झारखंड
शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची
(Jharkhand
Council of Educational Research and Training, Ranchi)
PROJECT
RAIL
(REGULAR
ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING)
SOE
SCHOOL – 13.09.2024
Subject
– Economics ; Class - XII
Time
Allowed - 90 Min.
Maximum
Marks - 40
सामान्य
निर्देश :-
1.
सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
2
इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न हैं।
3.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय
प्रश्न के लिए 5 अंक निर्धारित
4.
गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।
5.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए है। सही विकल्प (a,b,c,d) का चयन
कर उत्तरपुस्तिका में लिखना है।
6.
अति लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12, लघु उत्तरीय प्रश्न 13 से 14 और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तरपुस्तिका में लिखना है।
7.
परीक्षा समाप्ति से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा से बाहर जाने की अनुमति नहीं
है।
Section - A (2x10) 20 (Objective Question)
1. कृषि उपकरण के लिए लिया गया ऋण प्रायः किस वर्ग में आता है?
(a)
अल्पकालीन ऋण
(b) मध्यकालीन ऋण
(c)
दीर्घकालीन ऋण
(d)
उपर्युक्त में से कोई भी नहीं
2. नाबार्ड कब स्थापित हुआ?
(a) 12 जुलाई 1982
(b)
12 जुलाई 1984
(c)
12 जून 1982
(d)
12 जून 1984
3. ग्रामीण साख एवं विकास की शीर्ष संस्था है-
(a)
रिजर्व बैंक
(b)
ग्रामीण बैंक
(c)
कृषि विकास एवं पुनर्वित्त निगम
(d) नाबार्ड
4. मानव विकास है:-
(a) एक साधन
(b)
एक साध्य
(c)
साधन एवं साध्य दोनों
(d)
उपर्युक्त में से कोई भी नहीं
5. मानव पूँजी में सम्मिलित है :-
(a) श्रमिक तथा उद्यमी दोनों
(b)
श्रमिक
(c)
संपूर्ण जनसंख्या
(d)
उद्यमी
6. एक सूचक जो देश के मानव विकास को मापता है
(a)
PPT
(b)
SBI
(c)
RBI
(d) HDI
7. कौन संस्था किसानों को प्रत्यक्ष ऋण नहीं प्रदान करती?
(a) नाबार्ड
(b)
व्यापारिक बैंक
(c)
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(d)
प्राथमिक कृषि साख समिति
8. मानव पूँजी में सम्मिलित है
(a)
स्वास्थ्य
(b)
शिक्षा
(c)
व्यावसायिक कौशल
(d) इनमें से सभी
9. 'General Theory of Employment, Interest and Money' नामक पुस्तक
के लेखक कौन है?
(a)
पीगू
(b)
माल्थस
(c) जे.एम. कीन्स
(d)
मार्शल
10. उत्पादन में सक्रिय घटक है
(a) मानव पूँजी
(b)
भौतिक पूँजी
(c)
उपर्युक्त दोनों
(d)
उपर्युक्त में से कोई भी नहीं
SECTION - B (2x2=4) अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Question)
11. मानव पूँजी निर्माण के दो प्रमुख स्रोत बताइए?
उत्तर
– मानव पूँजी निर्माण के दो प्रमुख स्रोत हैं:-
(i)
आंतरिक स्रोत
(ii)
बाह्य स्त्रोत
12. ग्रामीण विकास का क्या अर्थ है?
उत्तर
- ग्रामीण विकास एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों
के जीवन स्तर में सुधार के प्रयास किए जाते हैं।
SECTION - C (2x3=6) लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Question)
13. मानव पूँजी एवं मानव विकास में क्या अंतर है?
