अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund)
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund)
प्रश्नः- अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के संगठन, उद्देश्यों
तथा कार्यों की आलोचनात्मक समीक्षा करे ? उत्तर
- प्रथम विश्व युद्ध के बाद, स्व र्ण मान
टूटने के कारण अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार एवं भुगतान के क्षेत्र में काफी कविनाइयां
होने लगी। द्वितीय विश्व युद्ध ने भी विदेशी, विनिमय और व्यापार के क्षेत्र में
अव्यवस्था की स्थिति पैदा कर दी। संसार के देशों के सामने गम्भीर प्रतिकूल भुगतान
सन्तुलन की समस्या विद्यमान थी। अतः सब देशों ने यह अनुभव किया कि इस समस्या के
दीर्घकालीन एवं स्थायी हल के लिए पारस्परिक समझौता के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय
मौद्रिक सहयोग की स्थापना की जाय। फलस्वरूप 1944 में अमेरिका के ब्रेटनवुड्स नामक स्थान में एक
अन्तर्राष्ट्रीय मौद्रिक
सम्मेलन बुलाया गया जिसमे 44
देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और पर्याप्त विचार विमर्श के बाद एक ऐसे माध्यम
की खोज की जिससे अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार और भुगतान में सरलता हो स के। इस प्रकार एक
अन्तर्राष्ट्रीय मौद्रिक संग ठ न
के रूप में अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की स्थापना 27 दिसम्बर 1945 को
वाशिंगटन में हुई, किंतु वास्तविक रूप में अन्तर्राष्ट्…