झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची
PROJECT RAIL REGULAR ASSESSMENT FOR IMPROVED LEARNING
GENERAL SCHOOL (07/12/2024)
विषय (Sub) - Hindi Core कक्षा (CLASS) - 12th पूर्णांक (Marks)-40
समय (Time) मिनट (90 Minutes)
सामान्य निर्देश :-
1. सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
2. प्रश्नों की कुल संख्या 16 है।
3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए 2 अंक, अति लघु उत्तरीय प्रश्न
के लिए 2 अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न के लिए 3 अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न के लिए अंक
निर्धारित है।
4. गलत उत्तर के लिए कोई ऋणात्मक अंक नहीं है।
5. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 से 10 के लिए चार विकल्प दिए गए हैं,
सही विकल्प (क, ख, ग या घ) का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखना है
6. अति लघु उत्तरीय प्रश्न 11 से 12 लघु उत्तरीय प्रश्न
13 से 14 और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 15 से 16 का उत्तर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखना
है।
7. परीक्षा की समाप्ति के पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा
कक्ष से बाहर जाने की अनुमति नहीं है
SECTION: A (वत्तुनिष्ठ प्रश्न) 10 X 2 = 20
1. तुलसीदास का जन्म कहाँ हुआ था?
(क) बिहार
(ख) झारखंड
(ग) उत्तर
प्रदेश
(घ) बंगाल
2. विनयपत्रिका किसकी रचना है?
(क)
निराला
(ख) तुलसीदास
(ग)
मीराबाई
(घ)
सूरदास
3. लक्ष्मण किसे दुखी नहीं देख सकते थे?
(क) अपने गुरु को
(ख) राम को
(ग)
देवताओं को
(घ)
अपने मित्र को
4. 'बनिक को बनिज, न चाकर को चाकरी' प्रस्तुत पंक्ति में कौन सा अलंकार
है?
(क) उत्प्रेक्षा
(ख)
रूपक
(ग) यमक
(घ) अनुप्रास
5. तुलसीदास किस काल के कवि थे?
(क) आदिकाल
(ख) भक्तिकाल
(ग) रीतिकाल
(घ)
आधुनिक काल
6. लक्ष्मण की दशा देखकर साधारण मानव की तरह
कौन विलाप करने
लगा?
(क) भरत
(ख)
हनुमान
(ग) राम
(घ)
कोई नहीं
7. संजीवनी बूटी कौन लेकर आया?
(क) नील
(ख) जामवंत
(ग)
सुग्रीव
(घ) हनुमान
8. पेट की अग्नि किससे बढ़कर है?
(क) समुद्र की आग से
(ख) वन की आग से
(ग)
ईर्ष्या की आग से
(घ)
इनमें से कोई नहीं
9. 'किसबी, किसान-कुल. बनिक, भिखारी, भाट'
में कौन सा अलंकार है?
(क) उपमा अलंकार
(ख) अनुप्रास अलंकार
(ग) रूपक अलंकार
(घ)
उत्प्रेक्षा अलंकार
10. 'अखेटकी' शब्द का क्या अर्थ है?
(क) वर्दी
(ख) शिकारी
(ग)
वन
(घ)
पहाड़
SECTION-B (Very Short Question)
11. लक्ष्मण के जीवित होने की सूचना पाकर रावण किसके पास गया? और क्यों
गया ?
उत्तर - रावण सुर्पणखा के पास गया। लक्ष्मण के जीवित होने
के बारे में जानकारी लेने के लिए उसके पास गया था।
12. तुलसीदास के माता-पिता का क्या नाम था ?
उत्तर - तुलसीदास के माता-पिता हुलसी और आत्माराम दुबे थे।
SECTION-C (Short Question) (2×3=6)
13. राम ने मूर्छित लक्ष्मण को संबोधित करके क्या कहा?