उत्तर
- मानव पूँजी एवं मानव विकास में निम्नलिखित अंतर है
(i)
मानव पूँजी शिक्षा एवं स्वास्थ्य के घटकों को सम्मिलित करते हुए श्रम उत्पादकता में
वृद्धि का एक साधन है, जबकि मानव विकास साध्य है।
(ii)
मानव पूँजी साधन है क्योंकि व्यक्ति के कौशल, ज्ञान एवं प्रशिक्षण का प्रयोग उत्पादन
प्रक्रिया में होता है। मानव विकास एक लक्ष्य है जिसका अभिप्राय व्यक्तियों में अच्छी
शिक्षा, कौशल, प्रशिक्षण के साथ अच्छा स्वास्थ्य भी सुनिश्चित करना है।
(iii)
मानव पूँजी निर्माण वस्तुतः मानव विकास के लक्ष्य की प्राप्ति का मार्ग है। इस प्रकार
मानव पूँजी एवं मानव विकास के घटक परस्पर पूरक है।
14. कृषि साख का गैर-संस्थागत स्रोत क्या है?
उत्तर
- कृषि साख के गैर-संस्थागत स्रोत हैं-
साहूकार
:- साहूकार वे व्यक्ति हैं, जिनका मुख्य व्यवसाय
रूपया उधर देना है। साहूकारों को दो भागों में बाँटा जा सकता है
(i)
पेशेवर साहूकार :- इनका मुख्य व्यवसाय लोगों को रूपया
उधर देना है।
(ii)
गैर-पेशेवर साहूकार :- ये अन्य व्यवसाय में कार्यरत
रहते हुए भी रुपया उधार देने का काम करते हैं।
SECTION - D (2x5 =10) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Question)
15. भारत में कृषि साख की समस्याएँ क्या है?
उत्तर
- भारत में कृषि साख की समस्याएँ निम्नलिखित हैं
(i)
संस्थागत साख संस्थाओं का अभाव :- ग्रामीण क्षेत्र में साख
प्रदान करने वाली संस्था का अभाव है। अतः यहाँ महाजन व साहूकार ही प्रमुख रूप से ऋण
प्रदान करते हैं।
(ii)
समन्वय का अभाव :- कृषि साख संबंधी आपूर्ति करने वाली
विभिन्न संस्थागत संस्थाओं के कार्य-कलापों में समन्वय का अभाव है।
(iii)
समय व धन की हानि :- कृषकों को ऋण प्राप्ति करने में प्रायः
अनेक बार वित्त संस्थाओं के चक्कर लगाने पड़ते हैं, जिनमें समय तथा धन की हानि होती
है।
(iv)
ऊँची ब्याज दर :- ग्रामीण क्षेत्रों में जो साहूकार व
महाजन साख प्रदान करते हैं, वे किसानों से ऊँची दर से ब्याज लेते हैं।
(v)
लंबी कागजी कार्यवाही :- कृषकों को ऋण लेने के लिए
अपनी भूमि संबंधी कागजात जमा करने होते हैं। इसके लिए सुविधा शुल्क भी देना होता है।
16. भारत में मानव पूँजी निर्माण का स्तर निम्न होने के क्या कारण हैं?
उत्तर
- भारत में मानव पूँजी निर्माण का स्तर निम्न होने के मुख्य कारण हैं:-
(i)
जनसंख्या में वृद्धि :- भारत में जनसंख्या वृद्धि
तीव्र गति से हो रही है। इतनी अधिक जनसंख्या के विकास के लिए बहुत अधिक साधनों की आवश्यकता
होती है।
(ii)
निम्न उत्पादकता :- मानव पूँजी में सुधार के लिए जो विनियोग
किया जाता है, उसके बदले में तत्काल ही आय प्राप्त नहीं होती।
(iii)
इच्छा शक्ति का अभाव :- भारत में निवास करने वाले
लोग निम्न जीवन स्तर व्यतीत कर रहे होते हैं, उनमें तीव्र ऊपर उठने की तीव्र इच्छा-शक्ति
का अभाव होता है।
(iv)
कृषि-प्रधान अर्थव्यवस्था :- भारत की अर्थव्यवस्था कृषि
प्रधान है तथा कृषि में तकनीकी के प्रयोग की संभावनाएँ कम है।
(v)
रूढ़िवादिता :- भारत में व्याप्त रूढ़िवादी विचार तकनीकी
ज्ञान को अपनाने व उसे लागू करने में बाधा सिद्ध होते हैं।
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