मांग की लोच (Elasticity of Demand)
प्रश्न- माँग की लोच
का क्या अर्थ है। इसे कैसे मापा जाता है? कीमत, आय एवं प्रतिस्थापन की माँग की लोच
के बीच संबंध की व्याख्या करे? उत्तर
:- माँग का नियम यह बतलाता है कि किसी वस्तु के मूल्य में वृद्धि
होने से उसकी माँग कम हो जाती है तथा उसके मूल्य में कमी होने से माँग बढ़ जाती है।
अतः मूल्य में परिवर्तन के फलस्वरूप माँग में कितना परिवर्तन होता है, इसे स्पष्ट करने
के लिए माँग की लोच का सहारा लिया जाता है। दूसरे शब्दों में, माँग की लोच की धारणा
हमे यह बतलाती है कि मूल्य में परिवर्तन के फलस्वरूप माँग में किस गति अथवा दर से परिवर्तन होगा। माँग की लोच की परिभाषा विभिन्न
अर्थशास्त्रियो द्वारा प्रस्तुत किये गये है - कैयर्नक्रास के शब्दो में,
"किसी वस्तु की माँग की लोच वह गति या दर है जिस पर मूल्य में परिवर्तन होने से खरीद
की मात्रा में परिवर्तन होता है।" प्रो. बोल्डिंग के अनुसार,
"किसी वस्तु के मूल्य में एक प्रतिशत परिवर्तन के फलस्वरूप, उसकी माँग की मात्रा
मे जो प्रतिशत परिवर्तन होता है, उसे मांग की लोच कहते है।" प्रो. मार्शल के शब्दों में,
"बाजार में मांग की लोच
अधिक या कम तब ह…