उत्तर - श्रीराम
व्याकुल होकर कहते हैं कि संसार में पुत्र, धन, स्वी, भवन और परिवार बार-बार मिल
जाते हैं और नष्ट हो जाते हैं, किंतु संसार में सगा भाई दुबारा नहीं मिलता। यह
विचार करके, हे तात, तुम जाग जाओ। हे लक्ष्मण ।
14. राम ने भाई के बिना जीवन की तुलना किससे की है? 'लक्ष्मण-मूर्च्छा'
और 'राम का विलाप' कविता के आधार पर लिखें।
उत्तर - राम
विलाप करते हुए लक्ष्मण के बिना अपनी दशा का वर्णन करते हुए बताते हैं कि जैसे
पक्षी पंख के बिना उड़ नहीं सकते हैं, साँप मणि के बिना अधूरा है और हाथी सैंड के
बिना अधूरा है, वैसे ही राम भी लक्ष्मण के बिना अधूरे हैं।
SECTION -D (Long Answer Question) (2×5 = 6)
15. तुलसीदास का जीवन परिचय लिखें।
उत्तर - महाकवि गोस्वामी तुलसीदास का जीवन परिचय इस प्रकार है:
☞ उनका जन्म 1511 में उत्तर प्रदेश
के सरयूपारीण ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम आत्माराम दुबे और माता
का नाम हुलसी था. उनका जन्म नाम रामबोला था।
☞ तुलसीदास भगवान राम और हनुमान के
बहुत बड़े भक्त थे।
☞ उन्होंने रामचरितमानस और हनुमान
चालीसा जैसे विश्व प्रसिद्ध ग्रंथों की रचना की।
☞ तुलसीदास ने संस्कृत ग्रंथों को
हिन्दी में रूपांतरित कर धार्मिक और भक्ति साहित्य को सरल और लोकप्रिय बनाया।
☞ तुलसीदास ने वाराणसी, प्रयाग,
अयोध्या और चित्रकूट जैसे कई स्थानों का दौरा किया।
☞ उन्होंने भारत भर में कई स्थानों
की यात्रा की, विभिन्न लोगों के साथ अध्ययन किया, संतों और साधुओं से मुलाकात की
और ध्यान किया।
☞ तुलसीदास ने काशी में शेषसनातन
जी के पास 15 वर्ष वेद-वेदांग का अध्ययन किया।
☞ तुलसीदास का निधन 1623 में वाराणसी
में हुआ।
16. 'बेरोजगारी की समस्या' शीर्षक पर लेख लिखें।
उत्तर - बेरोजगारी, आज के समय की सबसे बड़ी
चुनौतियों में से एक है। यह सिर्फ एक आर्थिक समस्या नहीं है, बल्कि सामाजिक, राजनीतिक
और व्यक्तिगत जीवन पर भी गहरा प्रभाव डालती है। बेरोजगारी का मतलब है कि एक व्यक्ति
के पास रोजगार का कोई साधन नहीं है, जिससे उसकी आजीविका और जीवन स्तर प्रभावित होता
है।
बेरोजगारी के कारण
बेरोजगारी के कई कारण हो सकते हैं,
जैसे कि:
आर्थिक मंदी: जब अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जाती है,
तो कंपनियां नौकरियां कम करने लगती हैं, जिससे बेरोजगारी बढ़ जाती है।
तकनीकी बदलाव: तकनीकी बदलाव के कारण कई नौकरियां
खत्म हो जाती हैं और नए प्रकार की नौकरियों की मांग बढ़ जाती है।
जनसंख्या वृद्धि: तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण रोजगार
के अवसर कम पड़ जाते हैं।
शिक्षा और कौशल का अभाव: उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप शिक्षा
और कौशल का अभाव भी बेरोजगारी का एक कारण है।
अर्थव्यवस्था की संरचना: कुछ क्षेत्रों में अधिक रोजगार के
अवसर होते हैं, जबकि कुछ क्षेत्रों में कम। अर्थव्यवस्था की संरचना में असंतुलन भी
बेरोजगारी को बढ़ावा देता है।
बेरोजगारी के प्रभाव
बेरोजगारी के व्यक्ति, समाज और अर्थव्यवस्था
पर कई गंभीर प्रभाव पड़ते हैं:
व्यक्तिगत स्तर पर: बेरोजगारी से व्यक्ति का आत्मसम्मान
कम होता है, मानसिक तनाव बढ़ता है और गरीबी बढ़ती है।
सामाजिक स्तर पर: बेरोजगारी अपराध, हिंसा और सामाजिक
असंतोष को बढ़ावा दे सकती है।
अर्थव्यवस्था पर: बेरोजगारी से उत्पादन कम होता है,
सरकार के राजस्व में कमी आती है और गरीबी बढ़ती है।
बेरोजगारी के समाधान
बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए
कई उपाय किए जा सकते हैं:
आर्थिक विकास: अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाकर और नए
उद्योगों को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते हैं।
शिक्षा और कौशल विकास: लोगों को रोजगार योग्य बनाने के लिए
शिक्षा और कौशल विकास पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
स्वरोजगार को बढ़ावा: लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित
करना चाहिए।
सरकारी नीतियां: सरकार को रोजगार सृजन के लिए नीतियां
बनानी चाहिए और बेरोजगारों को राहत देने के लिए कार्यक्रम चलाने चाहिए।
निष्कर्ष
बेरोजगारी एक जटिल समस्या है, जिसके
समाधान के लिए समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। सरकार, उद्योग और नागरिक समाज को मिलकर
काम करना होगा ताकि बेरोजगारी की समस्या से निपटा जा सके।
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