Class 11th Geography PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 06.01.2024

Class 11th Geography PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 06.01.2024

Class 11th Geography PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 06.01.2024

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची

(Jharkhand Council of Educational Research and Training, Ranchi)

PROJECT RAIL (REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)

06.01.2024

विषय (sub ) - GEOGRAPHY

विषय (Sub) - Geography

कक्षा (Class) - 11

समय (Time) - 90 Min.

पूर्णांक (Marks) - 40

सामान्य निर्देश :-

1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।

2. इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न हैं।

3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 2 अंक लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित है।

4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।

5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए है, सही विकल्प (a, b, c, d) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

6. अति लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12, लघु उत्तरीय प्रश्न 13 से 14 और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना है।

7. परीक्षा की समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी।

SECTION-A (2x10=20) (Objective question)

1. भारत के विशाल मैदान भाग का अपवाह प्रतिरूप है-

(a) वृक्षाकार

(b) जालीनुमा

(c) आयताकार

(d) अभिकेंद्रीय

2. प्रायद्वीपीय नदियों का मुख्य जल विभाजक है-

(a) पूर्वी घाट

(b) पश्चिमी घाट

(c) विंध्याचल

(d) इनमें से कोई नहीं

3. भारत की कौन सी नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है?

(a) माही नदी

(b) गोदावरी नदी

(c) व्यास नदी

(d) गंगा नदी

4. निम्नलिखित में से किस राज्य में सर्दी के महीने में बाढ़ आती है?

(a) तमिलनाडु

(b) असम

(c) पश्चिम बंगाल

(d) केरल

5. कोपेन के जलवायु वर्गीकरण का संकेतांक Cwgआच्छादित करता है-

(a) गंगा मैदान को

(b) महानदी घाटी को

(c) कावेरी घाटी को

(d) गोदावरी घाटी को

6. अधिकांशतः लवणीय नदी किस अपवाह तंत्र का अंग है?

(a) अरब सागर

(b) बंगाल की खाड़ी

(c) हिंद महासागर

(d) इनमें से कोई नहीं

7. भारत में मानसून पवनों की अवधि है-

(a) 61 दिन

(b) 90 दिन

(c) 120 दिन

(d) 150 दिन

8. नर्मदा एवं ताप्ती नदियां समुद्र में गिरते समय किस संरचना का निर्माण करती हैं?

(a) डेल्टा

(b) ज्वारनदमुख

(c) नदी द्रोणी

(d) इनमें से कोई नहीं

9. झारखंड में वर्षा किस मानसून से होती है?

(a) उत्तर पूर्वी मानसून

(b) दक्षिण पश्चिम मानसून

(c) हार्वेस्टर

(d) उपरोक्त में से कोई नहीं

10. भूमिबंधित या अंतर्ध्वाती नदी कौन सी है ?

(a) गंगा नदी

(b) कावेरी नदी

(c) महानदी

(d) लूनी नदी

Section - B

11. हिमालय अपवाह तंत्र की नदियों द्वारा निर्मित आकृतियां कौन सी हैं?

उत्तर - इन नदियों द्वारा गहरी महाखड्डु वी आकार की, क्षिप्रिकाए तथा जलप्रपात निर्मित होती हैं।

12. जेट स्ट्रीम धारा क्या है

उत्तर - वायुमंडल की वह धारा जो भारत के गंगा के मैदान में पश्चिम से पूर्व की ओर चलती हैं।

Section - C

13. उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र क्या है?

उत्तर - दोनों गोलार्थों की ओर से व्यापारिक हवाएं भूमध्यरेखीय निम्न वायुदाब पेटी पर आकर मिलती हैं इसलिए यह निम्न वायुदाब पेटी अंतः उष्णकटिबंधीय अभिसरण का क्षेत्र कहा जाता है।

14. भारत में नदियों को आपस में जोड़ने के सामाजिक आर्थिक लाभ क्या है?

उत्तर - भारत में नदियों को आपस में जोड़ने से देश के विभिन्न भागों में आने वाली बाघों तथा भीषण सूखे के प्रभाव को काफी सीमा तक काम किया जा सकता है। इससे देश में जल का समुचित प्रबंध तो होगा ही साथ ही कृषि उत्पादन में वृद्धि होने से सामाजिक आर्थिक समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है।

Section - D

15. भूमंडलीय तापन क्या है ? भूमंडलीय तापन के प्रभाव को समझाएं।

उत्तर - भूमंडलीय तापन को हरित गृह प्रभाव भी कहा जाता है। धरातलीय वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा में वृद्धि होने से वायुमंडलीय तापमान में होने वाली वृद्धि को भूमंडलीय तापन कहा जाता है।

भूमंडलीय तापन के प्रभावः-

1. बढ़ते तापमान से हिमानियों तथा समुद्री रिंग के पिघलने की प्रक्रिया को बल मिलेगा जिससे सागर के जल के ताल में वृद्धि हो जाएगी।

2. प्राकृतिक रूप से आने वाली बाढ़ो की संख्या बढ़ जाएगी।

3. जलवायु परिवर्तन से मलेरिया जैसी क कीटजन्य बीमारियां बढ़ेंगे ।

4. जलवायु में व्यापक स्तर पर परिवर्तन होंगे जिससे कुछ क्षेत्र अधिक आई हो जाएंगे तो कुछ क्षेत्र अधिक शुष्क हो जाएंगे ।

5. भूमंडलीय तापमान में जनसंख्या तथा पारितंत्र में भी बदलाव आएगा।

16. अपवाह प्रतिरूप क्या है ? भारत के अपवाह प्रतिरूपों के प्रकारों की व्याख्या करें।

उत्तर - नदियों तथा सहायक नदियों के विन्यास को अपवाह प्रतिरूप कहा जाता है।

अपवाह के प्रमुख रूप से चार प्रतिरूप उल्लेखित हैं।

1. वक्षाकार या धूम आकृतिक अपवाह प्रतिरूप- इस प्रकार का अपवाह प्रतिरूप वृक्ष की शाखों के समान होता है।

2. क्षारीय अपवाह प्रतिरूप-अपवाह प्रतिरूप के अंतर्गत नदियां किसी पर्वत से उदगमित होकर चारों दिशाओं में प्रवाहित होती हैं।

3. जलीलुमा अपवाह प्रतिरूप- जाली नुमा अपवाह प्रतिरूप में मुख्य नदियां एक दूसरे के समानांतर प्रवाहित होती, जबकि उनकी सहायक मुख्य नदियों से समकोण पर मिलती हैं।

4. अभिकेंद्रीय अपवाह प्रतिरूप- इस अपवाह प्रतिरूप में नदियां सभी दिशाओं से प्रवाहित होकर किसी गत या झील में गिरती हैं।

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