Class 11 Geography 14. जैव-विविधता एवं संरक्षण (Biodiversity and Conservation)
Class 11 Geography 14. जैव-विविधता एवं संरक्षण (Biodiversity and Conservation) प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book) Class - 11 भूगोल (Geography) 14.
जैव-विविधता एवं
संरक्षण ( Biodiversity and Conservation ) पाठ के मुख्य बिंदु ☞ किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में पाए जाने वाले जीवों की
संख्या और उनकी विविधता को जैव-विविधता कहते हैं। ☞ पृथ्वी पर जैव-विविधता एक जैसी नहीं है। सबसे अधिक जैव-विविधता
उष्ण कटिबंधीय प्रदेशों में है। ☞ जैव-विविधता को आनुवंशिक, प्रजातीय एवं पारितंत्रीय जैव-विविधता
ये तीन स्तरों पर समझा जाता है। ☞ जिस पारितंत्र में जितनी प्रकार की प्रजातियाँ होंगी वह पारितंत्र
उतना ही अधिक स्थायी होगा। ☞ जनसंख्या वृद्धि के कारण वनों के अत्यधिक कटाव से अनेक जैव
प्रजातियों के प्राकृतिक आवासों का विनाश हुआ है, जिससे अनेक प्रजातियों की संख्या
में तेजी से कमी आई है। ☞ प्राकृतिक संसाधनों व पर्यावरण संरक्षण की अंतर्राष्ट्रीय
संस्था ने संकटापन्न पौधों व जीवन की प्रजातियों को उनके संरक्षण के उद्देश्य से तीन
वर्गों में विभाजित किया है-संकटापन्न प्रजातियाँ, सुभेद्य प्रजातियाँ और दुर्लभ प्रजातियों। ☞ भारत सरकार ने विभिन्न प्रकार की प्रजातियों को बचाने, संरक्षित
कर…