12th Hindi Core 12. बाजार दर्शन JCERT/JAC Reference Book
12th Hindi Core 12. बाजार दर्शन JCERT/JAC Reference Book 12.
बाजार दर्शन लेखक परिचय नाम - जैनेंद्र कुमार जन्म वर्ष - सन् 1905 राज्य - उत्तर प्रदेश जिला - अलीगढ़ मृत्यु सन -1990 में काल - आधुनिक काल पहचान - मनोवैज्ञानिक कथाकार साहित्यिक विशेषताएं हिंदी साहित्य में प्रेमचंद के बाद सबसे महत्वपूर्ण कथाकार
के रूप में जैनेंद्र जी प्रतिष्ठित हुए। इन्हें प्रेमचंद का पूरक भी माना जाता है हिंदी
साहित्य जगत में यह सशक्त मनोवैज्ञानिक कथाकार और उपन्यास कारक माने गए हैं। गांधीवाद से अत्यंत प्रभावित रहे हैं इनकी पहचान एक मौलिक
कथाकार के रूप में की जाती है। इनकी रचनाओं में मनोविज्ञान और अध्यात्म के शब्दों का प्रयोग
मिलते हैं। पाठकों को आमंत्रित करके उनके साथ बातचीत करके रचनाओं को आगे बढ़ाने की
परिपाटी इनकी रचनाओं में देखने को मिलती है। भाषा शैली- इनकी रचनाओं में अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत, खड़ी बोली अनुकूल
शब्दावली का प्रयोग मिलता है। इनका किसी भाषा के प्रति विशेष लगाव या आग्रह देखने को
नहीं मिलती। उदाहरण के लिए बाजार दर्शन में इन्होंने पर्चेजिंग पावर, गिल्टी, मनी बैग
आदि जैसे अंग्रेजी के शब्दों का प्रयोग किया है, दूसरी तरफ इच्छा निरोध स्तपः अपदार्थ,
संस्कृत के शब्द प्रय…