उत्पादन नीति को बढ़ावा दिया गया तथा तकनीकी उन्नयन हेतु पूंजीगत वस्तुओं के आयात पर छूट दी गई।

•वित्तीय सुधारों के तहत रिज़र्व बैंक की भूमिका को नियामक के स्थान पर सुविधादाता के रूप में बदल दिया गया ।

• विदेशी संस्थाओं को भारतीय वित्त बाज़ार में निवेश की अनुमति दी गई।

• राजकोषीय सुधारों के तहत कर को तर्कसंगत बनाकर कर की मात्रा में वृद्धि की गई, विदेशी व्यापार को बढ़ावा देने के लिये आयातों पर प्रतिबंध लगाए गए।

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